Maharashtra Politics: महा विकास अघाड़ी में फिर खटपट? नाना पटोले बोले- सुबह से लगा रहा हूं उद्धव ठाकरे का फोन लेकिन…
Maharashtra Politics: लोकसभा इलेक्शन के टाइम पर महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (MVA) अलायंस के तहत कांग्रेस और शिवसेना-यूबीटी के बीच दोस्ताना व्यवहार देखने को मिला था। लेकिन अब लग रहा है कि यह दोस्ताना व्यवहार सिर्फ लोकसभा चुनाव तक ही सीमित था। एमएलसी चुनावों में दोनों दलो के बीच में खटपट नजर आ रही है। शिवसेना यूबीटी ने 26 जून को होने वाले एमएलसी चुनावों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने इस पर नाराजगी जताई है।
शिवसेना यूबीटी के कदम पर नाराजगी जाहिर करते हुए महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति के मुखिया नाना पटोले ने मंगलवार को सहयोगी दलों से विचार किए बिना उम्मीदवार उतारने के लिए पार्टी चीफ उद्धव ठाकरे की आलोचना की। उन्होंने मांग की कि ठाकरे कोंकण स्नातक और नासिक शिक्षक सीट से अपने प्रत्याशियों के नाम वापस ले लें ताकि कांग्रेस पार्टी अपने उम्मीदवारों को खड़ा कर सके।
26 जून को होगा एमएलसी चुनाव
बता दें कि मुंबई स्नातक, कोंकण स्नातक, मुंबई शिक्षक और नासिक शिक्षक सीट पर 26 जून को चुनाव होना है। सूत्रों के मुताबिक, इलेक्शन कमीशन के द्वारा एमएलसी चुनाव की डेट की घोषणा करने के बाद शिवसेना यूबीटी ने कांग्रेस और एनसीपी से विचार किए बिना ही चार सीटों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया। इसके बाद पार्टियों के बीच टकराव बढ़ गया।
पटोले ने कहा शिवसेना यूबीटी के मुखिया उद्धव ठाकरे उस समय लंदन में थे, जब मैंने उन्हें बताया था कि कांग्रेस ने एमवीए के रूप में गठबंधन में नासिक और कोंकण की दो एमएलसी सीटों पर चुनाव लड़ने की प्लानिंग की है। हमने उनसे कहा कि हम विधान परिषद की दो सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और उन्हें बाकी दो सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए। हालांकि, बाद में उन्होंने नासिक से हमारे उम्मीदवार को बुलाया और शिवसेना यूबीटी के उम्मीदावार के रूप में उनके नाम का ऐलान कर दिया।
उद्धव ठाकरे से संपर्क नहीं हो पा रहा- नाना पटोल
पटोले ने आगे कहा कि अगर एमवीए गठबंधन के सहयोगियों से चर्चा के बाद फैसला लिया गया होता, तो चारों सीटें जीतना आसान होता। लेकिन उद्धव ठाकरे ने खुद ही सभी सीटों का ऐलान कर दिया। मैं आज सुबह से उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। उनके मन में क्या है, यह तो मुलाकात के बाद ही पता चलेगा। हमने मुंबई में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। कांग्रेस का तो यही मानना है कि हम सभी को एमवीए के तहत ही लड़ना चाहिए।
शिवसेना यूबीटी ने दिया जवाब
पटोले ने उम्मीद जताई कि नॉमिनेशन वापस लेने में अभी भी टाइम है और इस बारे में फैसला उद्धव ठाकरे के द्वारा ही लिया जा सकता है। पटोले ने आगे कहा कि हमने उद्धव ठाकरे से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वह विदेश में थे और उनसे संपर्क नहीं हो सका। हमने आज मातोश्री में भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन हम संपर्क नहीं कर पाए। पटोले को जवाब देते हुए शिवसेना यूबीटी नेता और एमएलसी अंबादास दानवे ने कहा कि शिवसेना ने अपने प्रत्याशी इसलिए मैदान में उतारे हैं क्योंकि वह पहले भी इन सीटों पर चुनाव लड़ चुकी है।
दानवे ने आगे कहा कि शिवसेना ने पिछली बार भी इन चार सीटों पर चुनाव लड़ा था और ये हमारा गढ़ हैं। इसलिए शिवसेना ने चारों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। अगर वे कहते हैं कि उद्धव ठाकरे ने फोन नहीं उठाया, तो शिवसेना के पास चर्चा करने के लिए और भी कई नेता हैं। अगर आप उनसे संपर्क करते हैं, तो भी समस्या का हल मिलने की उम्मीद है।