Ice Cream के साथ आप भी तो नहीं चाट रहे 'जहर'? सच्चाई जान लीजिए फायदे में रहेंगे
Ice Cream adulteration: गर्मी यानी शरबत, शिकंजी और आइसक्रीम का मौसम। हम सभी इन चीजों को पसंद करते हैं। पर आइसक्रीम की एक खास जगह है। बच्चों को तो आप जितनी बार देंगे, उतनी बार खा लेंगे। पर कहीं ऐसा तो नहीं कि आइसक्रीम की जगह हम जहर खा रहे हैं? जी हां, ये हम नहीं बल्कि Food Safety and Standards Authority of India और National Institue of Health की रिपोर्ट बताती हैं। दरअसल, आइसक्रीम में Ptomaine और Tyrotoxicon जैसे कैमिकल्स की मिलावट हो सकती है। इसके अलावा भी इसमें बहुत कुछ मिला हुआ हो सकता है। तो आइए जानते हैं आइसक्रीम में क्या मिलावट की जाती है।
आइसक्रीम में कौन-कौन से मिलावट होते हैं-What kind of adulteration in ice cream
आइसक्रीम में कैमिकल्स से लेकर कई प्रकार के खराब फैट और सिरप तक की मिलावट हो सकती है। जैसे कि
-आइसक्रीम को गाढ़ा और मीठा बनाने के लिए कॉर्न सिरप, फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप और ग्लूकोज सिरप का इस्तेमाल हो सकता है।
-आइसक्रीम को फैटी और झागदार दिखाने के लिए इसमें डिटर्जेंट या वाशिंग पाउडर की मिलावट हो सकती है।
-आइसक्रीम की मोटाई बढ़ाने, मलाईदार बनावट देने के लिए वेजिटेबल ऑयल या डालडा जैसी अनहेल्दी हाइड्रोजन से भरपूर फैट की मिलावट हो सकती है।
-आइसक्रीम को अतिरिक्त चिपचिपा बनाने, इसे पिघलने के समय में देरी और शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए इसमें अनहेल्दी गम्स (Unhealthy gums) मिलाए जा सकते हैं।
कैसे चेक करें आइसक्रीम में मिलावट-How to check food adulteration in ice cream in hindi
नींबू से तुरंत चेक करें
आइसक्रीम में मिलावट को चेक करने का सबसे आसान तरीका है नींबू का इस्तेमाल। आपको करना ये है कि एक चम्मच आइसक्रीम लें और उस पर थोड़ा सा नींबू का रस निचोड़ लें। अगर आइसक्रीम में झाग और बुलबुले बनने लगे तो समझ लें डिटर्जेंट जैसी किसी चीज की मिलावट है।
FSSAI का तरीका
आइसक्रीम में मिलावट को चेक करने के लिए Food Safety and Standards Authority of India ने एक वीडियो बनाया है और बताया है कि आप इसे कैसे चेक कर सकते हैं। तो आपको करना ये है कि
-एक चम्मच आइसक्रीम लें और इसमें थोड़ा सा गर्म पानी मिलाएं।
-अब HCL (Hydrochloric acid) की 3 से 4 बूंद इसमें मिलाएं।
-अब आइसक्रीम का रंग बदलने लगे और ये लाल या गुलाबी रंग में बदल रहा है तो समझ लें इसमें मिलावट है। दरअसल, ये Metanil Yellow की मिलावट है जो रिएक्ट करने पर पिंक कलर देने लगती है।
तो आंख बंद करके आइसक्रीम न खाएं। अगली बार जब भी आइसक्रीम खाएं तो इसे बारे में सोचें और इसे चेक करें। ऐसा करना आपको सहेतमंद रखने में मदद कर सकता है।