संविधान को लेकर BSP चीफ मायावती का बड़ा आरोप, कहा- पक्ष-विपक्ष दोनों ने मिलकर कई संशोधन कर दिए
BSP Chief Mayawati: देश में इस वक्त एक नया मुद्दा छाया हुआ है, वो है 'संविधान'। लोकसभा चुनाव के दौरान से अब तक विपक्षी इंडिया गठबंधन भाजपा पर संविधान बदलने का आरोप लगाती रही है। वहीं बीजेपी ने इंडिया गठबंधन के इन आरोपों को एक साजिश करार दिया है और कहा कि वो ऐसे मुद्दे लाकर देश की जनता को भ्रमित करना चाहती है। जबकि पीएम मोदी खुद कह चुके हैं कि जब तक हम जिंदा हैं, तब तक संविधान से कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता है।
अब पक्ष-विपक्ष के इन्हीं आरोप-प्रत्यारोपों के बीच मंगलवार को बसपा चीफ और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने संविधान मुद्दे को लेकर दोनों गुटों पर निशाना साधा है।
केंद्रीय संसद में विपक्ष द्वारा संविधान की कॉपी दिखाई जाने के मामले में बसपा चीफ ने कहा, 'ये सब एक ही थाली के चट्टे-बट्टे लग रहे हैं और इन दोनों ने मिलकर इस संविधान को जातिवादी, सांप्रदायिक और पूंजीवादी संविधान बना दिया।'
मायावती ने आरोप लगाया कि सत्ता और विपक्ष की दोनों की अंदरूनी मिलीभगत है। दोनों ही सत्ता विपक्ष की अंदरूनी मिलीभगत से जबरदस्ती संविधान बचाने का नाटक किया जा रहा। अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए ये दोनों ही भारतीय संविधान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं ये कतई उचित नहीं है।
बीसपी चीफ ने कहा कि इन दोनों ने अंदर-अंदर मिलकर संविधान में इतने संशोधन कर दिए कि अब ये समतामूलक, धर्म निरपेक्ष नहीं, बल्कि पूंजीवादी, जातीवादी और सांप्रदायिक संविधान बनकर रह गया। ये दोनों ही आरक्षण को समाप्त करना चाहते हैं और एससी, एसटी, आदिवासी को संविधान का लाभ नहीं देना चाहते है।
बता दें, सोमवार को लोकसभा सत्र की शुरुआत से पहले ही इंडिया गठबंधन के सांसद हाथों में संविधान की कॉपी लेकर प्रदर्शन करने उतरे थे। विपक्षी सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ भी जमकर हल्ला बोला था।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी संविधान पर जो कर रहे हैं, वह हमारे लिए एक्सेप्टेबल नहीं है। वे जो चाह रहे हैं, उसे हम होने नहीं देंगे, इसलिए हम आज संविधान की कॉपी शपथ लेने के दौरान लेकर गए।
राहुल गांधी यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा था कि हिंदुस्तान के संविधान को कोई शक्ति नहीं छू सकती है। हम इसमें कोई भी बदलाव नहीं होने देंगे। राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस के सभी सांसदों ने बीजेपी सरकार का विरोध किया।