scorecardresearch
For the best experience, open
https://m.jansatta.com
on your mobile browser.

Lok Sabha Pro-tem Speaker: भर्तृहरि महताब होंगे लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर, राष्ट्रपति ने दी मंजूरी, कांग्रेस ने इस वजह से किया विरोध

18वीं लोकसभा में सबसे वरिष्ठ सांसद कोडिकुनिल सुरेश (कांग्रेस) और वीरेंद्र कुमार (बीजेपी) हैं, दोनों अब अपना 8वां कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। कुमार अब केंद्रीय मंत्री हैं और इसलिए यह उम्मीद थी कि कोडिकुनिल सुरेश अस्थायी अध्यक्ष होंगे।
Written by: जनसत्ता
नई दिल्ली | Updated: June 21, 2024 13:11 IST
lok sabha pro tem speaker  भर्तृहरि महताब होंगे लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर  राष्ट्रपति ने दी मंजूरी  कांग्रेस ने इस वजह से किया विरोध
लोकसभा सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया।
Advertisement

नई सरकार गठन के बाद अब सोमवार से पीएम मोदी के नेतृत्व में तीसरी सरकार के पहले सत्र की शुरुआत होगी। इस सत्र में वरिष्ठ सांसद भर्तृहरि महताब (Bhartruhari Mahtab) एक निश्चित समय के लिए अस्थायी अध्यक्ष (Pro-tem Speaker) होंगे। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने एक्स पर यह जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि गुरुवार को राष्ट्रपति भर्तृहरि महताब, सदस्य, लोकसभा को अध्यक्ष के चुनाव तक अध्यक्ष के कर्तव्यों का पालन करने के लिए मंजूरी दी है।

पांच अन्य वरिष्ठ सांसद भी नए सदस्यों को दिलाएंगे शपथ

उन्होंने बताया कि यह मंजूरी संविधान के अनुच्छेद 95(1) के तहत प्रोटेम स्पीकर के रूप में दी गई है। राष्ट्रपति को संविधान के अनुच्छेद 99 के तहत सुरेश कोडिकुन्निल, थालिकोट्टई राजुथेवर बालू, राधा मोहन सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते और सुदीप बंद्योपाध्याय को नवनिर्वाचितों को शपथ प्रतिज्ञा में सहायता के लिए प्रोटेम स्पीकर घोषित किया है। यह तैनाती 18वीं लोकसभा के नए अध्यक्ष की तैनाती तक प्रभावी होगी।

Advertisement

उधर, कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि उसके आठ बार के सांसद कोडिकुनिल सुरेश के बजाय भारतीय जनता पार्टी के सांसद भर्तृहरि महताब को लोकसभा का अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया जाना संसदीय मानदंडों को नष्ट करने का एक और प्रयास है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि सुरेश को अस्थाई अध्यक्ष नियुक्त किया जाना चाहिए था क्योंकि वह आठ बार के सांसद हैं, जबकि महताब सात बार के सांसद है। रमेश ने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि उसने के सुरेश को नजरअंदाज क्यों किया, वह कौन सा कारण था जिसने उन्हें इस पद से अयोग्य ठहराया?

क्या इस निर्णय को प्रभावित करने वाले कुछ गहरे मुद्दे हैं, शायद सिर्फ योग्यता और वरिष्ठता से परे? कांग्रेस महासचिव रमेश ने कहा कि परंपरा के अनुसार, जिस सांसद ने अधिकतम कार्यकाल पूरा किया है, उसे पहले दो दिनों के लिए प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाता है, जब सभी नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई जाती है।

Advertisement

18वीं लोकसभा में सबसे वरिष्ठ सांसद कोडिकुनिल सुरेश (कांग्रेस) और वीरेंद्र कुमार (बीजेपी) हैं, दोनों अब अपना 8वां कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। कुमार अब केंद्रीय मंत्री हैं और इसलिए यह उम्मीद थी कि कोडिकुनिल सुरेश अस्थायी अध्यक्ष होंगे। रमेश ने कहा कि उनकी जगह सात बार के सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है। वह छह बार बीजू जनता दल से सांसद रहे और अब भाजपा सांसद हैं।

Advertisement

Advertisement
Tags :
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
×
tlbr_img1 Shorts tlbr_img2 खेल tlbr_img3 LIVE TV tlbr_img4 फ़ोटो tlbr_img5 वीडियो