आग में सब बर्बाद हो गया…बिजनेस फिर से शुरू नहीं कर सकता, चांदनी चौक में आग लगने के बाद छलका दुकानदार का दर्द
Chandni Chowk Fire: दिल्ली के चांदनी चौक के मारवाड़ी कटरा बाजार में लगी आग को करीब 24 घंटे का समय बीत चुका है और आग की लपटें अभी भी सुलग रही थीं और जली हुई दुकानों से धुंआ निकल रहा है। गुरुवार शाम को जब पहली फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची तो यह भीड़भाड़ वाला बाजार आग की लपटों में पूरी तरह घिर चुका था। यहां पर दुल्हन के कपड़ो की दुकान, कॉपी-किताब और कपड़ों का गोदाम है। एक फायर ब्रिगेड की गाड़ी संकरी सड़क से गुजरने की कोशिश कर रही थी और दो फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने लोगों से दूर जाने के लिए कहा।
शुक्रवार को बिजनेस के मालिक बैठकर आग से होने वाले नुकसान के बारे में बात कर रहे थे। एक दुकानदार ने कहा कि बड़ा नुकसान हुआ है। दूसरे ने जवाब दिया पूरे बाजार को नुकसान हुआ है। आग से हुई तबाही ने लोगों को एक बार फिर इन भीड़भाड़ वाले इलाकों में मौजूद खतरों की याद दिला दी है। 80 से ज्यादा दुकानें तबाह हो गईं और दो इमारतें तबाह गिर गई।
साल 2022 में भी इस तरह की एक घटना हुई थी। मात्र 3 किलोमीटर दूर भागीरथ पैलेस में आग लगने से 100 से ज्यादा दुकानें जलकर खाक हो गईं। एक दुकान के मालिक ने कहा कि जब भी अंदर अचानक आग लग जाती है, तो कुछ भी बचाने का कोई तरीका नहीं होता। फायर ब्रिगेड के पहुंचने का कोई भी रास्ता नहीं है।
आग पर पाया काबू
दरअसल, गुरुवार को मेन रोड पर 40 से ज्यादा फायर ब्रिगेड की गाड़िया तैनात की गईं। पाइपों को संकरी गलियों से होते हुए बहुमंजिला मारवाड़ी चैरिटेबल ट्रस्ट की छत तक ले जाया गया। यह ही आसपास की सबसे बड़ी बिल्डिंग है। पानी डालकर तेजी से फैलती आग को बुझाने का यही एक रास्ता था। शुक्रवार को चार गाड़िया छह घंटे की शिफ्ट में काम करता रहीं। हरेक शिफ्ट में गाड़ी पर पांच लोग थे। आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन फायर ब्रिगेड की टीम को आशंका है कि अभी भी किसी कोने में आग हो सकती है।
कई लोगों ने आग में अपना सबकुछ खो दिया
इसी बीच, कुछ दुकानदार अपनी दुकानों के पास पहरा दे रहे थे ताकि अगर आग फिर से फैलने लगे तो वह अलार्म बजा सकें। साड़ी की दुकान के मालिक मुदित जैन ने कहा कि हमने यहां पर पूरी रात बिताई। आग इतनी तेजी से फैली कि जब हममें से कुछ लोगों ने अपने स्टॉक हटाने की कोशिश की, तो हम नहीं हटा पाए। उनकी दुकान तो आग की लपटों से बच गई, लेकिन धुएं और पानी ने उनके सामान को बुरी तरह से तबाह कर दिया। साड़ी और लंहगे की दुकान चलाने वाले मोहम्मद अकरम ने कहा कि हमारे बीच कई लोगों ने आग में अपना सब कुछ खो दिया है, जबकि जिन लोगों की दुकानें बच गईं, उन्हें भी नुकसान उठाना पड़ेगा। बाजार का ज्यादातर हिस्सा अब खंडहर में बदल चुका है। मुझे नहीं लगता कि अब यहां पर कोई ग्राहक आएगा।
उन्होंने बताया कि वे अपने गांव गए थे और ईद तक वहीं रहने की प्लानिंग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि मुझे पड़ोसी दुकान के मालिक का फोन आया जिसने मुझे बताया कि मेरी दुकान जलकर खाक हो गई है। मेरा सबकुछ बर्बाद हो गया है। इस आग ने मेरे 5-6 लाख रुपये के स्टॉक को तबाह कर दिया है। मुझे नहीं लगता कि मैं अब अपना कारोबार फिर से शुरू कर पाऊंगा। मेरे पास पैसे नहीं हैं।
ज्यादातर दुकानें 100 साल पुरानी बिल्डिंगों में चल रही थीं
मारवाड़ी मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के मुखिया राजेश शर्मा ने कहा कि नुकसान बहुत बड़ा है। बड़े दुकानदार पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं। उन्हें करोड़ों का नुकसान हुआ है। इलाके में आग से बचाव के लिए कोई साधन नहीं है। शर्मा ने आगे कहा कि ज्यादातर दुकानें 100 साल पुरानी बिल्डिंगों में चल रही हैं। वे कभी हवेलियां और घर हुआ करते थे, जिन्हें बाद में 50-60 साल पहले दुकानों में तब्दील कर दिया गया।
चांदनी चौक लोकसभा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने भी बाजार का दौरा किया और व्यापारियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि बाजार में लोगों से बात करने के बाद पता चला कि करीब 175 दुकानें बुरी तरह तबाह हो गई हैं। इन दुकानों में रखा ज्यादातर सामान जलकर राख हो गया है। इससे व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने दिल्ली सरकार को दुकान के मालिकों को तुरंत मुआवजा देने के लिए कहा है।
कांग्रेस नेता जय प्रकाश अग्रवाल ने भी इलाके का दौरा किया। उन्होंने कहा कि चांदनी चौक में हर दिन आग लगने की घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन अभी तक न तो केंद्र और न ही दिल्ली सरकार ने इसका हल निकाल पाई है।