कोल्हापुर जेल में मुंबई बम धमाके के दोषी की हत्या, 5 आरोपियों ने मैनहोल के ढक्कन से किया वार
Mumbai Bomb Blast: 1993 मुंबई बम विस्फोट मामले के एक दोषी मुन्ना उर्फ मोहम्मद अली खान की रविवार सुबह महाराष्ट्र के कोल्हापुर जेल में न्यायिक हिरासत पर आए पांच आरोपियों ने हत्या कर दी। घटना के बाद जेल में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। यह घटना आज सुबह 6.30 के आसपास हुई है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुन्ना और पांचों आरोपियों के बीच उस समय झगड़ा हुआ जब वह नहाने के लिए पानी की टंकी पर गया था। झगड़े के दौरान ही आरोपियों ने कथित तौर पर मुन्ना के सिर पर बार-बार मैनहोल के ढक्कन से वार किया। इसके बाद उसकी जान चली गई। पुलिस ने आरोपियों की पहचान दीपक नेताजी खोत, सौरभ विकास सिद्ध, प्रतीक उर्फ पिल्या सुरेश पाटिल, संदीप उर्फ बबलू शंकर चव्हाण और ऋतुराज इनामदार के रूप में की है।
पुलिस ने कई धाराओं में दर्ज किया केस
पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि पांचों लोग एक ही गिरोह के नहीं हैं और इस बात की भी जांच की जा रही है कि उन्होंने एक साथ मिलकर मुन्ना पर वार क्यों किया, जबकि मुन्ना का पहले से किसी भी तरह का कोई झगड़ा नहीं था। इस बीच, पुलिस ने बताया कि जूना राजवाड़ा पुलिस थाने में पांच लोगों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है।
राजवाड़ा थाने के पुलिस इंस्पेक्टर संजीवकुमार जाडे ने बताया कि पांचों आरोपियों पर आईपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। जाडे ने बताया कि जब पांचो आरोपियों को रोकने की कोशिश की थी तो उन्होंने जेलकर्मियों को भी पीटा और मुन्ना की हत्या कर दी।
आरोपियों की हिरासत के लिए कोर्ट में आवेदन देंगे
जेड ने आगे बताया कि हत्या के पीछे की असली वजह अभी तक पता नहीं चल पाई है। हमें अभी तक पांचों आरोपियों की हिरासत नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि कानून के हिसाब से हम जेल से उनकी हिरासत मांगने के लिए कोर्ट में आवेदन दायर करेंगे। पुलिस ने बताया कि मरने वाला मुन्ना मुंबई का ही रहने वाला था और 1993 के मुंबई बम विस्फोट में दोषी ठहराए जाने के बाद कोल्हापुर की जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा था।
हालांकि, यह कोई पहला मामला नहीं है। इस तरह की घटना फरवरी 2023 में भी हुई थी। उस समय कोल्हापुर की जेल में एक कैदी सतपाल सिंह की दूसरे कैदी ने हत्या कर दी थी। इसके अलावा पिछले कुछ महीनों में जेल से बड़ी संख्या में मोबाइल फोन और मारिजुआना जैसे नशीले पदार्थ भी बरामद किए हैं। पिछले महीने कैदियों की सेल से सेलफोन और सिम कार्ड मिलने के बाद कुछ जेल अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया गया था।