तिहाड़ जेल से निकले CM केजरीवाल, कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बोले- तानाशाही के खिलाफ तन, मन और धन से लड़ रहा हूं
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल से बाहर आ गए हैं। जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल गाड़ी से बाहर आए और AAP के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हनुमान जी के आशीर्वाद से आपके बीच में हूं और देश को तानाशाही से बचाना है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि शनिवार सुबह 11 बजे कनॉट प्लेस मंदिर में आप सभी आइए और हम हनुमान जी का दर्शन करेंगे।
सीएम केजरीवाल ने यह भी कहा कि कल दोपहर एक बजे पार्टी ऑफिस आइए और वहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट के जजों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि मैं तन, मन और धन से लड़ रहा हूं और संघर्ष कर रहा हूं।
सीएम केजरीवाल को रिसीव करने उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज, आतिशी समेत कई नेता तिहाड़ जेल पहुंचे थे।
गेट नंबर 4 से बाहर निकले अरविंद केजरीवाल
केजरीवाल को रिसीव करने दर्जनों विधायक भी जेल पहुंचे थे। सभी नेता गेट नंबर एक पर रुके थे लेकिन केजरीवाल का काफिला गेट नंबर 4 से बाहर निकला। केजरीवाल एक काली गाड़ी से बाहर आए और उसमें आम आदमी पार्टी के संगठन महामंत्री संदीप पाठक और केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी मौजूद थीं।
भारी सुरक्षा के बीच अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल से बाहर निकले। जब वह बाहर निकले तो वह गाड़ी की आगे वाली सीट पर बैठे थे और मुस्कुरा रहे थे। इस दौरान हाथ उठाकर लोगों का अभिवादन भी उन्होंने स्वीकार किया।
एक जून तक अंतरिम जमानत पर बाहर रह सकेंगे केजरीवाल
सुप्रीम कोर्ट से अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिली है। केजरीवाल एक जून तक अंतरिम जमानत पर बाहर रह सकेंगे। 2 जून को उन्हें सरेंडर करना होगा। 50 हजार के निजी मुचलके पर अरविंद केजरीवाल को जमानत मिली है। लेकिन इसके साथ ही उनपर कुछ शर्तें लगाई गई हैं।
इन शर्तों के साथ मिली जमानत
- 50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत
- मुख्यमंत्री दफ्तर नहीं जाएंगे और दिल्ली सचिवालय भी नहीं जाएंगे अरविंद केजरीवाल
- बिना उपराज्यपाल की अनुमति के किसी फाइल पर साइन नहीं करेंगे
- शराब नीति घोटाले में अपने भूमिका को लेकर कोई टिप्पणी करेंगे अरविंद केजरीवाल
- किसी गवाह से संपर्क नहीं करेंगे अरविंद केजरीवाल