उत्तर भारत में प्रचंड गर्मी! दिल्ली में तापमान 49 डिग्री के करीब; मौसम विभाग ने बताया कब मिलेगी राहत
तकरीबन पूरा भारत इस समय भीषण गर्मी का प्रकोप झेल रहा है। सोमवार को राजधानी नई दिल्ली के मंगशपुर इलाके में अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा नजफगढ़ में 48.6 डिग्री, नरेला में 48.4 डिग्री, पीतमपुरा में 47.6 डिग्री, पूसा में 47.2 डिग्री और जफरपुर में 47.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। इसके अलावा शुक्रवार को दिल्ली के सफरजंग में 45.1, पालम में 46, रिज में 46.3 और आयानगर में 46.1 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।
भारतीय मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार, अगले तीन दिन तक अभी देशवासियों को गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, तीन दिनों के बाद नॉर्थ वेस्ट इंडिया और देश के मध्य भाग को भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।
IMD चीफ मृत्युंजय महापात्र ने सोमवार को जानकारी कि भीषण गर्मी का सामना कर रही राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली सहित नॉर्थ वेस्ट भारत के लोगों को 30 मई के बाद भीषण लू से राहत मिल सकती है। उन्होंने कहा कि उत्तर पश्चिम भारत के हिस्सों में भीषण लू चल रही है और यह अगले तीन दिनों तक जारी रह सकती है, लेकिन 30 मई से इसकी तीव्रता धीरे-धीरे कम होगी, क्योंकि एक पश्चिमी विक्षोभ (WD) आ रहा है।
IMD ने मौसम को लेकर जताया यह अनुमान
- वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और अरब सागर से नमी आने के कारण देश के नॉर्थ वेस्ट और मध्य भागों में गरज के साथ वर्षा होने और पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में बारिश होने की संभावना है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है।
- यह राहत अस्थायी होगी और जून के महीने में दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान समेत भारत के ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की आशंका है।
- जून में राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात के कुछ हिस्सों और उत्तरी मध्य प्रदेश समेत उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से ज्यादा दिनों तक तेज लू चल सकती है।
- नॉर्थ वेस्ट भारत में जून के महीने में आम तौर पर तीन दिन लू चलती है, लेकिन इस बार इन इलाकों में दो-चार दिन ज्यादा ऐसी स्थिति बन सकती है यानी इन इलाकों में चार से छह दिन भयंकर लू चलने का अनुमान है।
- IMD ने बताया कि मई में दो चरण में लू चली। भीषण लू का पहला चरण एक से पांच मई तक रहा और यह खास तौर पर पूर्वी भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप भारत में ही सीमित रहा। दूसरा चरण 16 मई से उत्तर पश्चिम भारत में शुरू हुआ और यह अब तक जारी है और अगले तीन दिन यानी 29 मई रह सकता है। (इनपुट - PTI)