'कांग्रेस अब परजीवी बन गई है', PM मोदी ने आंकड़ों के जरिये समझाया कैसे सहयोगी दलों के सहारे राहुल की पार्टी
PM Narendra Modi Bhashan in Lok Sabha: लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का पीएम मोदी ने जवाब दिया। इस दौरान पीएम ने कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है। पीएम मोदी ने कहा कि 2024 से कांग्रेस पार्टी परजीवी कांग्रेस के रूप में जानी जाएगी। पीएम ने कहा कि परजीवी वो होता है, जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को खाता है। कांग्रेस भी जिस पार्टी के साथ में अलायंस करती है उसी के वोट को खा जाती है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं जब कांग्रेस को परजीवी कह रहा हूं तो आंकड़ों के आधार पर कह रहा हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जहां-जहां भाजपा-कांग्रेस का सीधा मुकाबला था यानी कांग्रेस बड़ी पार्टी थी, वहां कांग्रेस का स्ट्राइक रेट 26 फीसदी रहा। लेकिन कांग्रेस ने जहां किसी के साथ अलायंस करने के बाद में चुनाव लड़ा, जहां कांग्रेस जूनियर पार्टनर थी, ऐसे राज्यों में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट 50 फीसदी है। कांग्रेस की 99 सीटों में से ज्यादातर सीटें उसकी सहयोगी दलों ने जिताई हैं।
कांग्रेस पूरी तरह परजीवी बन चुकी- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि 16 राज्यों में जहां कांग्रेस अकेले लड़ी, उनका वोट शेयर गिरा। गुजरात, छ्त्तीसगढ़ और कांग्रेस अपने दम पर लड़ी। वे 64 में से 2 सीट जीत पाए। इस चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह परजीवी बन चुकी है। सहयोगी दलों के कंधे पर चढ़कर सीटों का आंकड़ा बढ़ाया है। कांग्रेस ने अपने सहयोगियों के जो वोट खाए हैं, उसके बिना लोकसभा में इतनी सीटें जीत पाना मुश्किल था।
कांग्रेस अराजकता फैलाने में लगी है- प्रधानमंत्री मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि लोगों ने जब विकसित भारत के सपने को सच करने का मन बना लिया है, ऐसे समय देश का दुर्भाग्य है कि 6 दशक राज करने वाली कांग्रेस अराजकता फैलाने में लगी है। ये दक्षिण में जाकर उत्तर के खिलाफ बोलते हैं। इन्होंने भाषा के नाम पर बांटने की कोशिश की है। कांग्रेस पार्टी खुलेआम एक जाति को दूसरी के खिलाफ लड़ाने के लिए नरेटिव गढ़ रही है, अफवाहें फैला रही है।
देश के एक हिस्से को हीन बताने के लिए कांग्रेस के लोग बढ़ावा दे रहे हैं। देश में आर्थिक अराजकता फैलाने के लिए भी सोची-समझी चालें चल रहे हैं। उनके राज्य जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां आर्थिक अराजकता फैलानी कोशिश की जा रही है। इन्होंने कहा था कि इनके मुताबिक 4 जून को नतीजे नहीं आए तो देश में आग लगा दी जाएगी। भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को ताक पर रखकर अराजकता फैलाने का काम किया गया। CAA को लेकर अराजकता फैलाई गई।