गुड़गांव के मुकुट में नूंह रूपी 'डायमंड' जड़ना चाहते हैं BJP के राव इंद्रजीत, पिछले आकंड़े कह रहे यहां मुश्किल है डगर
हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से एक गुड़गांव सीट पर लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा। इस बीच गुरुग्राम सीट से बीजेपी उम्मीदवार राव इंद्रजीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। जिसमें वह मुस्लिम बहुल इलाके नूंह में कह रहे हैं कि जीत तो वह गुरुग्राम और रेवाड़ी से भी जाएंगे लेकिन एक बार नूंह से भी जिता दो। आइये जानते हैं आखिर भाजपा उम्मीदवार को नूंह में जाकर यह अपील क्यों करनी पड़ी?
गुड़गांव लोकसभा के अंतर्गत 9 विधानसभा सीटें आती हैं जिनमें से एक नूंह भी है जहां पिछले साल हिंसा की आग देखी गयी थी। नूंह में मुस्लिम वोटर अधिक होने की वजह से भाजपा को कम वोट मिलते हैं। यहां कांग्रेस का पलड़ा हमेशा बीजेपी से भारी रहता है। पिछले साल हुई हिंसा के बाद से भाजपा को लेकर मुस्लिम समुदाय के बीच नाराजगी भी ज्यादा है। ऐसे में राव इंद्रजीत ने मतदाताओं से यह अपील की है।
नूंह के मतदाताओं से बीजेपी कैंडीडेट की अपील
राव इंद्रजीत ने नूंह के मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा, "मैं आपका हमसफर और आपका साथी हूं। आज मैं आपसे वोट मांग रहा हूं। आप मुझे हलके में न आंकें। आने वाले समय के अंदर मैं आपके काम आने वाला बंदा हूं। इसलिए मुझे और मेरी पार्टी को आपके वोट चाहिए। एक बार तो कम से कम जिताकर भेजें। जीत तो मैं वैसे भी जाऊंगा। मैं गुरुग्राम से जीत जाऊंगा, रेवाड़ी से जीत जाऊंगा लेकिन मेवात वालों एक बार अपने यहां से भी जिताकर भेजो। ये मेरी आपसे उम्मीद हैं।"
कौन-कौन है गुरुग्राम के चुनावी मैदान में?
भाजपा के राव इंद्रजीत के खिलाफ गुड़गांव सीट पर कांग्रेस ने लोकप्रिय फिल्म अभिनेता राज बब्बर को उतारा है। कांग्रेस ने यहां अहीर नेता कैप्टन अजय सिंह यादव का टिकट काटकर राज बब्बर को उतारा है। गुड़गांव सीट पर अहीर वोटर्स की संख्या ज्यादा है। इस वजह से राव जीत को लेकर कॉन्फिडेंट नजर आ रहे हैं। पर राज बब्बर की सेलिब्रिटी इमेज के आगे वह नूंह में भी अपने वोट बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
पांच बार सांसद रह चुके हैं राव इंद्रजीत
पांच बार के सांसद और चार बार के विधायक रह चुके राव इंद्रजीत सिंह विभिन्न मंत्रालयों में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं। वह हरियाणा के दूसरे मुख्यमंत्री राव बिरेंद्र सिंह के बेटे हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का हाथ थाम लिया था। इंद्रजीत 3 बार गुरुग्राम और दो बार महेंद्रगढ़-भिवानी से सांसद बने। वह मोदी सरकार के दोनों कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं।
नूंह में कमजोर है पकड़
कांग्रेस से बीजेपी में आने के बाद राव इंद्रजीत भाजपा उम्मीदवार के तौर पर लगातार 2 बार गुड़गांव से चुनाव जीत चुके हैं। हालांकि दोनों ही बार उन्हें नूंह जिले से झटका लगा। यहां की मुस्लिम बहुल सीटों पर उन्हें कांग्रेस कैंडिडेट से भी कम वोट मिले थे।
पिछले चुनाव में इंद्रजीत सिंह का प्रदर्शन
इंद्रजीत सिंह ने 2014 में हरियाणा के गुड़गांव निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और इंडियन नेशनल लोक दल नेता जाकिर हुसैन को हराकर 2.7 लाख से अधिक वोटों के अंतर से चुनाव जीता था। इसी तरह 2019 के आम चुनावों में उन्होंने फिर से गुड़गांव निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस के उम्मीदवार अजय सिंह को हराकर 3.5 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी।
नूंह हिंसा पर क्या बोले थे राव इंद्रजीत सिंह?
