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ISL 2024: मुंबई सिटी को मिला खिताब पर लीग में चमके युवा सितारे, भारतीय टीम के लिए तैयार होगी मजबूत फौज

मुंबई सिटी एफसी थी जिसने किकआफ से लेकर अंतिम सीटी बजने तक मैच पर अपना दबदबा बनाए रखा और मैच 3-1 से जीत लिया।
Written by: जनसत्ता | Edited By: Bishwa Nath Jha
नई दिल्ली | Updated: May 09, 2024 11:39 IST
विक्रम प्रताप सिंह। फोटो -(सोशल मीडिया)।
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मुंबई सिटी एफसी ने शनिवार को कोलकाता के विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में आइएसएल 2023-24 सत्र के फाइनल में मोहन बागान सुपर जाइंट पर शानदार जीत दर्ज करके अपना दूसरा इंडियन सुपर लीग (आइएसएल) कप जीत लिया। मुंबई सिटी एफसी थी जिसने किकआफ से लेकर अंतिम सीटी बजने तक मैच पर अपना दबदबा बनाए रखा और मैच 3-1 से जीत लिया। जार्ज पेरेरा डियाज और जैकब वोज्टस के गोलों के साथ, यह बिपिन सिंह ही थे जिन्होंने नेट पर गोल किया और मोहन बागान एसजी के आइएसएल कप के सपने को दूसरी बार तोड़ दिया। उन्होंने फाइनल में 90वें मिनट में विजयी गोल किया।

मुंबई सिटी एफसी की जीत की खासियत उसके भारतीय खिलाड़ियों पर आधारित थी। वे टीम की रीढ़ हैं। फाइनल में भारतीय खिलाड़ियों ने टीम को गौरव दिलाने के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया। आइएसएल 2023-24 में क्रैटकी की टीम के लिए प्रमुख भारतीय खिलाड़ियों पर एक निगाह-लल्लियानजआला चांग्ते क्रैटकी की कोचिंग वाली टीम में चांग्ते मुंबई तुरुप का इक्का रहे।

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सेमीफाइनल के पहले चरण में एफसी गोवा के खिलाफ इस मिजो खिलाड़ी ने अपनी टीम को आइएसएल कप का सपना पूरा करने में मदद की है। 26 वर्षीय खिलाड़ी ने इस सीजन में आइलैंडर्स के लिए सबसे अधिक गोल करने में योगदान दिया है। इस प्रक्रिया में 10 गोल किए और छह में मददगार रहे। उन्होंने लगातार दूसरी बार दोहरे अंक में स्कोर किया और आइएसएल इतिहास में यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए। 83% की पासिंग सटीकता के साथ चांग्ते ने अपनी टीम के लिए 43 गोल करने के मौके बनाए।

विक्रम प्रताप सिंह

आइएसएल 2023-24 सीजन के लिए इमर्जिंग प्लेयर अवार्ड के असली हकदार के रूप में, विक्रम प्रताप सिंह लीग चरण के दूसरे भाग में विपक्ष के लिए लगातार खतरा बने रहे। 22 वर्षीय खिलाड़ी ने इस सीजन में आठ गोल किए और चार में सहायता की।, साथ ही वे भारतीय शीर्ष स्तर पर हैट्रिक बनाने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी भी बन गए हैं। जब भी उनकी टीम ने गोल की मांग की, तो युवा खिलाड़ी ने प्रदर्शन किया, जैसा कि आइएसएल सेमीफाइनल के पहले चरण में हुआ था। वहां उन्होंने एफसी गोवा के खिलाफ 91वां बराबरी का गोल किया था, जिससे अंतत: उनकी टीम को फाइनल में पहुंचने में मदद मिली।

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लालेंगमाविया राल्ते (अपुइया)

पिच के बीच में अपुइया की प्रतिभा ने उन्हें आइएसएल 2023-24 सीजन के फाइनल में प्लेयर आफ द मैच का पुरस्कार दिलाया। जोरम में जन्मे मिडफील्डर ने इस सीजन में अपनी उम्र से कहीं अधिक अनुभव के साथ मिडफील्ड को नियंत्रित किया है, जिससे उनकी शारीरिक शक्ति का अधिकतम लाभ उठाया जा सकता है। एक गोल और कुछ सहायता के साथ, अपुइया ने 85% पासिंग सटीकता के साथ सीजन का समापन किया, जिससे उनकी टीम के लिए 17 मौके बने। इसके अलावा उन्होंने 19 महत्त्वपूर्ण इंटरसेप्शन और 17 क्लीयरेंस किए, जिससे उनकी टीम को मिडफील्ड को नियंत्रित करने और लगातार अपने मैचों पर हावी होने में मदद मिली।

राहुल भेके

मुंबई सिटी एफसी के कप्तान अपनी टीम के लिए एक दीवार की तरह रहे हैं, जिससे उनकी टीम को बैकलाइन का नेतृत्व करते हुए आठ क्लीन शीट रखने में मदद मिली है। मुंबई के स्थानीय खिलाड़ी ने इस सीजन में बैक में उल्लेखनीय रक्षात्मक प्रदर्शन किया है जिससे उनकी टीम को इस सीजन में लीग में सबसे कम गोल (19) मिले हैं। आक्रमण के मोर्चे पर, सेंटर बैक के रूप में भेके ने अपनी टीम के लिए गोल करने के नौ मौके बनाए । मुंबई सिटी एफसी के पीछे उनकी परिपक्वता और नेतृत्व उनकी आइएसएल कप सफलता के लिए महत्त्वपूर्ण थी।

महताब सिंह

विंग-बैक ने दबाव में होने पर बेदाग रचनात्मकता और संयम दिखाया है और 15 टैकल और 87 द्वंद्वों में सफलता हासिल की है। आइएसएल 2023-24 सीजन में अपने 23 मुकाबलों में, सिंह ने अपनी टीम को तीन क्लीन शीट हासिल करने में मदद की। इस प्रक्रिया में 23 इंटरसेप्शन, नौ ब्लाक और 61 क्लीयरेंस दर्ज किए गए। सिंह ने 81% की पासिंग सटीकता को बरकरार रखते हुए अपनी टीम के लिए सात गोल करने के मौके बनाए, जबकि खुद के लिए एक गोल और एक सहायता भी हासिल की।

फुर्बा लाचेनपा

आइएसएल गोल्डन ग्लव विजेता के पास एक और उल्लेखनीय सीजन था, क्योंकि उन्होंने टीम को महत्त्वपूर्ण बचाव करने में मदद की थी। गोलकीपर ने भी बाक्स के अंदर अपनी उपस्थिति में सुधार किया। लाचेनपा ने सीजन के दौरान 42 बचाव किए और गेंद के साथ एक बहुत ही विश्वसनीय गोलकीपर थे, जिससे टीम को अपने कब्जे-शैली के खेल को बनाए रखने में मदद मिली। गोलकीपर को राष्ट्रीय टीम में भी बुलाया गया और उन्होंने दिखाया कि उसके सामने एक बड़ा भविष्य है।

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