उपचुनाव की जंग: 7 राज्यों में एक बार फिर आमने-सामने होंगे एनडीए और इंडिया गठबंधन
लोकसभा चुनाव 2024 का सियासी रण खत्म होने के बाद देश के कई राज्यों में एक बार फिर से एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच सियासी लड़ाई का मैदान सजने जा रहा है। 10 जुलाई को सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है।
ये सीटें विधायकों के सांसद चुने जाने, विधायकों के इस्तीफे और कुछ विधायकों के निधन की वजह से खाली हुई हैं।
जिन राज्यों में यह उपचुनाव होना है उनमें पश्चिम बंगाल, बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं।
राज्य और विधानसभा सीट
राज्य | विधानसभा सीट |
पश्चिम बंगाल | रायगंज, राणाघाट-दक्षिण, मानिकताला, बगदा |
बिहार | रुपौली |
मध्य प्रदेश | अमरवाड़ा |
पंजाब | जालंधर वेस्ट (एससी) |
तमिलनाडु | विक्रवांडी |
उत्तराखंड | मंगलौर और बद्रीनाथ |
हिमाचल प्रदेश | देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ |
आइए, एक-एक कर जानते हैं कि किस राज्य में क्या चुनावी समीकरण है।
हिमाचल प्रदेश: सीएम सुक्खू की पत्नी भी लड़ रहीं चुनाव
हिमाचल प्रदेश में तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इन सीटों के नाम देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ हैं। 2022 के चुनाव में इन सीटों से जीते निर्दलीय विधायक कुछ महीने पहले भाजपा में शामिल हो गए थे और उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। राज्यसभा चुनाव में इन निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान किया था।
इनमें सबसे हाई प्रोफाइल सीट देहरा है, जहां से कांग्रेस ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर को मैदान में उतारा है। 2022 के विधानसभा चुनाव में देहरा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार होशियार सिंह चंब्याल ने 6.4% वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्हें इस बार बीजेपी ने टिकट दिया है।
हमीरपुर सीट से भाजपा के उम्मीदवार आशीष शर्मा हैं। कांग्रेस ने उनके सामने पुष्पेंद्र वर्मा को टिकट दिया है। इसी तरह नालागढ़ सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार केएल ठाकुर हैं, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस के हरदीप सिंह बावा से है।
![](https://www.jansatta.com/wp-content/uploads/2024/06/Sukhvinder-Singh-Sukhu-2.jpg?w=850)
बीजेपी ने जीती थी चारों लोकसभा सीटें
लोकसभा चुनाव में चार सीटों वाले हिमाचल प्रदेश में भले ही भाजपा ने सभी सीटें जीत ली थीं लेकिन लोकसभा चुनाव के साथ ही 6 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया था। कांग्रेस को तब सुजानपुर, गगरेट, कुटलेहर, लाहौल और स्पीति विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी जबकि बीजेपी धर्मशाला और बड़सर से जीती थी।
पश्चिम बंगाल: टीएमसी बनाम बीजेपी में है मुकाबला
पश्चिम बंगाल में जिन चार सीटों पर उपचुनाव होना है उनमें से 2021 के विधानसभा चुनाव में तीन सीटों पर बीजेपी की जीत मिली थी जबकि एक सीट पर टीएमसी जीती थी। रायगंज, राणाघाट दक्षिण और बगदा की सीटें बीजेपी ने जीती थी। लेकिन यहां से जीते विधायक टीएमसी में शामिल हो गए थे। टीएमसी ने तीनों विधायकों को लोकसभा का चुनाव लड़ाया था लेकिन तीनों को ही हार मिली है।
रायगंज सीट से टीएमसी ने कृष्णा काली, बीजेपी ने मानस कुमार घोष, राणाघाट-दक्षिण से टीएमसी ने मुकुट मणि अधिकारी, बीजेपी ने मनोज कुमार बिस्वास, मानिकताला से टीएमसी ने सुप्ति पांडे, बीजेपी ने कल्याण चौबे भट्टाचार्य, बगदा ने टीएमसी ने मधुपर्णा ठाकुर, बीजेपी ने बिनय कुमार बिस्वास को टिकट दिया है।
लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने बीजेपी को काफी पीछे छोड़ दिया है। 42 लोकसभा सीटों में से टीएमसी ने 29, बीजेपी ने 12 और कांग्रेस ने 1 सीट जीती है।
![Mamata Banerjee](https://www.jansatta.com/wp-content/uploads/2024/06/Mamata-Banerjee-5.jpg?w=850)
उत्तराखंड में मंगलौर और बद्रीनाथ पर उपचुनाव
उत्तराखंड में विधानसभा की दो सीटों- मंगलौर और बद्रीनाथ पर उपचुनाव हो रहा है। बद्रीनाथ की सीट 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां से जीते कांग्रेस के विधायक राजेंद्र भंडारी के इस्तीफा देने की वजह से खाली हुई है। राजेंद्र भंडारी अब बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने यहां से लखपत बुटोला को टिकट दिया है।
मंगलौर सीट बसपा के विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन की वजह से खाली हुई है। बीजेपी ने मंगलौर से करतार सिंह भड़ाना को टिकट दिया है। करतार सिंह भड़ाना कांग्रेस के पूर्व नेता अवतार सिंह भडाना के भाई हैं।
