Maharashtra Politics: अजित पवार के साथ होगा खेला? महाराष्ट्र में NDA को झटका दे सकता है राज्यसभा न मिलने से नाराज ये दिग्गज नेता
Maharashtra Politics: देश के सबसे अहम राज्य महाराष्ट्र में सियासी पारा काफी चढ़ा हुआ है। लोकसभा चुनाव नतीजों में एनडीए गठबंधन को लगे झटके के बाद एक तरफ बीजेपी-RSS और शिवसेना हार का ठीकरा एनसीपी के गठबंधन में शामिल होने पर फोड़ रहे हैं, तो दूसरी ओर एनसीपी प्रमुख अजित पवार अपनों से भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें से एक नाम महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल हैं।
छगन भुजबल की पहचान राज्य में ओबीसी वर्ग के एक बड़े नेता के तौर पर है, जो कि काफी तेजतर्रार माने जाते हैं। छगन भुजबल खुलकर बयानबाजी करते हैं, कुछ ऐसा ही उन्होंने एक बार फिर किया है। छगन ने मराठा आरक्षण का मुद्दा उठाया है और डिप्टी सीएम अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के राज्यसभा नामांकन का भी उल्लेख किया है।
एनडीए महायुति में टकराव
लोकसभा चुनाव में एनडए के खराब प्रदर्श को लेकर बीजेपी, एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी के बीच काफी तनाव नजर आ रहा है, इसी बीच छगन के एनडीए और एनसीपी से बाहर निकलने की भी अटकलें हैं। यह भी संभावना है कि अजित पवार के साथ विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा खेला हो सकता है।
दरअसल, बीजेपी दिनों ही छगन भुजबल ने मराठा समुदाय के आरक्षण का मुद्दा उठाया है। इतना ही नहीं उन्होंने जाति आधारित जनगणना कराने की मांग की है। भुजबल ने कहा कि वह मराठा समुदाय को आरक्षण देने के कतई खिलाफ नहीं है। उन्होंन कहा कि मराठा समुदाय को ओबीसी काटे से आरक्षण नहीं दिया जा सकता है। हम यह बात नहीं कह रहे, बल्कि पहले चार आयोग यह बात कह चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसके लिए मना किया है।
फिर उठ रहा है मराठा आरक्षण की मांग
छगन भुजबल ने कहा कि राज्य में जाति आधारित जनगणना से ओबीसी समुदाय के लिए धन आवंटन का रास्ता साफ होगा। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे का जिक्र करते हुए कहा कि फिर से ओबीसी कोटे में मराठा समुदाय के आरक्षण की मांग कर रहा है।
छगन भुजबल ने इससे पहले अपने एक बयान में कहा था कि वह सांसद बनना चाहते थे और इसीलिए वह नासिक सीट पर चुनाव भी लड़ना चाहते थे। इसके अलावा राज्यसभा के लिए भी वह उत्सुक थे लेकिन अंत में अजित पवार गुट की एनसीपी ने अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार का नाम राज्यसभा के लिए मनोनीत कर दिया, जिसके चलते माना जा रहा है कि छगन भुजबल नाराज है। उन्हें राज्यसभा की सीट न मिलने को लेकर जब पूछा गया कि क्या उन्हें लगाता है कि उनके सात अन्याय हुआ है, तो उनका कहना था कि यह सवाल एनसीपी प्रमुख अजित पवार से पूछा जाना चाहिए।
माना जा रहा है कि छगन भुजबल राज्यसभा सीट न मिलने के चलते पार्टी से नाराज हो गए है और इसके चलते ही वे बागी रुख अख्तियार कर चुके हैं। ऐसे में यह देखना अहम होगा कि क्या वह अजित के साथ कोई बड़ा खेला कर सकते हैं।