राहुल के आरोपों का मोदी ने चुन-चुन कर दिया जवाब, एक मुद्दे पर कुछ नहीं बोले
लोकसभा में सोमवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के द्वारा किए गए तीखे हमलों का जवाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया। राहुल गांधी के द्वारा शिव की तस्वीर दिखाने, अग्निवीर को वापस लेने का वादा करने, संविधान पर हमले का आरोप लगाने और बीजेपी के नेताओं को यह कहना कि ‘आप हिंदू नहीं हो’ इन तमाम बातों का जवाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया। हालांकि, मणिपुर के मसले पर प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं कहा।
राहुल गांधी के भाषण ने जहां कांग्रेस के समर्थकों में नई ऊर्जा का संचार किया था तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 2 घंटे से लंबे मैराथन भाषण में बीजेपी और एनडीए सरकार का पक्ष मजबूती से देश के सामने रखने की कोशिश की।
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा था कि बीजेपी के लोग अपने आप को हिंदू बताते हैं लेकिन नफरत और हिंसा की बात करते हैं। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हिंदुओं पर झूठा आरोप लगाने की साजिश हो रही है यह कहा जा रहा है कि हिंदू हिंसक होते हैं। मोदी ने कहा कि यह देश शताब्दियों तक इस बात को नहीं भूलेगा।
मोदी ने कहा कि ये वही लोग हैं जिन्होंने हिंदू आतंकवाद का शब्द गढ़ने की कोशिश की थी। इनके साथी हिंदू धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया जैसे शब्दों से करें, यह देश इसे कभी माफ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि सदन में कल का दृश्य देखकर अब हिंदू समाज को सोचना पड़ेगा कि क्या यह अपमानजनक बयान कोई संयोग है या बड़े प्रयोग की तैयारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका जवाब देने के लिए स्वामी विवेकानंद के 131 साल पहले शिकागो में दिए गए बयान का सहारा लिया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि मुझे गर्व है कि मैं उस धर्म से आता हूं जिसने पूरी दुनिया को सहिष्णुता और वैश्विक स्वीकृति सिखाई है।
चुनाव नतीजों पर भी दिया जवाब
चुनाव नतीजे के बाद बार-बार कांग्रेस और राहुल गांधी ने कहा है कि यह जनादेश पूरी तरह मोदी सरकार के खिलाफ है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की नैतिक हार है। मोदी ने इसका भी जवाब दिया और कहा कि 16 राज्यों में कांग्रेस जहां अकेली लड़ी है, वहां उसका वोट शेयर गिर चुका है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने सहयोगियों के जो वोट खाए हैं, अगर वह न खाए होते तो लोकसभा में उसके लिए इतनी सीटें जीत पाना भी बेहद मुश्किल था।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसका इकोसिस्टम देश के लोगों के मन में यह बात बैठाने की कोशिश कर रहा है कि उन्होंने हमें हरा दिया है और ऐसा कहकर वह छोटे बच्चे का मन बहलाने की कोशिश कर रही है।
राहुल गांधी ने अपने भाषणों में कई बार कहा है कि सेना को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। इसका भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के जमाने में हमारी सेना के पास बुलेट प्रूफ जैकेट भी नहीं थी।
कांग्रेस के तीन पूर्व पीएम थे आरक्षण के विरोधी: मोदी
लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कांग्रेस लगातार आरोप लगाती रही थी कि बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार संविधान और आरक्षण पर हमला कर रहे हैं। मोदी ने अपने भाषण में इसका जवाब दिया और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने हमेशा आरक्षण का विरोध किया था।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का अपमान किया और अपनी पार्टी के दलित नेता बाबू जगजीवन राम को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया। उन्होंने आपातकाल का भी जिक्र किया।
अग्निवीर पर झूठ फैला रही कांग्रेस: मोदी
राहुल गांधी ने अपने भाषण में अग्निवीर योजना का मुद्दा उठाया था और एक बार फिर कहा था कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार केंद्र में आएगी तो अग्नि वीर योजना को बंद कर दिया जाएगा। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि अग्निवीर योजना आर्मी की नहीं है बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना है। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सेना में भर्ती को लेकर कांग्रेस की ओर से सरासर झूठ फैलाया जा रहा है ताकि देश के नौजवान सेना में न जाएं।
उन्होंने कहा कि आखिर किसके लिए कांग्रेस हमारी सेना को कमजोर करना चाहती है और किसके फायदे के लिए कांग्रेस वाले सेना के संबंध में इतना झूठ फैला रहे हैं?
मणिपुर मई, 2023 से जातीय हिंसा की आग में जल रहा है। कांग्रेस और विपक्षी दल लगातार मणिपुर को लेकर मोदी सरकार को घेर रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस पर बयान देने की मांग कर चुके हैं। राहुल गांधी ने अपने भाषण में मणिपुर का मुद्दा उठाया था। यह माना जा रहा था कि मोदी इस मुद्दे पर कुछ बोलेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
400 पार के आंकड़े से बहुत दूर रह गया एनडीए
2024 में लोकसभा चुनाव का मुकाबला निश्चित रूप से बेहद जोरदार था। इसमें एनडीए के चेहरे के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे तो उनके सामने इंडिया गठबंधन था। चुनाव के नतीजे बीजेपी की उम्मीदों के मन मुताबिक नहीं आए क्योंकि उसने एनडीए के लिए 400 पार का टारगेट तय किया था जबकि एनडीए को 292 सीटें ही मिली।
भाजपा अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा भी हासिल नहीं कर सकी। दूसरी ओर कांग्रेस ने अपनी सीटों का आंकड़ा 2019 के मुकाबले लगभग दो गुना कर लिया।
आगे भी देखने को मिल सकती है जुबानी जंग
राहुल गांधी ने बतौर नेता प्रतिपक्ष अपने पहले भाषण से इस बात का संदेश देने की पूरी कोशिश की कि अगले 5 साल सदन में मोदी सरकार के लिए आसान नहीं रहेंगे। 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में ही जिस तरह राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी का आमना-सामना हुआ है, उससे साफ है कि संसद के सभी सत्रों में इन दोनों नेताओं में जोरदार जुबानी जंग देखने को मिल सकती है।