Mumbai Hoarding Collapse: मुंबई होर्डिंग हादसे की जांच में बड़ा खुलासा, जानिए IPS की पत्नी के सहयोगी का क्या है कनेक्शन
Mumbai Hoarding Collapse: मुंबई होर्डिंग हादसे की जांच में बड़ा खुलासा, जानिए IPS की पत्नी के सहयोगी का क्या है कनेक्शन मुंबई के घाटकोपर में एक बड़ा होर्डिंग गिरने के चलते उसके नीचे आकर 17 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद सरकार ने हादसे की जांच के लिए SIT का गठन किया था। मुंबई पुलिस क पैसे के लेन-देन की एक श्रंखला की जांच कर रहे हैं, जो कि उस कंपनी से जुड़ा है, जो कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार इस जांच में उस आईपीएस अधिकारी की पत्नी का एक व्यावसायिक सहयोगी भी शामिल है, जिसने बिना टेंडर्स आमंत्रित किए ही साइट पर संरचना को मंजूरी दे दी थी। मामले की जांच कर रही SIT ने पाया है कि होर्डिंग के स्वामित्व वाली कंपनी ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, ने 2021 और 2022 के बीच 39 लेनदेन के माध्यम से 10 अलग-अलग बैंक खातों में 46.5 लाख रुपये भेजे और सारा पैसा कथित तौर पर अरशद खान नामक एक व्यक्ति द्वारा लिया गया था।
IPS अफसर की क्या है भूमिका
रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) के रिकॉर्ड तक पहुंचने के बाद सामने आया कि अरशद खान, आईपीएस अधिकारी कैसर खालिद की पत्नी सुमन्ना कैसर खालिद के साथ महपारा गारमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड में सह-निदेशक हैं। कैसर खालिद उस समय सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के आयुक्त थे, जिन्होंने टेंडर जारी किए बिना होर्डिंग को अधिकृत किया था। रिकॉर्ड यह भी दिखाते हैं कि दोनों को 28 जून, 2022 को कंपनी के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था।
इस साल 13 मई को तेज हवाओं और बारिश के बीच होर्डिंग गिरने के कुछ दिनों बाद जानकारी में सामने आया कि जिस आईपीएस अधिकारी खालिद ने 19 दिसंबर, 2022 को होर्डिंग के लिए एगो मीडिया के आवेदन को होर्डिंग के लिए मंजूरी देने वाली फाइल पर साइन किए थे। 16 दिसंबर 2022 को उनका स्थानांतरण आदेश जारी होने के बाद यह पद पर उनका आखिरी कार्य दिवस था।
IPS अधिकारी ने अप्रूव की थी हैडिंग
1997 बैच के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) के पद पर कार्यरत कैसर खालिद वर्तमान में नागरिक अधिकार संरक्षण (PCR) में हैं। खालिद और अरशद खान से इंडियन एक्सप्रेस के प्रतिनिधि ने बात करने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। वहीं खालिद ने भी संपर्क करने से इनकार कर दिया। उनके एक करीबी सूत्र ने अधिकारी द्वारा किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया था।
खालिद के करीबी सूत्र ने उस समय कहा था कि इससे पहले तीन होर्डिंग के लिए ईगो मीडिया विजेता बनकर उभरा था और इसलिए चौथे होर्डिंग के लिए बिना टेंडर उसी कंपनी को उन्हीं शर्तों और नियमों पर पेशकश करने का फैसला किया गया था। एसआईटी जांच की निगरानी कर रहे मुंबई पुलिस के क्राइम ब्रांच डीसीपी विशाल ठाकुर से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
10 खातों में जमा किए गए हमले
पुलिस सूत्रों ने कहा कि ईगो मीडिया द्वारा उन लोगों के बैंक खातों में पैसा भेजा गया, जो कथित तौर पर कंपनी से जुड़े नहीं थे, जिसके आधार पर एसआईटी अरशद खान तक पहुंची थी, जिसका बयान जल्द ही दर्ज किया जाएगा। सूत्रों ने बताया है कि पिछले कुछ सालों में ईगो मीडिया द्वारा किए गए भुगतानों की जांच करने पर एसआईटी को 39 लेन-देन मिले, जिनमें कुल 46.5 लाख रुपये ऐसे लोगों को दिए गए, जिनका कंपनी से किसी भी तरह का कोई संबंध नहीं था।
जब हमने गिरफ्तार किए गए आरोपी ईगो मीडिया के निदेशक भावेश भिंडे और कंपनी के अन्य लोगों से पूछा, तो उन्होंने बताया कि अरशद खान ने उन्हें प्राप्तकर्ताओं के नाम बताए बिना चेक देने के लिए कहा था। बाद में कंपनी को पता चला कि चेक करीब 10 खातों में जमा किए गए थे।। जानकारी के मुताबिक इसके बाद एसआईटी ने खाताधारकों से संपर्क किया और पाया कि वे आर्थिक रूप से संपन्न नहीं हैं। उन्होंने बताया कि शिवाजी नगर में रहने वाला अरशद खान उनका परिचित था और उसने पैसे ट्रांसफर करने के लिए उनके बैंक खाते का विवरण मांगा था।
उन्होंने बताया कि आखिरकार अरशद खान ने खुद ही पैसे निकाल लिए। उनके बयान दर्ज कर लिए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि एसआईटी अब अरशद खान, कैसर खालिद और एगो मीडिया के बीच कथित संबंधों की जांच कर रही है। सूत्रों ने बताया कि टीम इस मुद्दे पर स्पष्टता पाने के लिए सभी संबंधित लोगों के बयान दर्ज करेगी।