303 सीटों में से इस बार बीजेपी ने 92 सीटें गवाई, 32 नई लोकसभा सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाब रही भगवा पार्टी
Lok Sabha Chunav Result 2024: लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं। इस बार भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। 2019 के लोकसभा इलेक्शन मे बीजेपी ने 303 सीटों पर विजयी परचम लहराया था। इनमें से इस बार पार्टी 208 ही सीटें जीत पाई। इस बार उसने 92 सीटे खो दी और तीन अपने साथी दलों को दे दी। जिन दलों की सीटें दी उनमें जेडीयू, जेडीएस और राष्ट्रीय लोकदल शामिल है। यह एक-एक सीट जीतने में विजयी रहे। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने 32 नई सीटें जीती हैं। इसके बाद उसकी संख्या 240 हो गई है।
भारतीय जनता पार्टी को जिन 92 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा, उन पर गौर करने के बाद एक पैटर्न सामने निकलकर आता है। 29 लोकसभा सीट एससी और एसटी कैटेगरी के लिए रिजर्व थी। पार्टी को सबसे बड़ा नुकसान उत्तर प्रदेश में हुआ जहां 92 में से 29 सीटें उसे मिलीं। वहीं, महाराष्ट्र और राजस्थान में भी भगवा पार्टी को खामियाजा भुगतना पड़ा। महाराष्ट्र में 16 और राजस्थान में 10 सीटों का नुकसान हुआ। इसके अलावा पार्टी को कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में आठ-आठ सीटों पर भी हार का सामना करना पड़ा।
पार्टी को हरियाणा में भी नुकसान हुआ
सबसे ज्यादा नुकसान पार्टी को हरियाणा में हुआ। यहां पर पिछली बार 10 की 10 सीटें मिलीं। इस बार यह आधी ही रह गई। बिहार में 5, झारखंड में 3, पंजाब में 2 और असम, चंडीगढ़ , दमन और दीव, गुजरात, लद्दाख (यह 2019 में जम्मू और कश्मीर का हिस्सा था ) और मणिपुर में एक-एक सीट हारी। कुल मिलाकर भारतीय जनता पार्टी ने 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 92 सीटें गवां दी।
रिजर्व सीटों में गिरा बीजेपी का ग्राफ
भाजपा ने हार का सामना ना केवल सामान्य सीटों पर किया बल्कि रिजर्व सीटों पर भी उसे हार का मुंह देखना पड़ा। भाजपा ने जो 92 सीटें गवाईं उनमें से 63 सामान्य, 18 एससी कैटेगरी के लिए और 11 एसटी कैटेगरी के लिए रिजर्व थीं। यह ज्यादातर सीटें गावों के इलाकों में थी। लेकिन इनमें मुंबई उत्तर मध्य और मुंबई उत्तर पूर्व जैसी शहरी सीटें भी शामिल थीं, जहां कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने भाजपा को हराया था।
92 सीटों में से 11 लोकसभा सीट औरंगाबाद, दुमका, लोहरदगा, गुलबर्गा, रायचूर, गढ़चिरौली-चिमुर, बाड़मेर, करौली-धौलपुर, बांदा, चंदौली और फतेहपुर देश के गरीब जिलों में से हैं। इन जिलों से भी सपा और कांग्रेस ने बीजेपी को झटका दिया। 92 सीटों में से कांग्रेस ने भाजपा से ज्यादातर 42 सीटें छीनीं, जिनमें महाराष्ट्र में 9, राजस्थान में 8 और उत्तर प्रदेश में 4 सीटें शामिल हैं। समाजवादी पार्टी ने भाजपा के खिलाफ 25 सीटें जीतीं और ये सभी सीटें यूपी में थीं।
बंगाल में टीएमसी ने 8 और महाराष्ट्र में एनसीपी-शरद पवार की पार्टी ने 5 सीटों पर जीत हासिल की। उन 92 सीटों पर भाजपा के खिलाफ जीतने वाली दूसरी पार्टियों में आम आदमी पार्टी, भारत आदिवासी पार्टी, सीपीआई (ML), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (M), झारखंड मुक्ति मोर्चा, आरजेडी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना शामिल है।
32 नई लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की
2019 में भाजपा की 303 सीटों में से 77 सीटें एससी और एसटी कैटेगरी के लिए रिजर्व थीं। इनमें से भगवा पार्टी और उसके सहयोगी 2024 के लोकसभा इलेक्शन में केवल 48 सीटें ही बचा पाए, जबकि बाकी 29 सीटें विपक्षी दलों ने जीत लीं। हालांकि, बीजेपी को इन 92 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उसने 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 32 नई लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की। इसी की वजह से बीजेपी की सीटों की संख्या 240 के आंकड़े को छू पाई।
इन 32 सीटों में से सबसे ज्यादा ओडिशा से मिली है। बीजेपी ने राज्य से 12 सीटे जीतीं। तेलंगाना से 4, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से तीन-तीन, पश्चिम बंगाल से दो और बिहार व दादर-नागर हवेली से एक-एक सीटें अपने खाते में डाली। छत्तीसगढ़ , अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश , कर्नाटक और केरल से भी एक-एक सीटे मिली।