'आरक्षण हटा देंगे वाले दावे के रहते महाराष्ट्र में हमें हुआ नुकसान',400 पार के नारे का ज़िक्र कर सीएम एकनाथ शिंदे ने कही ये बात
लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद महाराष्ट्र के राजनीतिक दलों में उथल-पुथल है। एक तरह शरद पवार की पार्टी में नोक झोंक की खबरें हैं तो दूसरी तरफ शिवसेना (शिंदे) गुट और अजित पवार की एनसीपी में हलचल जारी है। इस बीच प्रदेश के सीएम एकनाथ शिंदे ने बयान दिया है कि बीजेपी और उनके गठबंधन को विपक्ष के संविधान से जुड़े दावे और 400 पार के नारे के रहते हार का सामना करना पड़ा है।
एकनाथ शिंदे का कहना था कि विपक्ष ने लोगों के बीच यह गलत संदेश पहुंचाया कि अगर बीजेपी को 400 के पार सीट मिल गई तो हम संविधान में संशोधन कर देंगे और जाति आधारित आरक्षण को खत्म कर दिया जाएगा।
क्या बोले एकनाथ शिंदे?
मंगलवार को मुंबई में एक बैठक के दौरान सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि चुनावों के दौरान हमें कुछ जगहों पर हार का सामना करना पड़ा, इसकी वजह गलत बयानबाजी किया जाना था। सीएम शिंदे ने कहा, "विपक्ष ने गलत बयानबाजी की कि संविधान में बदलाव किया जाएगा और आरक्षण खत्म किया जाएगा । लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ नहीं होने वाला था। हमारे 400 पार नारे ने गलत धारणाएं पैदा कीं और लोगों के मन में आशंकाएं पैदा कीं कि भविष्य में यह मुद्दा बनेगा।"
शिंदे की शिवसेना ने 15 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और उनमें से सात पर जीत हासिल की, जबकि भाजपा ने राज्य में 28 सीटों पर चुनाव लड़कर 9 सीटें जीतीं।
संजय राउत ने कहा-अजित पवार और शिंदे की वजह से बीजेपी को हुआ नुकसान
शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा को जो नुकसान हुआ है, वह अजित पवार और एकनाथ शिंदे की वजह से हुआ है। संजी राउत ने आगे कहा, "एकनाथ शिंदे ने पैसे और पुलिस की ताकत से 7 सीटें जीती हैं। 400 पार का नारा नरेंद्र मोदी ने दिया था। क्या उनमें इतनी हिम्मत है कि वे जाकर उनसे कहें कि यह नारा गलत था?"
इसके अलावा महाराष्ट्र से जुड़ी बड़ी खबरों में यह भी है कि शरद पवार की एनसीपी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक मीटिंग के दौरान पार्टी के नेता रोहित पवार और प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के बीच नोक-झोंक की बात भी सामने आई है।