भारत और म्यांमार के बीच फ्री मूवमेंट खत्म, गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कही ये बात
Free Movement Regime:भारत सरकार देश की सुरक्षा को लेकर बेहज सजग नजर आ रही है। सरकार ने म्यांमार सीमा पर बाड़ बनाने की घोषणा के कुछ दिन बाद भारत और म्यांमार के बीच फ्री आवाजाही व्यवस्था को खत्म कर दिया है। देश की आंतरिक सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए म्यांमार की सीमा से लगे भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की जनसांख्यिकीय संरचना को बनाए रखने के लिए इस व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि हमारी सीमाओं को सुरक्षित करना पीएम मोदी का संकल्प है। गृह मंत्रालय ने फैसला लिया है कि देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने और म्यांमार की सीमा से लगे भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों की जनसांख्यिकीय संरचना को बनाए रखने के लिए भारत और म्यांमार के बीच एफएमआर को खत्म कर दिया जाए। विदेश मंत्रालय फिलहाल इसे समाप्त करने की प्रक्रिया में है, इसलिए गृह मंत्रालय ने एफएमआर को तत्काल सस्पेंड करने की सिफारिश की है।
मणिपुर के सीएम ने भी थी सिफारिश
सितंबर महीने में मणिपुर के सीएम ने गृह मंत्रालय से सिफारिश की थी कि अवैध रूप से घुसपैठ को रोकने के लिए एफएमआर की व्यवस्था को समाप्त करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य म्यामांर की सीमाओं पर बाड़ लगाने का काम तेजी के साथ कर रहा है। मणिपुर म्यांमार के साथ लगभग 390 किमी लंबी की सीमा तक लगा हुआ है। इसमें से केवल 10 किमी तक ही बाड़ लगाने का काम पूरा हो सका है।
इन राज्यों से लगी म्यांमार की सीमा
भारत और म्यांमार चार राज्यों के बीच सीमा साझा करता है। इनमें मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं। एफएमआर दोनों देशों के बीच एकत व्यवस्था है, इसमें सीमा पर रहने वाली जनजातियों को बिना वीजा के दूसरे देश के अंदर 16 किमी तक यात्रा करने की इजाजत होती है। एफएमआर के तहत, पहाड़ी जनजातियों का हर एक सदस्य जो या तो भारत का नागरिक है या म्यांमार का नागरिक है। वह दोनों देशों की सीमाओं में 16 किमी के अंदर तक पास दिखाकर जा सकता है। वह यहां पर एक सप्ताह तक रह सकते हैं।