scorecardresearch
For the best experience, open
https://m.jansatta.com
on your mobile browser.

लोकसभा चुनाव के खराब नतीजों के बाद बीजेपी में और नेताओं ने खोला मोर्चा, अनुशासन की भी परवाह नहीं कर रहे भाजपा के हारे नेता

पश्चिम उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान की हार के बाद उनके और बीजेपी के पूर्व विधायक संगीत सोम के बीच जुबानी जंग हुई। पश्चिम बंगाल में भी बीजेपी नेताओं की अंतरकलह सामने आई थी।
Written by: Pawan Upreti
नई दिल्ली | Updated: June 26, 2024 22:17 IST
लोकसभा चुनाव के खराब नतीजों के बाद बीजेपी में और नेताओं ने खोला मोर्चा  अनुशासन की भी परवाह नहीं कर रहे भाजपा के हारे नेता
बीजेपी में नहीं थम रही रार। (Source-PTI)
Advertisement

लोकसभा चुनाव में अकेले दम पर 370 और एनडीए के लिए 400 पार का नारा देने वाली बीजेपी के लिए नतीजे आने के बाद मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। कई राज्यों में पार्टी के नेताओं ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उन्हें पार्टी के कुछ नेताओं की ही वजह से चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है।

Advertisement

चुनाव में हारे प्रत्याशी खुलकर पार्टी के ही कुछ नेताओं को अपनी हार के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और ऐसा करते वक्त वे पार्टी के अनुशासन की भी परवाह नहीं कर रहे हैं।

Advertisement

ताजा मामला उत्तर प्रदेश की सलेमपुर लोकसभा सीट और झारखंड की दुमका सीट से सामने आया है। सलेमपुर से बीजेपी के टिकट पर चुनाव हारे रविंद्र कुशवाहा ने अपनी हार के लिए बीजेपी जिलाध्यक्ष संजय यादव और राज्यमंत्री विजयलक्ष्मी गौतम को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है।

झारखंड में दुमका लोकसभा सीट से चुनाव हारीं बीजेपी की उम्मीदवार सीता सोरेन ने भी खुलकर कहा है कि उन्हें भाजपा के लोगों ने ही लोकसभा चुनाव में हरवाया है।

पश्चिम उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान की हार के बाद उनके और बीजेपी के पूर्व विधायक संगीत सोम के बीच जुबानी जंग हुई। पश्चिम बंगाल में भी बीजेपी नेताओं की अंतरकलह सामने आई थी।

Advertisement

sangeet som| sanjeev balyan| up result
(बाएं से दाएं) संगीत सोम और संजीव बालियान (source- Express)

कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद भाजपा नेताओं के जिस तरह के बयान सामने आ रहे हैं, उससे पार्टी की ही किरकिरी हो रही है।

पूर्व सांसद बोले- राज्यमंत्री ने बीजेपी के लिए वोट नहीं मांगे

सलेमपुर सीट से दो बार चुनाव जीत चुके रविंद्र कुशवाहा को इस बार बेहद नजदीकी मुकाबले में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रमाशंकर राजभर ने 3573 वोटों से हराया है। हार के बाद रविंद्र कुशवाहा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विजयलक्ष्मी गौतम ने चुनाव के दौरान बीजेपी के लिए वोट नहीं मांगे। कुशवाहा ने बीजेपी के सहयोगी दल सुभाषपा के अध्यक्ष और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर पर भी निशाना साधा और कहा कि पूर्वांचल में राजभर का कोई असर नहीं दिखाई दिया।

जिलाध्यक्ष का पलटवार, बोले- नाकारा हैं कुशवाहा

रविंद्र कुशवाहा ने भाजपा के जिलाध्यक्ष संजय यादव को सपा का एजेंट बताया तो पलटवार करते हुए संजय यादव ने कहा कि रविंद्र कुशवाहा ने 10 साल में इस क्षेत्र के लिए कुछ भी नहीं किया। उन्होंने यहां तक कह दिया कि इतना नाकारा सांसद पूरे देश भर में मिल पाना बेहद मुश्किल है।

rss| bjp| chunav parinam
लोकसभा चुनाव में जीत के बाद बीजेपी हेडक्वार्टर में पीएम मोदी (Source- PTI)

झामुमो का झंडा उठा लें गद्दारी करने वाले नेता: सीता सोरेन

इसी तरह झारखंड की दुमका लोकसभा सीट से बीजेपी की प्रत्याशी रहीं सीता सोरेन ने अपनी हार के लिए पार्टी संगठन के नेताओं को खुलकर जिम्मेदार ठहराया है।

सीता सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की बहू हैं। सीता सोरेन ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पहले पाला बदल लिया था और वह बीजेपी में शामिल हो गई थीं। भाजपा ने उन्हें दुमका सीट से टिकट दिया लेकिन सीता सोरेन को यहां से लगभग 23 हजार वोटों के अंतर से हार मिली है।

