'देवभूमि से शुद्ध होकर…' विक्रमादित्य के बयान पर फूटा गुस्सा, कंगना रनौत ने कहा- 'शहजादों के गिरोह' को सिखाएंगे सबक
लोकसभा चुनाव में एक-दूसरे के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का दौर तेज हो गया है। दो चरणों का मतदान कार्य पूरा होने के बाद नेताओं के दौरे में भी तेजी आ गई है। हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग उनके खिलाफ अनुचित कमेंट करके महिलाओं का अपमान करने में लगे हैं। उनका इशारा अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह पर था। उन्होंने विक्रमादित्य सिंह को 'रामपुर का शहजादा' कहते हुए सिनेमा जगत से खुद के जुड़ाव पर कमेंट करने पर नाराजगी जताई।
भाजपा प्रत्याशी ने कहा- ऐसे लोग गरीबी और संघर्ष नहीं देखे हैं
कंगना ने कहा, "उनके खिलाफ इस तरह की भद्दी टिप्पणियां करने वाले 'शहजादों के गिरोह' को वे सबक सिखाएंगी। ऐसे लोग पैसे के बल पर चुनाव मैदान में हैं। वे गरीबी और संघर्ष नहीं देखे हैं।"
कांग्रेस प्रत्याशी ने भगवान से उन्हें सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की थी
दरअसल, कंगना का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने कहा था, "मैं भगवान राम से उन्हें सद्बुद्धि देने की प्रार्थना करता हूं और आशा करता हूं कि वह 'देवभूमि' हिमाचल से शुद्ध होकर बॉलीवुड में वापस जाएंगी, क्योंकि वह चुनाव नहीं जीत पाएंगी और इसकी वजह यह है कि वह हिमाचल के लोगों के बारे में कुछ नहीं जानती हैं।"
कंगना ने कहा, "वे फिल्मों में काम करके ही अपने परिवार का साथ दे सकी हैं। उन्होंने फिल्मों में काम करके जो पैसे कमाएं, उससे भाई-बहनों को पढ़ाया-लिखाया, तेजाब हमले की शिकार बहन का इलाज कराया। अपने प्रदेश का मान रखा। सिर ऊंचा किया।"
इससे पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कथित तौर पर इंस्टाग्राम पर कंगना की एक बोल्ड फोटो शेयर कर लिखा था कि मंडी में क्या भाव है? हालांकि इसका विरोध होने पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि पोस्ट उन्होंने नहीं किया है। उनके सोशल मीडिया को हैंडल करने वाले सहयोगी ने ऐसा किया है।
इस पोस्ट पर कंगना ने जवाब में लिखा था कि "हमें अपनी बेटियों को पूर्वाग्रहों की बेड़ियों से मुक्त करना चाहिए, हमें उनके शरीर के अंगों के बारे में जिज्ञासा से ऊपर उठना चाहिए और सबसे बढ़कर हमें सेक्स वर्कर्स के चुनौतीपूर्ण जीवन या परिस्थितियों को किसी तरह के दुरुपयोग या अपमान के रूप में इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। हर महिला अपनी गरिमा की हकदार है।"