'जनता को गुमराह करने की जगह नहीं है संसद', नेता विपक्ष पर हमलावर बीजेपी, राहुल बोले - अपनी बात पर कायम हूं
Rahul Gandhi in Lok Sabha: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान अपने संबोधन में 90 मिनट से ज्यादा की स्पीच दी। राहुल गांधी ने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। वहीं बीजेपी की शिकायतों पर स्पीकर ओम बिरला ने उनकी स्पीच के कई हिस्से संसद की कार्यवाही से हटा भी दिए हैं। इसको लेकर सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि संसद जनता को गुमराह करने और गलत जानकारी देने की जगह नहीं है।
दरअसल, राहुल गांधी पर हमलावर होते हुए बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि संसद फर्जी जानकारी फैलाने या जनता को गुमराह करने की जगह नहीं है। कल संसद में राहुल गांधी ने बहुत सारी फर्जी जानकारी दी। उस समय संबंधित मंत्रियों ने उनके झूठ को उजागर किया। सदन में बोले गए झूठ को रिकॉर्ड से मिटाना प्रक्रिया का हिस्सा है।
भाषण के हिस्सों पर आया राहुल का रिएक्शन
दूसरी ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी से जब भाषण के हिस्सों को हटाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने आक्रामक बयान दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी की दुनिया में सच्चाई को मिटाया जा सकता है लेकिन हकीकत में सच्चाई को मिटाया नहीं जा सकता है। राहुल ने कहा कि जो मैंने कहा और जो मुझे कहना था मैंने कह दिया, वह सच्चाई है, अब उन्हें जो मिटाना है मिटाएं।
राहुल गांधी ने लिखी स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी
वहीं कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को एक चिट्ठी लिखी है। राहुल गांधी ने लोकसभा में दिए भाषण के कुछ अंश हटाने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने मांग की है कि हटाए गए बयान को संसद के रिकॉर्ड में वापस लाया जाए।
राहुल गांधी ने अपने खत में दावा किया है कि उनके बयान में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। बता दें कि राहुल गांधी ने लोकसभा में बीजेपी पर आरोप लगाया था कि बीजेपी और आरएसएस के जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं असल में वे सबसे ज्यादा हिंसा करते हैं और नफरत बांटते हैं।
राहुल गांधी के इस बयान को लेकर काफी बवाल मचा था और पीएम मोदी संसद में उनके भाषण के बीच में ही खड़े हो गए थे। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित दिग्गज कैबिनेट मंत्रियों और नेताओं ने करारा हमला बोला है।