scorecardresearch
For the best experience, open
https://m.jansatta.com
on your mobile browser.

जैसे को तैसा! चीन को मोदी सरकार ने दिया मैसेज, तिब्बत को लेकर अब किया ये फैसला

India China Conflict: मोदी सरकार ने शपथ ग्रहण के बाद चीन को लेकर अरुणाचल प्रदेश में एक बड़ा फैसला किया है, जिसे चीन को मिर्ची लगने वाली है।
Written by: न्यूज डेस्क
नई दिल्ली | Updated: June 11, 2024 17:31 IST
जैसे को तैसा  चीन को मोदी सरकार ने दिया मैसेज  तिब्बत को लेकर अब किया ये फैसला
India China Tibet: अरुणाचल में मोदी सरकार का बड़ा कदम (सोर्स - PTI/File)
Advertisement

India China Border Dispute: भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में तीसरी बार हाल ही में एनडीए की सरकार बनी है। शपथ ग्रहण के बाद से ही मोदी सरकार लगातार बड़े फैसले ले रही है और नया फैसला तिब्बत को लेकर हुआ है। सरकार ने अरुणाचल प्रदेश में चीन की गतिविधियों का जवाब उसी की भाषा में देते हुए तिब्बत के 30 स्थानों का नाम बदलने का फैसला किया है। विदेश मंत्रालय का कार्यभार एक बार फिर संभालने के बाद एस जयशंकर ने कहा है कि उनका ध्यान चीन के साथ सीमा विवाद को सुलझाने पर है।

Advertisement

दरअसल, एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत सरकार तिब्बत में 30 स्थानों के नाम पर बदलने के मामले में अपनी स्वीकृति दी है। ये नाम ऐतिहासिक रिसर्च और तिब्बत क्षेत्र के आधार पर रखें जाएंगे। जानकारी के मुताबिक ये सारे नाम भारतीय सेना द्वारा ही जरी किए जाएंगे और एलएसी के मैप पर इन सभी नामों को अपडेट किया जाएगी।

Advertisement

चीन ने अरुणाचल में किया था नाम बदलने का ऐलान

मोदी सरकार के इस कदम की टाइमिंग पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि चीन ने अप्रैल में ही अरुणाचल प्रदेश के 30 नामों को बदला था, जिसका उस दौरान भारत ने कड़ा विरोध किया था। रिपोर्ट के मुताबिक नामों की लिस्ट में 11 रिहायशी, 12 पहाड़, 4 नदियां, 1 झील, 1 पहाड़ी, और 1 जमीन का टुकड़ा शामिल है।

चीन की तरफ से बार-बार ये दावा किए जाने के लिए बावजूद भारत यह साफ कहता रहा है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है। बता दें कि आज ही मोदी सरकार के मत्रिमंडल ने एक बार फिर कामान संभाल ली है। कार्यभार संभालने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत चीन के सात सीमा पर शेष मुद्दों को हल करने के प्रयास कर रहा है।

Advertisement

चार साल से जारी है तनाव

गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में चार साल से अधिक समय से जारी सीमा विवाद के कारण दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में तनाव की स्थिति है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान से प्रायोजित आतंकवाद का जिक्र भी किया और कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।

विदेश मंत्री ने कहा है कि 'भारत प्रथम' और 'वसुधैव कुटुंबकम' भारतीय विदेश नीति के दो दिशानिर्देशक सिद्धांत होंगे। चीन के साथ संबंधों पर एस जयशंकर ने कहा है कि उस देश की सीमा पर कुछ मुद्दे विवादों में हैं जिन्हें सुलझाने की कोशिश की जाएगी।

Advertisement
Tags :
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
×
tlbr_img1 Shorts tlbr_img2 खेल tlbr_img3 LIVE TV tlbr_img4 फ़ोटो tlbr_img5 वीडियो