Maharashtra Politics: शरद पवार ने उद्धव ठाकरे को CM चेहरा मानने से किया इनकार, क्या टूट जाएगा MVA?
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में अगर एमवीए सरकार सत्ता में आती तो इसका मुख्यमंत्री कौन होगा? इस सवाल का जवाब अभी तक एमवीए के नेताओं या उनके दलों की तरफ से नहीं मिला है। यह एक ऐसा सवाल है, जिसको महाराष्ट्र की जनता भी जानना चाहती है। हालांकि, शरद पवार ने उद्धव ठाकरे के एमवीए का सीएम चेहरा मनाने से इनकार कर दिया है। शरद पवार के इस बयान के बाद राजनीतिक हल्कों में कई तरह की चर्चाएं हैं।चर्चा यह भी है कि क्या आखिर एनवीए कुनबा बिखर जाएगा?
शिवसेना (उद्घव गुट) जहां इस बात पर जोर दे रहा है कि उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में पेश किया जाना चाहिए, वहीं एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को किसी व्यक्ति को सीएम चेहरे के रूप में पेश करने के विचार को खारिज कर दिया।
कोल्हापुर में पत्रकारों ने जब शरद पवार से पूछा कि शिवसेना सांसद संजय राउत ने इस बात पर जोर दिया कि ठाकरे को एमवीए के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के तौर पर पेश किया जाना चाहिए। इस सवाल के जवाब में शरद पवार ने कहा कि हमारा गठबंधन हमारा सामूहिक चेहरा है। एक व्यक्ति हमारा मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं बन सकता। सामूहिक नेतृत्व हमारा फॉर्मूला है।" एनसीपी (सपा) प्रमुख ने कहा, 'इस बारे में तीनों गठबंधन सहयोगी मिलकर फैसला लेंगे।'
एमवीए में सभी वामपंथी दलों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने वालों को शामिल करने का आह्वान करते हुए पवार ने कहा, "हाल के लोकसभा चुनावों के दौरान, पीडब्ल्यूपी (भारतीय किसान और श्रमिक पार्टी), आप और कम्युनिस्ट पार्टियों ने हमारी मदद की। हालांकि एमवीए में हम तीन भागीदार हैं, लेकिन हमें इन सभी दलों को शामिल करना चाहिए। मोदी का विरोध करने वाले सभी लोगों को एमवीए का हिस्सा बनना चाहिए। मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में जो भी निर्णय लिया जाना है, वह चर्चा के माध्यम से और सभी को विश्वास में लेने के बाद लिया जाएगा।"
इस बीच, राउत ने शनिवार को फिर कहा कि एमवीए को सीएम का चेहरा पेश करने की जरूरत है। राउत ने पहले कहा था, "मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बिना महाराष्ट्र में चुनाव लड़ना एमवीए के लिए खतरनाक होगा। महाराष्ट्र ने देखा है कि उद्धव ठाकरे ने राज्य को कैसे संभाला, खासकर कोविड-19 के महत्वपूर्ण दौर में। लोगों ने उद्धव ठाकरे की लोकप्रियता के कारण एमवीए को वोट दिया… एक चेहराविहीन गठबंधन चुनाव जीतने में हमारी मदद नहीं करेगा।"
शनिवार को राउत ने अपनी बात को पुख्ता करने के लिए इंडिया ब्लॉक के प्रदर्शन और प्रधानमंत्री पद के चेहरे की अनुपस्थिति का हवाला दिया। उन्होंने कहा, "अगर इंडिया ब्लॉक ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के चेहरे के तौर पर पेश किया होता, तो हमें 25-30 सीटें और मिल जातीं… लोगों को पता होना चाहिए कि वे किसके लिए वोट कर रहे हैं। लोगों ने इंदिरा गांधी और नरेंद्र मोदी को वोट दिया। वे चेहरा जानना चाहते हैं। हमारे बीच इस बात को लेकर कोई मतभेद नहीं है कि हमारा मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होना चाहिए। हम एकजुट होकर चुनाव लड़ने के लिए दृढ़ हैं। हम 175 से 180 विधानसभा सीटें जीतेंगे।"