नूंह में जुलाई 2023 में हुई हिंसा के दौरान राव इंद्रजीत सिंह ने कहा था कि दोनों ओर से उकसाने के कारण नूंह में हिंसा हुई थी। गुड़गांव के सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह ने कहा था कि धार्मिक यात्रा में भाग लेने वालों के लिए तलवारें और लाठी लेकर जाना सही नहीं है।
सिंह ने उस दौरान द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा था, “किसने हथियार दिये उनको इस जुलूस में ले जाने के लिए? जुलूस में कोई तलवार लेके जाता है? लाठी-डंडे लेके जाता है, यह गलत है। इस तरफ से भी उकसावे की कार्रवाई हुई। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि दूसरी तरफ से कोई उकसावे की कार्रवाई नहीं हुई।"
नूंह में कैसी है कांग्रेस उम्मीदवार राज बब्बर की पकड़?
गुड़गांव से कांग्रेस उम्मीदवार राज बब्बर ने हाल ही में नूंह में रैली की थी। भीड़ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “अस्सलामु अलैकुम। जैसे सलाम का जवाब दिया है आपने, वैसे वोट भी देना।" हालांकि, राज बब्बर की पहुंच केवल क्षेत्र के मुसलमानों तक ही सीमित नहीं है। उसी गांव में बब्बर एक आर्य समाज गुरुकुल में भी रुके जहां शिक्षक ने उन्हें माला पहनाई।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए राज बब्बर ने कहा कि यह कहना कि वह गुड़गांव में एक बाहरी व्यक्ति हैं, हास्यास्पद है। उन्होंने कहा, “गुरुग्राम को बाहरी लोगों द्वारा विकसित किया गया है। इसके अलावा, जो लोग अलग-अलग शहरों में चुनाव लड़ रहे हैं, वे उस शहर से नहीं हैं इसलिए यह कथन अप्रासंगिक है। हम सभी भारतीय हैं। वे इन बातों पर ध्यान केंद्रित करते हैं क्योंकि उन्होंने पिछले दशकों में काम नहीं किया है और लोगों से नहीं मिलते हैं।”
नूंह में तीन विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं, जिनमें से सभी का प्रतिनिधित्व कांग्रेस द्वारा किया जाता है। यहां 6.2 लाख मतदाता हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मुस्लिम वोटों के अलावा वे राज बब्बर की पंजाबी पृष्ठभूमि को भुनाने की योजना बना रहे हैं, जिसके 2 लाख से अधिक मतदाता हैं। कैप्टन अजय यादव के प्रचार में शामिल होने से उन्हें यादव वोटों पर भी भरोसा है।
क्या कहते हैं नूंह के मतदाता?
नूंह के पुन्हाना गांव के जफरूद्दीन ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि वह 18 साल की उम्र से कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “पार्टी भाजपा की तरह सांप्रदायिक नहीं है और यह मुसलमानों को साथ लेकर चलती है। बब्बर साहब जैसे उम्मीदवार के रूप में अधिकांश वोट कांग्रेस को जाएंगे। युवा लोगों ने उनकी फिल्में देखी हैं और उन्हें करीब से देखना रोमांचकारी है।" एक पूर्व सैनिक हिदायत खान ने भी कहा कि एक अभिनेता के रूप में राज बब्बर को पसंद करने वाले उनके समर्थक निर्वाचन क्षेत्र में भी जुट जाएंगे।