Uttar Pradesh Rampur Lok Sabha Election Result 2024: अखिलेश ने दिल्ली के इमाम को यूपी में उतारा, बीजेपी को 87000 वोट से हराया
उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट पर इस बार सपा के प्रत्याशी मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी चुनाव जीते हैं। मोहिबुल्लाह नदवी ने बीजेपी प्रत्याशी घनश्याम सिंह लोधी को 87 हजार वोटों के अंतर से हराया है। बीएसपी ने भी यहां से मुस्लिम उम्मीदवार उतारा था और उसके उम्मीदवार जीशान खान को 80 हजार वोट मिले हैं।
रामपुर लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और उत्तर प्रदेश में मुस्लिम राजनीति के सबसे बड़े चेहरे आजम खान के नाम से जानी जाती है। 2019 के लोकसभा चुनाव में आजम खान ही इस सीट से चुनाव जीते थे लेकिन 2022 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया था।
इसके बाद हुए उपचुनाव में यहां से बीजेपी के उम्मीदवार घनश्याम सिंह लोधी ने सपा उम्मीदवार आसिम राजा को हरा दिया था। इसे भाजपा के लिए बड़ी जीत माना गया था क्योंकि यह जीत आजम खान के गढ़ में मिली थी। लेकिन सपा ने एक बार फिर से इस सीट को बड़े मार्जिन से झटक लिया है।
आजम खान 10 बार रामपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं। वह पहली बार जून, 1980 में जनता पार्टी (सेक्युलर) के टिकट पर रामपुर से विधानसभा पहुंचे थे।
BJP Ghanshyam Singh Lodhi defeat: ध्रुवीकरण की वजह से मिली हार
बीजेपी ने घनश्याम सिंह लोधी को इसलिए उम्मीदवार बनाया था क्योंकि उन्होंने उपचुनाव में 42 हजार वोटों से जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार चुनाव में हार के बाद घनश्याम सिंह लोधी का कहना है कि वह धार्मिक आधार पर हुए ध्रुवीकरण की वजह से चुनाव हार गए। उन्होंने पार्टी के कुछ नेताओं पर चुनाव प्रचार के दौरान सहयोग नहीं करने का आरोप भी लगाया है।
घनश्याम सिंह लोधी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि पार्टी संगठन को इस बारे में बता भी दिया गया है और इसे लेकर उनके और पार्टी के द्वारा समीक्षा की जाएगी।
2024 के लोकसभा चुनाव में घनश्याम लोधी का वोट शेयर गिरकर 40.71% हो गया जबकि 2019 में उन्हें यहां 42.3% वोट मिले थे। वोट शेयर में गिरावट कैसे हुई, इस बारे में पूछने पर घनश्याम सिंह लोधी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि यह पूरा चुनाव जाति और हिंदू-मुसलमान की लाइन पर लड़ा गया।
नदवी के नाम का हुआ था विरोध
2024 के लोकसभा चुनाव के लिए रामपुर में जब सपा के उम्मीदवार के रूप में मोहिबुल्लाह नदवी का नाम का ऐलान हुआ था तो इसे लेकर आजम खान के समर्थकों ने विरोध जताया था। आजम खान यहां से आसिम राजा को फिर से उम्मीदवार बनाना चाहते थे लेकिन अखिलेश ने दिल्ली के मौलाना नदवी को टिकट दे दिया।
आसिम राजा ने यहां से मोहिबुल्लाह नदवी के नाम का ऐलान होने के बाद चुनाव बहिष्कार की बात कही थी और नामांकन पत्र भी खरीद लिया था।
Maulana Mohibullah Nadvi: कौन हैं मोहिबुल्लाह नदवी?
नदवी दिल्ली में पुराने संसद भवन में बनी मस्जिद के इमाम हैं और मूल रूप से रामपुर के रजा नगर गांव के रहने वाले हैं। नदवी के पास जामिया मिलिया इस्लामिया से इस्लामिक स्टडीज में और हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय से बी.एड की डिग्री है। दिल्ली वक्फ बोर्ड ने 2005 में उन्हें जामा मस्जिद के इमाम के रूप में नियुक्त किया था।
राजनीतिक दलों से मिले आंकड़ों के मुताबिक, रामपुर लोकसभा सीट पर 50 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं। यहां लोधी मतदाता 2.5 लाख, कुर्मी 40 हजार, दलित 60 हजार और सैनी मतदाताओं की संख्या 70 हजार है।
नदवी के बयान पर बवाल
चुनाव जीतने के बाद नदवी के बयान को लेकर रामपुर में आजम खान के समर्थक नाराज हैं। नदवी से पूछा गया था कि क्या वह जेल में बंद आजम खान से मिलने जाएंगे तो नदवी ने कहा था कि आजम खान सुधार गृह में हैं और उन्हें दुआओं की जरूरत है। इस बयान से आजम खान के समर्थक नाराज हैं। कुछ दिन पहले आजम खान की पत्नी डॉक्टर तंजीम फातिमा ने कहा था कि मौलाना को जेल जाने का ज्यादा अनुभव है। अब सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल ने मौलाना नदवी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
गोयल ने अपने आवास में बने पार्टी के कार्यालय में लगी अखिलेश यादव की फोटो निकालकर नीचे रख दी है और कहा है कि आजम खान के खिलाफ साजिश कर उन्हें अपमानित किया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि आजम खान के खिलाफ जो बयानबाजी हुई है, इस बारे में मौलाना नदवी से स्पष्टीकरण लिया जाना चाहिए।
2024 में जीते 24 मुस्लिम सांसद
इस बार लोकसभा चुनाव में कुल 24 मुस्लिम सांसद चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं जबकि 2019 में मुस्लिम सांसदों की संख्या 26 थी। बड़े अंतर से जीतने वाले मुस्लिम उम्मीदवारों में हैदराबाद से एआईएमआईएम के प्रमुख असुदुद्दीन ओवैसी की जीत का अंतर 3,38,087 वोटों का रहा है। लद्दाख में आजाद उम्मीदवार मोहम्मद हनीफा ने 27,862 वोटों से जीत हासिल की है। इसी तरह जम्मू-कश्मीर की बारामूला सीट से रशीद शेख उर्फ रशीद इंजीनियर ने चुनाव में 4.7 लाख वोट हासिल किए हैं।
लोकसभा चुनाव परिणाम: 2019 और 2024 में किस जाति-समुदाय के कितने प्रतिशत सांसद
जाति | 2019 (%) | 2024 (%) |
उच्च जाति | 28.5 | 25.8 |
इंटरमीडिएट कास्ट | 14.4 | 13.6 |
ओबीसी | 22.8 | 25.4 |
एससी | 15.5 | 15.8 |
एसटी | 10.1 | 10.1 |
मुस्लिम | 5.0 | 4.4 |
क्रिश्चियन | 1.3 | 1.3 |
सिख | 2.0 | 2.4 |
बौद्ध | 0.2 | 0 |
उत्तर प्रदेश में सहारनपुर से इमरान मसूद और कैराना से इकरा चौधरी ने जीत हासिल की है। इमरान मसूद को 64,542 और इकरा चौधरी को 69,116 वोटों से जीत मिली है। गाजीपुर से सपा उम्मीदवार अफजाल अंसारी ने बीजेपी के उम्मीदवार पारस राय को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराया है।