Fact Check: IRCTC टिकट बुकिंग के नए नियमों के चलते आपको नहीं जाना पड़ेगा जेल, झूठा है वायरल दावा
लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट मिली, जिसमें दावा किया गया था कि IRCTC ने ट्रेन टिकट बुक करने के लिए नए नियम बनाए हैं। पोस्ट में कहा गया था, 'कोई भी व्यक्ति केवल अपने खून के रिश्तेदारों या समान उपनाम वाले लोगों के लिए ही टिकट बुक कर सकता है। इसके लिए उसे व्यक्तिगत पहचान पत्र का उपयोग करना होगा। दोस्तों या अन्य लोगों के लिए टिकट बुक करने पर 10,000 रुपये का भारी जुर्माना या 3 साल तक की जेल या दोनों हो सकते हैं।'
जांच के दौरान हमने पाया कि वायरल दावा झूठा है।
क्या है दावा?
इंस्टाग्राम युजर cine_muchatlu ने वायरल दावा अपने प्रोफाइल पार साझा किया.
![](https://www.jansatta.com/wp-content/uploads/2024/06/image_7365cb.png)
अन्य उपयोगकर्ता भी यही दावा साझा कर रहे हैं।
![](https://www.jansatta.com/wp-content/uploads/2024/06/image_cb99fc.png?w=346)
जांच पड़ताल:
हमने अपनी जांच की शुरुआत एक साधारण गूगल कीवर्ड सर्च और IRCTC वेबसाइट की जांच से की।
हमने IRCTC वेबसाइट के FAQ सेक्शन को चेक किया। 12वें सवाल में कहा गया था कि टिकट दोस्तों और परिवार के लिए बुक किए जा सकते हैं।
![](https://www.jansatta.com/wp-content/uploads/2024/06/image_c6612e.png)
हमें IRCTC द्वारा एक स्पष्टीकरण मिला, जिसमें विभिन्न उपनामों के कारण ई-टिकटों की बुकिंग पर प्रतिबंध के बारे में सोशल मीडिया पर प्रसारित समाचार को झूठा और भ्रामक बताया गया।
हमें इस संबंध में पीआईबी फैक्ट चेक की एक पोस्ट भी मिली।
हमने सेंट्रल रेलवे के एमएस उप्पल से भी संपर्क किया, जिन्होंने पुष्टि की कि वायरल दावा झूठा है।
निष्कर्ष: परिवार से बाहर के लोगों के लिए IRCTC टिकट बुकिंग के नए नियम आपको जेल नहीं भेजेंगे। वायरल दावा झूठा और भ्रामक है।