Amritpal Singh से मिले उनके पिता, बोले- वो खुश थे; तबीयत को लेकर भी दिया अपडेट
Waris Punjab De Chief Amritpal Singh: वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने आज सांसद पद की शपथ ली। उसने खडूर लोकसभा सीट से जीत दर्ज की है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें सांसद पद की शपथ दिलाई। अमृतपाल सिंह के एमपी के तौर पर शपथ लेने पर परिवार वालों ने खुशी जाहिर की है। अमृपाल के पिता ने कहा कि लोगों ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया इसके लिए उन्होंने लोगों का धन्यवाद किया।
अमृपाल के पिता तरसेम सिंह ने कहा कि यह लोगों की ही जीत है उनकी वजह से मुझे सांसद बनने का मौका मिला है। तरसेम सिंह ने अमृपाल के स्वास्थ्य को लेकर कहा कि हेल्थ तो नार्मल ही थी। जब भी सफर करते हैं तो उन्हें थोड़ी सी परेशानी आती है। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में जब भी इलेक्शन होता है तो उसमें बहुत ही सुधार की जरुरत है।
मेरा बेटा खालिस्तानी नहीं- अमृतपाल सिंह की मां
अमृतसर में मीडिया से बातचीत में अमृपाल सिंह की मां बलविंदर कौर ने भगवान का शुक्रिया अदा किया और कहा कि उनके शपथ ग्रहण के बाद संगत खुश है और जश्न मना रही है। कौर ने कहा कि हम मांग करते हैं कि उन्हें तुरंत रिहा किया जाए ताकि वह समर्थकों को धन्यवाद दे सकें और उन मुद्दों पर काम कर सकें जिनके आधार पर चुनाव जीते गए थे। उन्होंने कहा कि उनके बेटे के समर्थक लगातार पूछ रहे हैं कि वह जेल से कब बाहर आएगा। उन्होंने कहा कि हम सरकार से आग्रह करते हैं कि उसे तुरंत रिहा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव में मुख्य मुद्दे नशीली दवाओं का खतरा और बंदी सिंह की रिहाई थे। उन्होंने कहा कि वह निर्दोष है, युवाओं को नशे से दूर रखना गलत नहीं है।
बलविंदर कौर ने कहा कि वह खालिस्तान समर्थक नहीं हैं। पंजाब के अधिकारों की बात करके और पंजाब के युवाओं को नशे से बचाने के लिए बोलकर क्या कोई खालिस्तान समर्थक बन सकता है। उन्होंने कहा कि उन्होंने संविधान के दायरे में चुनाव लड़ा और शपथ ली। किसी को ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए। वह पंजाब के मुद्दे उठाएंगे और युवाओं को नशे से बचाएंगे।
पंजाब के लोगों को उनसे मिलने की इजाजत देनी चाहिए- तरसेम सिंह
अमृतपाल सिंह के पिता ने सुबह कहा था कि हमें इस बारे में जानकारी नहीं दी गई है कि वह डिब्रूगढ़ जेल से यहां पहुंचे हैं या नहीं। यह खडूर साहिब के मतदाताओं और दुनिया भर में रहने वाले पंजाबियों के लिए खुशी की बात है। इस बात को लेकर अटकलें थीं कि वह सांसद बनेंगे या नहीं, लेकिन आज इस पर विराम लग जाएगा। सरकार को पंजाब के लोगों को एक बार उनसे मिलने की इजाजत देनी चाहिए। उन्हें बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए।