'BJP ने जो महाराष्ट्र में किया वही पंजाब में...', अकाली दल का मोदी सरकार पर बड़ा आरोप
Shiromani Akali Dal: शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जो महाराष्ट्र में किया, वही वो पंजाब में साजिश रचने की कोशिश कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार अपने इस मंसूबे में कामयाब नहीं होगी। कौर ने कहा कि पूरा शिरोमणि अकाली दल एकजुट है और सुखबीर बादल के साथ खड़ा है। भाजपा के कुछ पिट्ठू शिरोमणि अकाली दल को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
हरसिमरत कौर ने कहा कि जो बीजेपी ने जो महाराष्ट्र में किया, वही वो पंजाब में करने जा रही है। लेकिन पूरी पार्टी सुखवीर सिंह बादल जी के साथ मजबूती से खड़ी है। लेकिन बीजेपी अपनी इस साजिश में पूरी तरह से नाकाम होगी।
कौर ने कहा कि 117 नेताओं में से केवल 5 नेता सुखबीर बादल के खिलाफ हैं, जबकि 112 नेता पार्टी और सुखबीर बादल के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि जो पांच लोग विरोध में हैं, यह सभी बीजेपी के साथ हैं या उनके संपर्क में हैं।
अकाली दल की सांसद ने उन पांच लोगों के बारे में भी बताया, जो सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ है और बीजेपी के साथ हैं या फिर उनके संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि जो पांच लोग हैं, उनमें से एक ने बीजेपी के कैंडिडेट बनकर लोकसभा चुनाव लड़ा। दूसरे को भी बीजेपी ने चुनाव लड़वाया था, जो तीसरे हैं उनके भाई बीजेपी के साथ हैं और जो चौथे हैं वो बीजेपी के साथ ज्वाइन करने के लिए अंदर-बाहर होते रहे। उन्होंने कहा कि यह सभी बीजेपी के पिट्ठू हैं, जो यह कर रहे हैं। जबकि पंजाब इसको भलीभांति जानता है। उन्होंने कहा कि पूरी पार्टी सुखबीर सिंह बादल के साथ है। बीजेपी ने 117 में से पांच लोग तोड़े हैं।
ऐसे में पंजाब की सियासी फिजाओं में एक सवाल तैर रहा है कि अकाली दल में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है कि क्योंकि पार्टी के कुछ नेता सुखबीर सिंह बादल से इस्तीफा चाहते हैं। इसी के मद्देनजर मंगलवार को अकाली दल के अंदर दो बैठकें हुईं। अकाली दल के बागी नेताओं ने जालंधर में बैठक की और इस बैठक में पार्टी के कुछ जिलों के प्रधान भी शामिल हुए। जबकि दूसरी बैठक चंडीगढ़ में पार्टी के प्रधान सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता में हुई। यह बैठक लोकसभा चुनाव में अकाली दल के प्रदर्शन की समीक्षा को लेकर रखी गई थी।
जालंधर में हुई बैठक के बाद बागी नेताओं ने ऐलान किया कि 1 जुलाई से शिरोमणि अकाली दल बचाओ आंदोलन की शुरुआत की जाएगी। जालंधर के गांव वडाला में आयोजित बागी नेताओं की इस बैठक में पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा, एसजीपीसी की पूर्व अध्यक्ष बीबी जगीर कौर, पूर्व मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा, पूर्व विधायक सिकंदर सिंह मलूका और सुरजीत सिंह रखड़ा जैसे बड़े नेता मौजूद रहे।
बागी नेताओं ने मांग की कि पार्टी के प्रधान सुखबीर सिंह बादल को पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझते हुए त्याग की भावना दिखानी चाहिए और किसी ऐसे नेता के हाथ में पार्टी की कमान सौंपनी चाहिए जो अकाली दल को मजबूत कर सके और धर्म और राजनीति के बीच संतुलन भी कायम कर सके। अकाली दल के बागी नेताओं की बैठक में पार्टी का प्रधान पद संत समाज से जुड़े किसी बड़े चेहरे को देने पर भी विचार किया गया है।
दूसरी ओर, चंडीगढ़ में हुई शिअद की बैठक में पार्टी के प्रधान सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में भरोसा जताया गया। अकाली दल ने कहा है कि यह सभी बागी नेता निराश हैं और बीजेपी के द्वारा प्रायोजित हैं। पार्टी ने कहा कि वे अकाली दल को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। सुखबीर सिंह बादल ने बैठक में कहा कि उन्होंने सभी को सम्मान दिया और पार्टी के हित से ऊपर उनके लिए कुछ भी नहीं है उनका अपना परिवार भी पार्टी के बाद है।