हार के बाद सीता सोरेन ने दुमका और जामताड़ा के भाजपा जिलाध्यक्षों के साथ ही पूर्व सांसद सुनील सोरेन, पूर्व मंत्री डॉ. लुईस मरांडी, विधायक रणधीर सिंह सहित पार्टी के प्रदेश महासचिव व राज्यसभा सांसद प्रदीप वर्मा पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। सोरेन ने खुलकर कहा है कि इन नेताओं ने उनके और पार्टी के साथ गद्दारी की है और ऐसे लोगों को अब झामुमो का झंडा पकड़ लेना चाहिए।

Mohan Bhagwat on BJP, Organiser Ratan Sharda article, Indresh Kumar on BJP Narendra Modi
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का ताजा बयान 2004 में बीजेपी की हार के बाद आए संघ प्रमुख के बयान के सामने कुछ भी नहीं है।

संगीत सोम-संजीव बालियान की लड़ाई से हो रहा नुकसान

लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी के दो बड़े चेहरों पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और पूर्व विधायक संगीत सिंह सोम की जुबानी जंग से बीजेपी के अंदर खलबली मची हुई है। चुनाव नतीजों के बाद संजीव बालियान ने संगीत सिंह सोम पर समाजवादी पार्टी का समर्थन करने का आरोप लगाया था।

बालियान पिछली दो बार से मुजफ्फरनगर सीट से चुनाव जीत रहे थे लेकिन इस बार उन्हें सपा के उम्मीदवार हरेंद्र मलिक से 24 हजार वोटों से हार मिली है।

संजीव बालियान के हमले के बाद संगीत सिंह सोम भी खुलकर सामने आए और उन्होंने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि बीजेपी का एक भी कार्यकर्ता संजीव बालियान को पसंद नहीं करता था। सोम ने कहा कि बालियान ने पिछले 10 सालों में पार्टी के लोगों का काम नहीं किया। सोम ने यह भी कहा था कि संजीव बालियान खुद सपा के समर्थक रहे हैं।

Mamata Banerjee Narendra Modi Akhilesh Yadav
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव।
(Source-FB)

संगीत सोम और संजीव बालियान की लड़ाई को सुलझाने के लिए उत्तर प्रदेश बीजेपी के साथ ही केंद्रीय नेतृत्व भी कई बार दखल दे चुका है लेकिन इन नेताओं की जुबानी जंग थमती नहीं दिख रही है।

यूपी में हुआ सबसे ज्यादा नुकसान

राज्य2019 में मिली सीटेंगंवाई सीटें
उत्तर प्रदेश6229
महाराष्ट्र2314
पश्चिम बंगाल186
राजस्थान2511
बिहार175
कर्नाटक258
हरियाणा105

उपचुनाव और विधानसभा चुनाव की चुनौती

2014 और 2019 में उत्तर प्रदेश में बड़ी जीत हासिल करने वाली भाजपा ने यह नहीं सोचा था कि इस लोकसभा चुनाव में उसे इतने खराब नतीजों का सामना करना पड़ेगा। भाजपा को उत्तर प्रदेश में ढाई साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में बड़ी लड़ाई लड़नी है। उत्तर प्रदेश भाजपा और संघ दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और पार्टी किसी भी कीमत पर इतने बड़े राज्य को खोना नहीं चाहती। लेकिन नेताओं की खुलकर बयानबाजी से जूझ रही पार्टी इंडिया गठबंधन की जोरदार चुनौती का मुकाबला कैसे कर पाएगी, यह पार्टी के नेतृत्व के सामने बड़ा सवाल है।

उत्तर प्रदेश में जल्द ही 10 विधानसभा सीटों के लिए भी उपचुनाव होने हैं। इसमें भी एनडीए और इंडिया गठबंधन का आमने-सामने का मुकाबला होना है।

बंगाल बीजेपी में भी सब कुछ ठीक नहीं

लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पश्चिम बंगाल में बीजेपी के सांसद सौमित्र खान ने आरोप लगाया था कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने टीएमसी के साथ समझौता कर लिया, वरना बीजेपी राज्य में ज्यादा सीटें जीत सकती थी। पश्चिम बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी अपनी हार के लिए पार्टी नेताओं के द्वारा उनके खिलाफ कही गई बातों को जिम्मेदार ठहराया था।

suvendu adhikari| BJP| bengal result
बीजेपी नेता सुवेन्दु अधिकारी (Source- Express Photo by Partha Paul)

तार-तार हुआ सख्त अनुशासन

कहा जाता है कि बीजेपी में सख्त अनुशासन है और नेताओं को पार्टी के मामलों में किसी भी तरह की शिकायत मीडिया के बीच करने की इजाजत नहीं है। लेकिन जिस तरह सीता सोरेन, संजीव बालियान और संगीत सोम, रविंद्र कुशवाहा या पश्चिम बंगाल में पार्टी के नेताओं के बीच खुलकर घमासान हुआ, उससे निश्चित तौर पर बीजेपी की सख्त अनुशासन वाली छवि तार-तार हुई है।

Advertisement
Tags :
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
×
tlbr_img1 Shorts tlbr_img2 खेल tlbr_img3 LIVE TV tlbr_img4 फ़ोटो tlbr_img5 वीडियो