हरियाणा विधानसभा चुनाव पर नजर, पांच सीटें हारी बीजेपी, फिर भी बनाए तीन मंत्री, जानिए मिले कौन से मंत्रालय
Modi Cabinet: हरियाणा में लोकसभा इलेक्शन में इस बार भारतीय जनता पार्टी को 10 में से केवल पांच ही सीटें मिली हैं। वहीं, बीजेपी ने हरियाणा के 5 सांसदों में से तीन को केंद्रीय मंत्री बनाकर सबको हैरान कर दिया है। केंद्रीय कैबिनेट में करनाल के सांसद मनोहर लाल खट्टर, गुरुग्राम के राव इंद्रजीत सिंह और फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर को जगह दी गई है। ऐसे में अब एक ही सवाल का जवाब लोग जानना चाहते हैं कि पिछली बार से खराब प्रदर्शन के बावजूद भी हरियाणा से तीन सांसदों को जगह क्यों मिली।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हरियाणा से तीन सांसदों को शामिल करने के पीछे पांच महीने बाद होने वाला विधानसभा चुनाव है। भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के पंजाबी, अहीर, व गुर्जर समुदाय के साथ-साथ जीटी रोड और अहीरवाल बेल्ट को साधते हुए 90 विधानसभा सीटों में से 46 का आंकड़ा छूने की जुगत में लगी हुई है।
मनोहर लाल खट्टर को मिली कैबिनेट में जगह
केंद्रीय नेतृत्व ने साल 2014 के विधानसभा चुनावों में मनोहर लाल खट्टर को विधानसभा का टिकट दिया था। उस समय यह अंदाजा नहीं लगाया गया था कि उनको मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। भारतीय जनता पार्टी बहुमत के साथ राज्य की सत्ता में आई और मनोहर लाल खट्टर को सीएम बनाया गया।
2019 के चुनाव में गठबंधन की सरकार बनी और उसमें भी सीएम मनोहर लाल खट्टर को ही बनाया गया। अब 2024 में मनोहर लाल खट्टर को सीएम की कुर्सी से उतारकर करनाल से लोकसभा चुनाव का टिकट थमा दिया था और कांग्रेस ने यूथ प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा को मैदान में उतारा, लेकिन दिव्यांशु 2.23 लाख वोटों से हार गए। मनोहर लाल खट्टर को 2 मंत्रालय दिए गए हैं जिनमे ऊर्जा मंत्रालय के साथ शहरी और आवास राज्य मंत्रालय भी शामिल है।
राव इंद्रजीत का मोदी कैबिनेट में बढ़ा कद
छठी बार देश की संसद में पहुंचे राव इंद्रजीत को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में केंद्रीय राज्य मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पिछली सरकार में उनके पास दो मंत्रालयों का ही जिम्मा था। मगर इस बार मोदी सरकार ने उन्हें तीन मंत्रालय की कमान देकर उनका कद बढ़ा दिया है। उन्हें राज्य मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन, योजना मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कभी कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं में शामिल रहे राव इंद्रजीत सिंह 6 बार के सांसद और 4 बार के विधायक हैं। उन्होंने साल 2014 के इलेक्शन से पहले भारतीय जनता पार्टी को जॉइन किया था। उनके पिता राव बीरेंद्र सिंह 1967 में हरियाणा के दूसरे सीएम रहे थे।
कृष्णपाल गुर्जर ने लगाई जीत की हैट्रिक
फरीदाबाद से जीते कृष्णपाल गुर्जर भी पूर्व में मोदी कैबिनेट के सदस्य रह चुके हैं। दिल्ली से सटी फरीदाबाद सीट हाई प्रोफाइल सीट मानी जाती है। कृष्णपाल गुर्जर हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का पदभार भी संभाल चुके हैं। गुर्जर के लिए यह तीसरा मौका है, जब वह मंत्री बने हैं। साल 2014 में जब कृष्ण पाल गुर्जर पहली बार सांसद चुने गए थे तो उन्हें केंद्रीय सड़क परिवहन राज्यमंत्री का जिम्मा सौंपा गया था। बाद में उनका मंत्रालय बदलकर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री का कार्यभार दिया गया। कृष्णपाल गुर्जर को सहकारिता मंत्रालय में राज्य मंत्री की जगह दी गई है।