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बेडरूम की ये खराब आदतें पार्टनर के प्यार से कर देंगी महरूम, Intimate लाइफ में कड़वाहट हटाने के लिए ये काम हैं जरूरी

मैचमेकर और रिलेशनशिप कोच, राधिका मोहता के अनुसार पैरलल स्क्रॉलिंग का मतलब है जब कोई इंसान शारीरिक रूप से कहीं मौजूद होता है लेकिन उसका दिमाग दूसरी जगह पर होता है।
Written by: Shahina Noor
नई दिल्ली | May 15, 2024 14:51 IST
बेडरूम की ये खराब आदतें पार्टनर के प्यार से कर देंगी महरूम  intimate लाइफ में कड़वाहट हटाने के लिए ये काम हैं जरूरी
आप मोबाइल या किसी गैजेट्स के साथ मसरूफ रहते हैं तो इससे आपके रिश्ते में तुलना और अपर्याप्तता की भावना पैदा होती है। freepik
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जिंदगी की मसरूफियत के बीच हम लोगों के पास इतना वक्त नहीं होता कि हम अपने पार्टनर, फैमिली और रिश्तेदारों की खैर-खबर रखें। सुबह बिस्तर से उठना जल्दी-जल्दी अपने काम निपटाना और फिर 10-12 घंटों की नौकरी करना, उसके बाद जो वक्त मिलता है वो मोबाइल और टीवी ले लेता है। इसी बीच अगर बीवी और बच्चों पर थोड़ा ध्यान चला जाता है तो सिर्फ जवाब-सवाल ही होते हैं।

आप जानते हैं कि जिंदगी की ये मसरूफियत आपको अपनों से दूर कर रही है। रिश्ते में प्यार और मोहब्बत को बनाए रखने के लिए रिश्तों को वक्त देना जरूरी है। आजकल कपल्स में तलाक के मामले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं जिसका सबसे बड़ा कारण रिश्तों में दूर है। कपल्स बेडरूम में भी एक-दूसरे को वक्त नहीं देते।

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ज्यादातर कपल्स बेडरूम में जाते ही बिस्तर पर लेटते ही मोबाइल को पकड़ लेते हैं। मोबाइल के साथ लोगों की मसरूफियत इंटीमेट लाइफ को भी तबाह कर रही है। मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल और रिलेशनशिप कोच एकता दीक्षित कहती हैं कि अपने रिश्ते को मजबूत करने के लिए क्वालिटी टाइम बिताना जरूरी है। आज कल कपल्स पैरलल स्क्रॉलिंग का शिकार हैं जो उनकी इंटीमेसी को प्रभावित कर रहा है। आइए एक्सपर्ट जानते हैं कि पैरलल स्क्रॉलिंग क्या है जो इंटीमेट लाइफ को प्रभावित कर रहा है।

पैरलर स्क्रॉलिंग क्या है?

मैचमेकर और रिलेशनशिप कोच, राधिका मोहता के अनुसार पैरलर स्क्रॉलिंग का मतलब है जब कोई इंसान शारीरिक रूप से कहीं मौजूद होता है लेकिन उसका दिमाग दूसरी जगह पर होता है। दूसरी जगह से मतलब है कि इंसान बेडरूम में तो मौजूद होता लेकिन वो फोन, टैबलेट, लैपटॉप या किसी दूसरे डिवाइस पर हो सकता है। एक्सपर्ट ने बताया कि बेडरूम सबसे खास जगह है जहां कपल्स एक-दूसरे के करीब होते हैं लेकिन वो पैरलर स्क्रॉलिंग का शिकार हैं तो उनके साथ रहने का कोई फायदा नहीं।

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मोबाइल और गेजेट्स के साथ बढ़ती मसरूफियत लोगों के रिश्ते को बिगाड़ देती है। पैरलर स्क्रॉलिंग से रिश्ते में तनाव पैदा होता है, आपसी कलाह भी बढ़ती है और भावनात्मक स्तर पर दूरी पैदा होती है।

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आप मोबाइल या किसी गैजेट्स के साथ मसरूफ रहते हैं तो इससे आपके रिश्ते में तुलना और अपर्याप्तता की भावना पैदा होती है, क्योंकि स्क्रॉल करते समय एक साथी रोमांटिक कंटेंट देख सकता है और अपने रिश्ते की तुलना किसी और के रिश्ते से करना शुरू कर सकता है। ऐसी स्थिति में आपके पार्टनर को लगता है कि आप उसे अहमियत नहीं दे रहे हैं। उसकी बात नहीं सुन रहे।  रिश्ते में कम्युनिकेशन गेप आपके रिश्ते में भी गेप बना देता है। अपने रिश्ते में प्यार मोहब्बत को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आप अपने पार्टनर को वक्त दें।

पैरलर स्क्रॉलिंग से कैसे बचाव करें

एक्सपर्ट ने बताया कि आप अपने बेडरूम में खुशनुमा माहौल बनाएं। अपने बेडरूम में आप अपना फोन नहीं लेकर जाएं ताकि आपकी मसरूफियत फोन के साथ रहे। अगर लेकर भी जाते हैं तो आप उसे साइलेंट करें। आप अपने गैजेट्स के साथ वक्त गुजारने के लिए समय सुनिश्चित करें। आप जहां भी हैं वहां मानसिक रूप से मौजूद रहें ना कि सिर्फ शारीरिक रूप से। आपकी मानसिक मौजूदगी आपके पार्नर को भावनात्मक रूप से जोड़ेगी।

एक्सपर्ट ने बताया कि अगर आप क्वालिटी टाइम बिताना चाहते हैं और इंटीमेसी रिलेशन को भी हेल्दी रखना चाहते हैं तो सोने से दो घंटे पहले तक सोशल मीडिया पर स्क्रॉल न करें। अपने साथी के साथ दिन भर की बातें सांझा करें।

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