कांग्रेस ने यहां से पार्टी के वरिष्ठ नेता काजी निजामुद्दीन को प्रत्याशी बनाया है। काजी निजामुद्दीन पहले भी तीन बार विधायक रह चुके हैं। मंगलौर सीट पर 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा को जीत मिली थी इसलिए इस बार भी बसपा प्रत्याशी उबैदुर रहमान यहां मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं। उबैदुर रहमान सरवत करीम अंसारी के बेटे हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 की ही तरह 2024 में भी बीजेपी ने राज्य की सभी 5 लोकसभा सीटें जीती हैं।
तमिलनाडु में एक सीट पर इंडिया-एनडीए की टक्कर
इस साल अप्रैल में डीएमके विधायक एन. पुघाज़ेंथी की मौत के बाद विक्रवांडी सीट खाली हुई थी। राज्य सरकार की अगुवाई कर रही डीएमके ने यहां से अन्नियूर शिवा को मैदान में उतारा है।
एनडीए के सहयोगी दल पीएमके ने सी. अंबुमणि को विक्रवांडी सीट से टिकट दिया है। पीएमके को यहां बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई और एएमएमके प्रमुख दिनाकरन से चुनाव में मदद मिलने की उम्मीद है। एआईएडीएमके चुनाव नहीं लड़ रही है।
लोकसभा चुनाव में डीएमके की अगुवाई वाले इंडिया गठबंधन ने तमिलनाडु में शानदार प्रदर्शन किया है जबकि पूरी ताकत लगाने के बाद भी बीजेपी की अगुवाई वाला एनडीए गठबंधन एक भी सीट नहीं जीत सका।
![Charanjit Singh Channi Bhagwant Mann](https://www.jansatta.com/wp-content/uploads/2024/06/Charanjit-Singh-Channi-.jpg?w=850)
पंजाब: जालंधर वेस्ट सीट पर पसीना बहा रहे सीएम मान
जालंधर वेस्ट (एससी) की विधानसभा सीट 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां से आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीते शीतल अंगुराल के बीजेपी में शामिल होने की वजह से खाली हुई है। शीतल अंगुराल इस साल मार्च में जालंधर से आप के पूर्व सांसद सुशील कुमार रिंकू के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे।
शीतल अंगुराल बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने पंजाब भाजपा के बड़े नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री चुन्नीलाल भगत के बेटे महेंद्र भगत को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने सुरेंद्र कौर को टिकट दिया है।
मान ने किराये पर लिया घर
इस सीट पर जीत के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान इतने गंभीर हैं कि उन्होंने जालंधर में ही किराए का घर ले लिया है और वह लगातार इस सीट को फिर से आम आदमी पार्टी के खाते में लाने के लिए पसीना बहा रहे हैं। जालंधर लोकसभा सीट से इस बार पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने जीत हासिल की है। अपने लोकसभा क्षेत्र में होने की वजह से चन्नी इस सीट पर कांग्रेस का झंडा लहराना चाहते हैं।
![narendra modi](https://www.jansatta.com/wp-content/uploads/2024/06/narendra-modi-1-2.jpg?w=850)
मध्य प्रदेश: छिंदवाड़ा में कमलनाथ पर है कांग्रेस की जीत का दारोमदार
मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा सीट पर भी उपचुनाव होना है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य की सभी 29 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है। पिछली बार उसने 28 सीटें जीती थी लेकिन इस बार कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ छिंदवाड़ा पर भी बीजेपी को जीत मिली है।
छिंदवाड़ा में उपचुनाव होने की वजह से कमलनाथ यहां कांग्रेस की जीत के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं जबकि राज्य में सरकार चला रही बीजेपी भी इस सीट को छोड़ना नहीं चाहती।
पिछले चुनाव में यहां से कांग्रेस के टिकट पर जीते कमलेश शाह बीजेपी में शामिल हो गए थे और इसी वजह से यहां उपचुनाव हो रहा है। इस बार बीजेपी ने शाह को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने आंचल कुंड धाम आश्रम के संत सुखराम दास इनवाती के बेटे धीरन शाह इनवाती को टिकट दिया है।
![narendra Modi](https://www.jansatta.com/wp-content/uploads/2024/06/narendra-Modi-23.jpg?w=850)
बिहार: लोकसभा का चुनाव हारीं बीमा अब लड़ रहीं विधानसभा चुनाव
बिहार की रुपौली सीट पर इंडिया गठबंधन की ओर से राजद की उम्मीदवार बीमा भारती चुनाव मैदान में हैं तो एनडीए गठबंधन की ओर से जेडीयू के उम्मीदवार कलाधर प्रसाद चुनाव लड़ रहे हैं। इस तरह यहां एक बार फिर एनडीए और इंडिया गठबंधन की टक्कर दिखाई देगी। लोकसभा चुनाव में इस बार बिहार में इंडिया गठबंधन ने पिछली बार के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया है।
पिछली बार एनडीए ने राज्य की 40 में 39 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि इस बार उसे 30 सीटों पर जीत मिली है।
रुपौली विधानसभा सीट बीमा भारती के जेडीयू छोड़कर आरजेडी में शामिल होने की वजह से खाली हुई है। बीमा भारती ने राजद के टिकट पर पूर्णिया लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार मिली थी। यहां से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पप्पू यादव चुनाव जीते थे।