Akhilesh Yadav in Lok Sabha: 'आवाम ने तोड़ा सत्ता का गुरूर', लोकसभा में सरकार पर गरजे अखिलेश यादव, नौकरियों को लेकर कही ये बात
Akhilesh Yadav in Lok Sabha: 18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर संसद के दोनों सदनों में आज भी चर्चा हो रही है और धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने लोकसभा में एनडीए सरकार पर बड़ा हमला बोला है। अखिलेश ने चुनाव नतीजों में बीजेपी के बहुमत न आने को लेकर कहा है कि जनता ने सत्ता का गुरूर तोड़ दिया है।
अखिलेश यादव ने लोकसभा में तंज करते हुए कहा कि सभी समझदार और बुद्धिमान मतदाताओं को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि हारी हुई सरकार विराजमान है। जनता कह रही है ये चलने वाली नहीं, गिरने वाली सरकार है।
'4 जून सांप्रदायिक राजनीति से आजादी का दिन'
सपा नेता अखिलेश यादव ने कहा कि 15 अगस्त का दिन देश की आजादी का दिन है तो 4 जून सांप्रदायिक राजनीति से आजादी का दिन है। इस चुनाव ने तोड़ने वाली राजनीति को तोड़ दिया और जोड़ने वाली राजनीति की जीत हुई है। हम मानते हैं कि संविधान ही संजीवनी है और संविधान रक्षकों की जीत हुई। ये देश किसी की व्यक्तिगत आकांक्षा से नहीं, जन-आकांक्षा से चलेगा। मतलब अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी।
अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि पांचवी बड़ी इकोनॉमी बनाएंगे लेकिन पर कैपिटा इनकम कहां है। उन्होंने यूपी की चर्चा करते हुए कहा कि जहां से प्रधानमंत्री जी आते हैं, वहां की सरकार कह रही है कि 3 ट्रिलियन इकोनॉमी बनाएंगे। इसके लिए 35 परसेंट ग्रोथ रेट चाहिए जो मुझे नहीं लगता कि यूपी हासिल कर पाएगा।
अयोध्या की जीत का फिर किया जिक्र
किसानों का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जनता का जागरण काल आ गया है। उन्होंने कहा कि एक जीत और हुई है। अयोध्या की जीत का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि हम तो बचपन से यही सुनते आए हैं। होइहीं सोई जो राम रची राखा। ये है उसका फैसला जिसकी लाठी में नहीं होती आवाज, जो करते थे उसको लाने का दावा, वो खुद किसी के सहारे के हैं लाचार।
अखिलेश यादव ने कहा है कि उन्होंने 'हम अयोध्या से लाए हैं, उनके प्रेम का पैगाम…' इसके बाद अखिलेश यादव ने संसद में संबोधन के दौरान एक कविता भी सुनाई। अखिलेश यादव ने लोकसभा में सरकार पर शायराना हमला करते हुए कहा है कि हजूर-ए-आला आज तक खामोश बैठे हैं इसी गम में, महफिल लूट ले गया कोई जबकि सजाई हमने। उन्होंने कहा कि जब आदर्श आचार संहिता लागू हुआ, हमने देखा कि चुनाव आयोग कुछ लोगों पर मेहरबान रहा। वह संस्था निष्पक्ष होगी तो भारत का लोकतंत्र मजबूत होगा।
अखिलेश यादव ने ईवीएम पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि ईवीएम पर मुझे आज भी भरोसा नहीं है। 80 की 80 सीटें जीत जाऊं तब भी नहीं होगा। हमने चुनाव में भी कहा था कि ईवीएम से जीतकर ईवीएम हटाएंगे।