'कुछ-कुछ बदलाव तो आ रहा…', कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने PM मोदी पर कसा तंज
Pawan Khera On Rahul Gandhi Speech: कांग्रेस ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी पर लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया और आरोप लगाया कि उन्होंने हिंदुओं का अपमान किया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि हम 2014 में हारे, हम 2019 में भी हारे, हमने आत्मचिंतन भी किया, समझा भी और सीखा भी, लेकिन जिस पार्टी (BJP) को सब कुछ मिला और अब 2024 में भी हारने लगे, उसने कोई सबक नहीं सीखा, ये आज संसद के अंदर और बाहर साफ हो गया है।
पिछले 10 साल इन्होंने अपना कारोबार किस तरह चलाया। व्हाट्सएप पर झूठ फैलाकर, राहुल गांधी के वीडियो को कांट-छांटकर करके और उन पर बेबुनियाद टिप्पणियां करके चलाया गया। ये कारोबार 5 साल और 10 साल चला, अब इस देश की जनता ने इसे रोक दिया है और भारतीय जनता पार्टी ये सबक नहीं सीख पाई। आज भी राहुल गांधी का भाषण शुरू होते ही बीजेपी की आईटी सेल शुरू हो गई कि कैसे राहुल गांधी के भाषणों को तोड़ना मरोड़ना है। लेकिन इन्होंने सबक नहीं सीखा। आप अभी तक कुछ नहीं सीख रहे हैं।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आगे कहा कि ये देखकर अच्छा लगा कि प्रधानमंत्री सदन में थे और अपने आपको तकलीफ देकर दो बार उठना भी पड़ा। ये देखकर अच्छा लगा कि प्रधानमंत्री को राहुल गांधी को भी जवाब देना पड़ा। कुछ-कुछ बदलाव तो आ रहा है और अभी बहुत कुछ बदलने वाला है। खेड़ा ने तर्क दिया कि प्रधानमंत्री मोदी को ध्यान भटकाने के बजाय NEET मेडिकल प्रवेश परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
राहुल गांधी ने क्या बयान दिया
18वीं लोकसभा के पहले सत्र का आज छठा दिन है। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में बहस शुरू हुई। इस बीच कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बयान दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वे 24 घंटे हिंसा, हिंसा, हिंसा करते हैं। राहुल के इस बयान पर लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ।
खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खड़े होकर राहुल के बयान पर आपत्ति जताई। हालांकि, अपने जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने पूरे हिंदू समाज को नहीं बल्कि पीएम मोदी, बीजेपी और आरएसएस को घृणित और हिंसक कहा था। प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल के बयान पर आपत्ति जताते हुए सिर्फ इतना कहा, 'यह मामला बेहद गंभीर है। पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर मामला है। फिर राहुल गांधी कहने लगे कि नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं हैं। आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है।