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लंबे लटकन से लेकर सुई धागा तक, इस Kashmiri Earring से प्रभावित हैं ये इयररिंग्स डिजाइन

आजकल आपने देखा होगा कि लंबे लटकन वाले इयररिंग्स डिजाइन ट्रेंड (Latest earrings trends)में हैं। इन्हें Dangle Drop Earrings कहा जाता है जो कि इस कश्मीरी इयररिंग के डिजाइन से प्रभावित हैं।
Written by: pallavi kumari
नई दिल्ली | May 24, 2024 14:12 IST
इन दिनों लोग लंबे लटकन वाले इयररिंग्स को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। आइए जानते हैं ये कहां से प्रभावित हैं।
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Latest earrings trends: आजकल आपने नोटिस किया हो तो पाएंगे कि ज्यादातर एक्ट्रेस, आम लड़कियां और महिलाएं भी लंबे लटकन वाली इयररिंग्स को पहने नजर आती हैं। दरअसल, यही लेटेस्ट इयररिंग्स ट्रेंड्स हैं जिसे डैंगलर्स ड्रॉप इयररिंग्स (dangle drop earrings) कहा जाता है। यानी कि इसमें इयररिंग्स कान से लेकर कंधे तक छूते हुए होते हैं। इतना ही नहीं कई बार ये लंबी चेन वाली डिजाइन कान के पीछे तक भी जाते हैं। इसी तरह से इसमें कई प्रकार की डिजाइन्स आजकल नजर आ रही हैं। जैसे सुई धागा वाले डिजाइन्स, लटकन और नीचे कुछ फूल या मोर वाले डिजाइन्स।

पर आपको ये जानकर हैरानी हो सकती है कि ये तमाम डिजाइन्स असल में कश्मीरी देझूर झुमके से प्रभावित हैं। सबसे ज्यादा ये देझूर (Dejhoor Kashmiri earrings) से प्रभावित है। तो, आइए जानते हैं क्या खास है इस इयररिंग्स के बारे में।

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देझूर झुमके क्या हैं-Dejhoor Kashmiri earrings in hindi

देझूर एक आभूषण है जिसे कश्मीरी पंडित दुल्हनें पवित्र विवाह बंधन में बंधने से एक दिन पहले से पहनती हैं। आभूषण को कान से लटका दिया जाता है और इसमें पहले लाल धागा लगा हुआ होता है। शादी के बाद पति के घर पर उस लाल धागे को सोने की चेन से बदल दिया जाता है जिसे एथ (ath) कहा जाता है। अथुर (athur), जो एक छोटा सोने का आभूषण है, देझूर से जुड़ा हुआ होता है।

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देझूर से प्रभावित हैं ये इयररिंग्स डिजाइन्स

लंबे लटकन, सुई धागा, ड्राप इयररिंग्स और तरह-तरह के लटकन वाले लंबे इयररिंग्स सब इसी से प्रभावित हैं। इनके डिजाइन्स में आपको कई सारी वैरायटी देखने को मिल जाएंगी जिनमें आमतौर पर कश्मीरी पेड़, पौधों और चिड़ियों को डिजाइन्स देखने को मिल सकते हैं। जैसे चीड़ के पत्ते, अंगूर, बादाम, सेब, बुलबुल, मोर और गौरैया के डिजाइन्स। दरअसल, शुरुआत में लोगों ने इन्हीं चीजों को देखकर इयररिंग्स के डिजाइन्स बनाएं और फिर उन्हें पहनने लगे। जब समय बदलता गया ये डिजाइन्स और तेजी से बदलते गए।

इतना ही नहीं माथापट्टी के तमाम डिजाइन्स भी यहीं से प्रभावित हैं। साथ ही गोल-गोल टीका भी चीड़ के पत्तों के डिजाइन्रस में बनाए गए थे। फिर मोर के डिजाइन्स में गले का चोकर हार भी इन्हीं कश्मीरी डिजाइन्स से प्रभावित है।

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