अयोध्या में कब तक पूरी तरह तैयार हो जाएगा राम मंदिर, राम दरबार की कब होगी स्थापना? सामने आई ये बड़ी अपडेट
Ayodhya: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का काम जोरों से चल रहा है। यहां रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। राम मंदिर के प्रथम तल के बाद दूसरे तल को अंतिम रूप दिया जा रहा है। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने रविवार को मंदिर निर्माण के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण 90 फीसदी पूरा हो चुका है। जुलाई के आखिर तक प्रथम तल पूरी तरह तैयार हो जाएगा। इसके बाद राम दरबार की स्थापना की जाएगी।
प्रथम तल पर होगी राम दरबार की स्थापना
प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना की जानी है। राम दरबार में लगने वाली मूर्तियां संगमरमर की होंगी। इसके लिए राजस्थान के चार मूर्तिकारों से बाचतीच की गई है। ट्रस्ट की ओर से टेंडर भी जारी हो चुका है। इस प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाएगा। बता दें कि 2.7 एकड़ में फैले राम मंदिर का निर्माण गुलाबी बलुआ पत्थर से किया गया है। मंदिर एक बड़े प्रांगण से घिरा हुआ है और इसमें अन्य हिंदू देवताओं को समर्पित कई छोटे मंदिर हैं। मंदिर की सबसे खास विशेषता विशाल शालिग्राम पत्थर है, माना जाता है कि यह काला पत्थर भगवान राम का प्रतिनिधित्व करता है और इसे नेपाल में गंडकी नदी से लाया गया था।
तीन मंजिल का बनाया जा रहा राम मंदिर
अयोध्या में 161 फीट ऊंचे राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। पहली मंजिल भगवान राम को समर्पित है। यहीं राम दरबार स्थापित किया जाएगा। दूसरी मंजिल भगवान हनुमान को समर्पित है, और तीसरी मंजिल अयोध्या के इतिहास और संस्कृति को प्रदर्शित करने वाला एक संग्रहालय है। तीन मंजिला राम मंदिर में हर मंजिल की ऊंचाई 20 फीट होगी। इसके ग्राउंड फ्लोर पर 160 खंभे होंगे वहीं राम मंदिर में कुल 392 खंभे होंगे। इसके अलावा राम मंदिर में कुल 44 भव्य और बड़े दरवाजे भी होंगे। मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर गर्भग्रह होगा। इसमें भगवान श्री राम के बाल स्वरूप के दर्शन होंगे।
9 महीने में पूरा होगा राम मंदिर का निर्माण
राम मंदिर का निर्माण 9 महीने में पूरा कर लिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक 1000 से भी अधिक मजदूर राम मंदिर के निर्माण कार्य में दिन रात जुटे हैं। 9 महीने में सभी काम को खत्म करने को कहा गया है। इसके बाद परिसर में कोई काम नहीं दिया जाएगा। पत्थरों की कटाई का काम करीब पूरा हो चुका है। इनके एक-एक कर जोड़ा जा रहा है। मंदिर परिसर में मुख्य भवन के अलावा श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए भी फैसिलिटी सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है।