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Bihar Politics: JDU का बड़ा फैसला, CM नीतीश के करीबी संजय झा बने कार्यकारी अध्यक्ष, केंद्र से की बिहार के लिए बड़ी मांग

Bihar Politics: बीजेपी नेता अश्विनी चौबे द्वारा दिए गए बयान के बाद बिहार एनडीए में सियासी हलचल तेज हो गई है, जिसके चलते अचानक आज सीएम नीतीश कुमार ने दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई थी।
Written by: न्यूज डेस्क
नई दिल्ली | Updated: June 29, 2024 15:26 IST
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Bihar Politics: नीतीश कुमार ने करीबी पर जताया भरोसा (सोर्स - PTI/File)
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Bihar Politics: जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज दिल्ली में हुई, जिसकी अध्यक्षता पार्टी प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे थे। इस बैठक में जेडीयू ने बड़ा फैसला करते हुए नीतीश कुमार के करीबी नेता संजय झा को कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही पार्टी इस बड़े फैसले का ऐलान किया है।

इस बैठक में पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भी बड़ा फैसला किया है और प्रस्ताव पारित कर कहा है कि जेडीयू नीतीश कुमार के ही नेतृत्व में राष्ट्रीय कार्यकारिणी अपनी पूरी आस्था जताएगी, और जदयू ने 2025 में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ने का संकल्प लिया है। इसके अलावा पार्टी ने 2024 झारखंड चुनाव में भी मजबूत उम्मीदवार उतारकर आक्रामक चुनाव लड़ेगी।

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केंद्र से मांगा विशेष राज्य का दर्जा

इस बैठक को संबोधित करते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार हमेशा एनडीए के साथ रहेंगे और कहीं और नहीं जाएंगे। वहीं आज एक बार फिर जेडीयू ने मांग की है कि केंद्र सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे, अन्यथा एक बड़े स्पेशल पैकेज का ऐलान करे। यह चर्चा एक बार फिर चर्चा में इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि जेडीयू एनडीए की केंद्र सरकार में शामिल है, और महत्वपूर्ण घटक दल के तौर पर उभरा है।

पहले विशेष श्रेणी में वर्गीकृत राज्यों के लिए सबसे बड़ा लाभ यह था कि केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत 90 प्रतिशत धनराशि केंद्र द्वारा दी जाती थी, जबकि राज्य का योगदान केवल 10 प्रतिशत था। वहीं अन्य सभी राज्यों के लिए, विभाजन 60:40 था। इसमें 60 प्रतिशत योगदान केद्र सरका का होता था, और 40 प्रतिशत राज्य सरकार का।

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नीट पेपर लीक को लेकर पारित हो नया कानून

वहीं वर्तमान में नीट पेपर लीक विवाद को लेकर जो अस्थिरता और अराजकता की स्थिति है। वहीं इसको लेकर जेडी(यू) ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही परीक्षा में अनियमितताओं को रोकने के लिए संसद में सख्त कानून पारित करने की मांग की है, जिससे इस तरह की चुनौती दोबारा न खड़ी हो।

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JDU द्वारा जारी प्रस्ताव में कहा गया कि बिहार में एनडीए सरकार चलाने के साथ ही लोकसभा चुनाव के बाद तीसरे दफे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार गठन में हमारी महत्वपूर्ण भूमिका है। जेडीयू 16 सीटों पर चुनाव लड़ी और 12 सीटों पर जीत दर्ज की। केंद्र सरकार के गठन में हमारी उल्लेखनीय भूमिका है राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया हमारे लिए राजनीतिक सत्ता सेवा के लिए है भोग के लिए नहीं।

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