Tips to Celebrate Safe and Healthy Holi: होली पर सोरायसिस मरीज इन बातों का रखें ध्यान, वरना बढ़ सकती है स्किन की समस्या, Holi सेलिब्रेट करने के लिए 6 तरीके अपनाएं
Tips to celebrate safe and healthy holi: सोरायसिस एक ऐसी स्किन से संबंधित परेशानी है जिसके कारण स्किन कोशिकाएं सामान्य से 10 गुना अधिक तेजी से बढ़ती हैं। इसमें स्किन पर ऊबड़-खाबड़ पैच बन जाते हैं। स्किन पर धब्बे सफेद पपड़ी के साथ लाल हो सकते हैं। डार्क रंग की स्किन पर, धब्बे भूरे रंग की पपड़ियों के साथ बैंगनी या भूरे रंग के हो सकते हैं। स्किन की ये परेशानी कहीं भी हो सकती है, लेकिन ज्यादातर ये परेशानी खोपड़ी, कोहनी, घुटनों और पीठ के निचले पर होती है। सोरायसिस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैल सकता।
SR इंस्टीट्यूट ऑफ एडवॉंस आयुर्वेदिक साइंस की स्किन स्पेशलिस्ट डॉ. मेघा चतुर्वेदी विटिलिगो, व्हाइटस्पॉट्स, ल्यूकोडर्मा,सोरायसिस,स्किन डिजीज का उपचार करती हैं। एक्सपर्ट ने बताया कि होली के त्योहार पर सोरायसिस पेशेंट अगर कैमिकल बेस्ड कलर से होली खेलेंगे तो उनकी परेशानी बढ़ सकती है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस बीमारी में इम्युनिटी ठीक से काम नहीं करती। इस बीमारी के होने के कई कारण हैं जैसे शरीर में विटामिन डी की कमी होना,हाई ब्लड प्रेशर और तनाव के कारण सोरायसिस की समस्या होने लगती है। इस बीमारी के कारण स्किन पर सूजन, जलन व लालिमा की समस्या होने लगती हैं। होली पर सोरायसिस से पीड़ित लोगों को अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। होली पर जरा सी लापरवाही के कारण समस्या बढ़ने का खतरा बढ़ सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सोरायसिस के मरीज होली पर किन बातों का ध्यान रखें ताकि उनकी स्किन की समस्याएं ज्यादा नहीं हो।
डाइट का रखें ध्यान
एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप होली खेलना चाहते हैं तो सबसे पहले अपनी डाइट का ध्यान रखें। डाइट में आप साबुतदाना के पापड़,चावल के पापड़ खाएं। आप याद रखें कि ये पापड़ डीप फ्राई नहीं हो। आप इन पापड़ को एयर फ्रायर में रखकर भी खा सकते हैं। आप त्योहार के मौके पर केला की चिप्स खा सकते हैं। आप घर की बनी गुजिया खा सकते हैं। याद रखें कि गुजिया डीप फ्राई नहीं हो। याद रखें कि गुजिया में चीनी का उपयोग नहीं हो बल्कि गुड़ या खांड से बनी गुजिया का सेवन कर सकते हैं। गुजिया का सेवन भी सीमित करें। याद रखें कि एक से दो ही गुजिया का सेवन करें।
अल्कोहल से परहेज करें
अगर आप सोरायसिस के मरीज है तो होली के त्योहार पर आप अल्कोहल का सेवन करने से परहेज करें। फेस्टिवल को इंज्वाय करने के लिए जरूरी नहीं है कि आप अल्कोहल का ही सेवन करें। आप बिना अल्कोहल के सेवन के भी अपनी होली को इंज्वाय कर सकते हैं। आप फेस्टिवल को बिना नशा किए हुए भी इंज्वाय कर सकते हैं।
सोरायसिस पर तेल लगाएं
एक्सपर्ट के मुताबिक सोरायसिस पर नारियल का तेल भर-भर कर लगाएं। होली खेलने से पहले आप नारियल के तेल में कपूर मिलाकर उसे सोरायसिस पर लगाएं। नारियल तेल लगाने से स्किन की ड्राइनेस दूर होगी और रंगों से इचिंग होने का खतरा भी नहीं रहेगा।
सिंथेटिक रंगों से नहीं इस तरह खेलें होली
एक्सपर्ट के मुताबिक सिंथेटिक रंगों से होली खेलने के बजाए आप चंदन, हल्दी,गुलाब की पत्तियों का पाउडर बनाकर उससे होली खेलें। गुलाब के फूलों के पाउडर में आप केसर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
फूलों से खेलें होली
वृंदावन में फूलों से होली खेली जाती है आप भी अपनी स्किन की हिफाजत करने के लिए फूलों से होली खेलें।
धूप से बचें
अगर आप सोरायसिस से परेशान हैं तो आप धूप में नहीं रहें। धूप में रहने से इचिंग बढ़ सकती है। सोरायसिस को ध्यान में रखते हुए आप होली खेलें।