असम में बाढ़, अरुणाचल में फटा बादल… उत्तर भारत में कब होगी मानसून की दस्तक?
उत्तर भारत में जल्द मानसून दस्तक दे सकता है तो वहीं पूर्वोत्तर भारत में बारिश और बाढ़ से लोगों का बुरा हाल है। असम में बाढ़ से दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। जबकि 39 लोगों की मौत हो चुकी है। तो वहीं अरुणाचल प्रदेश के इटानगर में बादल फटने से कई जगह भूस्खलन और बाढ़ जैसी स्थितियां पैदा हो गई हैं।
असम में बाढ़ से 2 लाख लोग प्रभावित
असम में बाढ़ से 2 लाख लोग प्रभावित हैं। असम के कई जिलों में तबाही का मंजर साफ दिख रहा है। बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या भी 39 हो गई है। कोपिली और कुशियारा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। असम के 12 जिलों में बाढ़ की वजह से 2,60,000 से अधिक लोग प्रभावित हैं।
बाढ़ का सबसे ज्यादा असर असम के करीमगंज में हुआ है, जहां करीब डेढ़ लाख की आबादी प्रभावित है। सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि जानवर भी इस बाढ़ के कारण प्रभावित हैं। असम सरकार ने राज्य में 134 राहत शिविर लगाए हैं, जिसमें करीब 18,000 लोग रह रहे हैं। वहीं राहत सामग्री भी बांटी जा रही है।
अरुणाचल में फटा बादल
अरुणाचल के इटानगर में रविवार सुबह बादल फट गया। बादल फटने के कारण कई जगहों पर भूस्खलन और बाढ़ जैसी स्थितियां पैदा हो गई। असम में पिछले कुछ हफ्तों से लगातार बारिश हो रही है। बादल फटने के कारण एनएच 415 के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति देखी गई। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर लंबा जाम लगा रहा।
उत्तर भारत में मानसून की दस्तक
इस बीच मानसून उत्तर भारत में पहुंच चुका है। रविवार को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, गुजरात, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में बारिश हुई। वहीं दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में भी बारिश हुई। मौसम विभाग की माने तो यूपी के कई जिलों में प्री मानसून गतिविधियां शुरू हो चुकी है। आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में गरज और चमक के साथ बारिश हो सकती है।