सत्येंद्र जैन की अभी और बढ़ेंगी मुश्किलें, MHA ने सुकेश चंद्रशेखर से उगाही के केस में CBI जांच को दी हरी झंडी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल फिलहाल कथित शराब घोटाले से जुड़े मामले में ईडी की हिरासत में हैं, तो दूसरी ओर उनके कई पूर्व मंत्री भी जेल में ही हैं। इन्हीं में से एक सत्येंद्र जैन भी हैं, जिन्हें आज एक बड़ा झटका लगा है, क्योंकि उनके खिलाफ केंद्र ने सीबीआई जांच की सिफारिश को हरी झंडी दे दी है। जैन पर आरोप हैं कि उन्होंने महाठग सुकेश चंद्रशेखर से 10 करोड़ रुपये की उगाही की थी।
महाठग सुकेश चंद्रशेखर से 10 करोड़ की उगाही के उसी मामले की जांच अब सीबीआई करेगी। बता दें कि फरवरी 2024 में ही सीबीआई जांच की मांग की सिफारिश दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने की थी, जिसे आज केंद्रीय गृहमंत्रालय द्वारा स्वीकार कर लिया है।
बता दें कि कि उपराज्यपाल ने 9 फरवरी को तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी संदीप गोयल, तिहाड़ जेल के तत्कालीन अधीक्षक राज कुमार के खिलाफ भी सीबीआई जांच को मंजूरी दी थी। करोड़ों रुपये की ठगी औऱ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में बंद सुकेश चंद्रशेखऱ ने दिल्ली के राज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखर आरोप लगाया था कि सत्येंद्र जैन की अपनी अफनी सरकार चलती है।
CBI ने मांग थी जांच की अनुमति
सुकेश चंद्रशेखर के आरोपों के चलते ही सीबीआई ने भी दिल्लीके पूर्व मंत्री और पूर्व जेल अधीक्षक राज कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर जांच की अनुमति मांगी थी। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि दिल्ली सरकार के दो पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन लगभग साल भर से तिहाड़ में बंद हैं। तत्कालीन जेल अधीक्षक राज कुमार पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली सरकार में मंत्री रहे सत्येंद्र जैन के कहने पर ठग सुकेश चंद्रशेखर से 10 करोड़ रुपए की उगाही की थी।
सिंडिकेट का हिस्सा थे सत्येंद्र जैन
ऐसा कहा जा रहा है कि राज कुमार तिहाड़ जेल से सत्येन्द्र जैन और संदीप गोयल द्वारा चलाए जा रहे जबरन वसूली सिंडिकेट का हिस्सा थे। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली के पूर्व मंत्री और आप नेता की मदद करने के लिए राज कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (पीओसी) अधिनियम, 1988 की धारा 17ए के तहत सीबीआई जांच को मंजूरी दी थी।
उनकी मदद से सुकेश चंद्रशेखर से इस पैसे का लेन-देन हुआ, जो प्रोटेक्शन मनी के तौर पर लिया गया था ताकि वह जेल में आराम से रह सके।