BJP के किस सांसद ने नहीं ली ईश्वर के नाम पर शपथ? संसद के गलियारे में होती रही इस बात की फुसफुसाहट
Minister of State for Jalshakti Raj Bhushan Choudhary: 18वीं लोकसभा का सत्र शुरू हो चुका है और कई सांसदों ने संसद सदस्य के रूप में सोमवार को शपथ भी ली। इसी में बीजेपी के एक सांसद का शपथ लेना काफी चर्चा का विषय बना रहा। नाम है राज भूषण चौधरी। जलशक्ति राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी ने सोमवार को लोकसभा में "ईश्वर के नाम" के बजाय "सत्यनिष्ठा प्रतिज्ञा (Solemnly Affirm)" के साथ शपथ लेकर अपनी पार्टी के कई सहयोगियों को आश्चर्यचकित कर दिया।
बिहार के मुजफ्फरपुर से सांसद चौधरी भाजपा के एकमात्र मंत्री थे, जिन्होंने अपनी शपथ में ईश्वर का जिक्र नहीं किया। संसदीय शपथ के अनुसार, सांसद या तो "भगवान के नाम पर शपथ ले सकते हैं" या "सत्यनिष्ठा की प्रतिज्ञा (Solemnly Affirm)" कर सकते हैं कि वे कानून द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची आस्था और निष्ठा रखेंगे।
संसद के गलियारे में कानाफूसी यह थी कि चौधरी ने "एक समाजवादी" या "एक कम्युनिस्ट" के रूप में शपथ ली, जो अपनी शपथ में भगवान का जिक्र नहीं करते।
बता दें, नई सरकार में 72 सांसदों को मंत्री बनाया गया है। इनमें बिहार के मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के राजभूषण चौधरी को भी नई मोदी सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया है। 46 वर्षीय डॉक्टर राज भूषण चौधरी ने कांग्रेस के अजय निषाद को करीब 2,34,927 वोटों से हाराया है।
चुनाव आयोग के आंकड़ें के मुताबिक, बीजेपी के राजभूषण चौधरी को 6,19,749 वोट मिले हैं, जबकि अजय निषाद 3,84,822 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। राजभूषण चौधरी बिहार में सबसे अधिक वोटों के अंतर से चुनाव जीतने वाले पहले नेता बनकर उभरे हैं। इस लोकसभा चुनाव में इनसे अधिक वोटों के अंतर से किसी भी नेता ने बिहार में चुनाव नहीं जीता है।
कौन हैं राजभूषण चौधरी?
राजभूषण चौधरी का जन्म चार जुलाई 1977 को बेगूसराय में हुआ था। वो ग्रेजुएट पास हैं और एक डॉक्टर भी हैं। बेगूसराय के कुंभी से मैट्रिक की परीक्षा पास कर समस्तीपुर के हसनपुर कॉलेज से इंटर किया। इसके बाद धनबाद के पाटलिपुत्रा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया, फिर दरभंगा मेडिकल कॉलेज से एमडी की डिग्री ली।वो दरभंगा मेडिकल कॉलेज में सीनियर रेजिडेंट भी रहे।
डॉ. राजभूषण चौधरी निषाद कुछ महीने पहले ही वीआईपी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे और बीजेपी ने उन्हें टिकट दिया। चुनाव में उन्होंने शानदार जीत हासिल की। वो मल्लाह जाति से हैं। यही वजह है कि केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें मंत्री बनाकर इनाम दिया है।
राजभूषण निषाद मुजफ्फरपुर के सकरा के पिलखी से ताल्लुक रखते हैं। डॉक्टरी के अलावा षाद विकास संघ से भी लंबे समय से जुड़े हुए हैं। वो 2017 में यह मुकेश सहनी के संपर्क में आए और राजनीति में आगे बढ़े।
चुनाव आयोग को दिए अपने हलफनामें के मुताबिक, उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। उनके पास 5.5 करोड़ की देनदारी है। राज भूषण चौधरी के पास कुल संपत्ति 16.7 करोड़ रुपये है, जिसमें 4.5 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 12.2 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है।