मोदी की कोर टीम में कोई बदलाव नहीं, डोभाल ही होंगे NSA चीफ, PK मिश्रा बने रहेंगे PM के सचिव
तीसरे कार्यकाल में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोर टीम में कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है। एक तरफ लगातार तीसरी बार अजित डोभाल ही एनएसए चीफ बने रहने जा रहे हैं तो वही दूसरी तरफ पीके मिश्रा पीएम के प्रधान सचिन की भूमिका निभाने जा रहे हैं। जब से नरेंद्र मोदी ने पीएम पद संभाला है, इन दोनों ने लगातार ना सिर्फ उनका साथ दिया बल्कि देश के कई फैसलों में अहम भूमिका भी निभाई है।
NSA बने रहेंगे अजित डोभाल
समझने वाली बात यह है कि एनएसए का पद संवैधानिक होता है और पीएम का सबसे विश्वसनीय भी इन्हें माना जाता है। इन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाता है और हर अहम बैठक में इनकी उपस्थिति रहती है। बात चाहे सुरक्षा से जुड़ी हो या फिर रणनीतिक लिहाज से अहम मुद्दा हो, पीएम हमेशा एनएसए की सलाह लेता है। दूसरी तरफ पीके मिश्रा भी पीएम मोदी को हर मामले में जरूरी सलाह देते हैं।
पीके मिश्रा कौन हैं?
डॉ.पीके मिश्रा, गुजरात कैडर से ताल्लुक रखते हैं और 1972 बैच के आईएएस अफसर हैं। कृषि, आपदा प्रबंधन, ऊर्जा, नियामक मामले और आधारभूत संरचना सरीखे विभिन्न क्षेत्रों में वह कई प्रोग्राम्स का प्रबंधन कर चुके हैं। इससे पहले वे पीएम के एडिश्नल प्रिंसिपल सेक्रेट्री, कैबिनेट मंत्री की रैंक पर और सेक्रेट्री अग्रीकल्चर एंड कॉपरेशन भी रह चुके हैं। उन्होंने इस दौरान नेशनल एग्रीकल्चर डेवलपमेंट प्रोग्राम और नेशनल फूड सिक्योरिटी मिशन जैसी योजनाओं में अपना योगदान दिया था।
डोभाल के सीक्रेट ऑपरेशन
डोभाल की बात करें तो उन्होंने तो एनएसए बनने से पहले भारत के लिए कई सीक्रेट ऑपरेशन्स में काम किया है। बात चाहे इराक से भारतीय नर्सों को सुरक्षित बाहर निकालने की हो या फिर नगालैंड में सेना की कार्रवाई, डोभाल ने ही रणनीति से लेकर दूसरे तमाम फैसले लिए और देश को बड़ी सफलता दिलवाई।