Hathras Stampede: भगदड़ के बाद बाबा को 5 फोन नंबरों से आए थे 20 कॉल, क्या सहयोगियों को दिए अंडरग्राउंड होने के निर्देश? जांच में हुए कई खुलासे
Hathras Stampede: हाथरस में मची भगदड़ की चर्चा देश ही नहीं, विदेशों में भी हो रही है। इस भगदड़ के चलते 121 लोगों की मौत हुई है और हैरानी की बात यह है कि इस हादसे में मरने वालों में 90 प्रतिशत तक महिलाएं हैं। ऐसे में यूपी सरकार के निर्देश पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। इस जांच में सामने आया है कि हादसे के बाद पांच नंबरों से बाबा को करीब 20 बार फोन किया गया था। खबरें हैं कि मुख्य आयोजक सहित उसके पांच सहयोगियों ने भोले बाबा उर्फ सूरजपाल को पूरी जानकारी दी थी।
जानकारी के मुताबिक बाबा को 20 कॉल्स के जरिए, उसके सहयोगियों ने पल-पल का अपडेट दिया था और फिर बाबा ने उन सभी को अंडरग्राउंड होने का भी निर्देश दिया था। पुलिस को अपनी जांच में पता चला है कि जिस नंबर पर इन 20 नंबरों से कॉल किया गया था, वह बाब का ही था।
सहयोगियों को दिया है निर्देश
जानकारी के मुताबिक बाबा ने संभवतः अपने सहयोगियों को छिपने के ठिकाने भी बताए होंगे। यह भी सामने आया है कि किन-किन लोगों को किसी भी कीमत पर पुलिस के हाथ नहीं आना है। अब यह जानकारी कितनी सही है, इसका पता तो तभी चल सकेगा , जब पुलिस इन सभी को गिरफ्तार करके उनसे पूछताछ कर पाएगी।
इस मामले में हादसे की जांच में शामिल आईजी शलभ माथुर ने कहा है कि जांच का दायरा काफी बढ़ गया है, और कई तथ्य सामने आ रहे हैं। वहीं यह भी सामने आय़ा है कि इस केस में भोले बाबा से भी पूछताछ की जा सकती है, फिलहाल विवेचना हाथरस सीओ राम प्रवेश राय को सौंपी गई है। इंस्पेक्टर कोतवाली हाथरस विजय कुमार को विवेचक में सहयोगी बनाया गया है। पुलिस लाइन में मीडिया के सवालों पर हादसे की जांच जारी है और संदिग्धों की ताबड़तोड़ गिरफ्तारी भी हो रही है।
हो रही संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी
कोतवाली हाथरस विजय कुमार ने इस मामले में कहा कि शुरुआती जांच में एक नामजद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसकी तलाश जारी है। इनाम भी घोषित किया गया है, जैसे-जैसे नाम सामने आ रहे हैं, उन लोगों से पूछताछ की जा रही है और गिरफ्तारी भी हो रही है।
सेवादारों ने नहीं की महिलाओं मदद
अस्पतालों में भर्ती महिलाओं से बातचीत के बाद सामने आई मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि सत्संग खत्म होने के बाद, जब एक लाख की भीड़ पंडाल से निकलकर हाईवे की तरफ जा रही थी, तो उस दौरान ही बुजुर्गों और महिलाओं को सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी। ऐसे में मची भगदड़ में महिलाएं बुरी तरह फंस गईं। यहां मौजूद सेवादार इन महिलाओं को भीड़ से सुरक्षित निकालने की बजाए यह कहने लगे कि कुछ नहीं होगा, बस नारायण साकार पुकारो, बाबा ही मदद करेंगे।
बता दें कि हाथरस के सिकंदराराऊ के फुलरई मगलगढ़ी गांव में 2जुलाई को हुए भोले बाबा के कार्यक्रम में 50 हजार से ज्यादा भीड़ आई थी। कार्यक्रम खत्म होने के बाद मची भगदड़ के चलते 121 लोगों की मौत हो गई थी।