Nana Patole Car Accident: नाना पटोले की कार को ट्रक ने मारी टक्कर, कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया ये बड़ा आरोप
Nana Patole Car Accident: महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले भंडारा से लौटते वक्त भीषण हादसे का शिकार हो गए हैं। लौटते समय उनकी कार एक ट्रक से टकरा गई। इस हादसे में उनका गाड़ी को काफी नुकसान पहुंचा है। गनीमत यह रही कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को केवल मामूली चोटें आईं हैं और हादसे में कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ हैं। इस हादसे के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है।
महाविकास अघाड़ी के प्रत्याशी प्रशांत पडोले को इस चुनाव में नाना पटोले का दूसरा चेहरा माना जा रहा है और उन्होंने इस चुनाव को काफी गंभीरता से लिया है और उनके लिए प्रचार में दिन-रात लगा दिए हैं। ऐसे ही कल की प्रचार सभा के बाद नाना पटोले रात के समय भंडारा से अपने गृहनगर के लिए रवाना हो गए। इसी दौरान भंडारा से पांच किलोमीटर दूर भीलवाड़ा गांव के पास उनके काफिले को पीछे से तेज रफ्तार सेत आ रहे ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि नाना पटोले की कार का पिछला हिस्सा चकनाचूर हो गया।
इस हादसे में महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख बाल-बाल बच गए हैं। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है और आरोपी ट्रक ड्राईवर से पूछताछ करने में जुटी हुई है।
बीजेपी पर लगाए आरोप
बीती रात हुए इस हादसे की खबर सामने आते ही राजनीतिक क्षेत्र में आरोप-प्रत्यारोप के साथ-साथ चर्चा ने भी जोर पकड़ लिया है। इस हादसे के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी गुस्से में हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि क्या बीजेपी विपक्षी दल के नेताओं को खत्म करके चुनाव जीतना चाहती है? मंगलवार रात को करदा गांव के पास एक ट्रक ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले को टक्कर मारने और कुचलने की कोशिश की, जब वह भंडारा जिले के एक अभियान दौरे पर एक गंभीर घटना हुई है और क्या उन्हें मारने की योजना थी? यह संदिग्ध है, नाना पटोले सुरक्षित हैं।
भंडारा-गोंदिया लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार अब दूसरे चरण में प्रवेश कर गया है। चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार का होना कोई नई बात नहीं है। भंडारा-गोंदिया लोकसभा क्षेत्र में कुल 18 उम्मीदवारों में 11 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं, लेकिन दो-तीन निर्दलीय उम्मीदवारों के अलावा अन्य स्वतंत्र उम्मीदवार क्षेत्र में प्रचार करते नजर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में मैदान में 11 निर्दलीय उम्मीदवार हैं, लेकिन सवाल ये है कि इनमें से कितने प्रभावी उम्मीदवार हैं? लोकसभा चुनाव के लिए 19 अप्रैल को वोटिंग होगी।