Andhra Pradesh Election Result 2024: नरेंद्र मोदी के इस नए पार्टनर ने पांच साल में ही पलट दी बाजी, बना दिया इतिहास
आंध्र प्रदेश के विधानसभा और लोकसभा चुनाव में एनडीए को मिली बड़ी कामयाबी के बाद जिस शख्स के नाम की सबसे ज्यादा चर्चा है, उसका नाम पवन कल्याण है। अभिनेता से राजनेता बने पवन कल्याण जनसेना पार्टी के प्रमुख हैं।
आंध्र में लोकसभा की 25 सीटें हैं जिसमें से एनडीए गठबंधन 21 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रहा। एनडीए गठबंधन में शामिल टीडीपी को 16, बीजेपी को तीन, जन सेना पार्टी को दो सीटों पर जीत मिली है। पिछले लोकसभा चुनाव में 22 लोकसभा सीटें जीतने वाली वाईएसआर कांग्रेस सिर्फ चार सीटें ही जीत सकी।
विधानसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो 175 सीटों में से टीडीपी ने 135, जनसेना ने 21 और बीजेपी ने 8 सीटें जीती। इस तरह राज्य में एनडीए की सरकार बनने का रास्ता भी पूरी तरह साफ हो गया है और यह लगभग तय है कि टीडीपी के मुखिया चंद्रबाबू नायडू एक बार फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे।
पिछले विधानसभा चुनाव में टीडीपी को 23, जनसेना पार्टी को एक सीट मिली थी और बीजेपी का खाता भी नहीं खुला था। इस लिहाज से देखें तो लोकसभा और विधानसभा चुनाव के नतीजों में एनडीए की जबरदस्त लहर दिखाई दी है।
JanaSena Party: चुनाव में रहा 100% स्ट्राइक रेट
एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारे के तहत जनसेना पार्टी को लोकसभा की दो और विधानसभा की 21 सीटें दी गई थी और पार्टी का स्ट्राइक रेट 100% रहा है। इसका मतलब पार्टी ने उसे मिली लोकसभा और विधानसभा की सभी सीटों पर जीत दर्ज की है।
पवन कल्याण खुद भी इस विधानसभा चुनाव में 70000 वोटों से चुनाव जीत कर आए हैं। पवन कल्याण ने आंध्र प्रदेश में इस रणनीति पर काम किया कि वाईएसआर कांग्रेस के खिलाफ जाने वाले वोटों का बंटवारा नहीं होना चाहिए और वह इसमें कामयाब रहे।
Pawan Kalyan: कैबिनेट मंत्री बन सकते हैं पवन कल्याण
आंध्र प्रदेश में एनडीए गठबंधन के शानदार प्रदर्शन के बाद यह माना जा रहा है कि पवन कल्याण को इसका इनाम मिल सकता है और उन्हें मोदी सरकार 3.0 में कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है। चुनाव नतीजे आने के बाद एनडीए के सहयोगी दलों की बैठक में पवन कल्याण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के साथ खुशनुमा माहौल में दिखाई दिए थे। नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पवन कल्याण के लिए कहा था कि यह पवन नहीं आंधी है।
TDP-BJP Alliance: टीडीपी-बीजेपी को एक मंच पर लाए
पवन कल्याण ने आंध्र प्रदेश में टीडीपी और बीजेपी को एक मंच पर लाने के लिए अथक प्रयास किया। टीडीपी के साथ वह पहले ही गठबंधन कर चुके थे लेकिन उन्होंने इसमें बीजेपी को जोड़ने के लिए भी पूरा जोर लगाया और अंततः ऐसा करने में कामयाब रहे।
एंग्री यंग मैन
पवन कल्याण को तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में पावर स्टार के नाम से जाना जाता है। अपनी फिल्मों में वह एंग्री यंग मैन की भूमिका में दिखाई देते थे। पवन कल्याण ने साल 2008 में अपने भाई और तेलुगु फिल्मों के सुपरस्टार चिरंजीवी की पार्टी प्रजा राज्यम के जरिए सक्रिय राजनीति में कदम रखा था। प्रजा राज्यम का कांग्रेस में विलय होने के बाद 2014 में उन्होंने जन सेना पार्टी का गठन किया।
Kapu and Kamma: कम्मा और कापू समुदाय की दूरियां खत्म की
लोकसभा चुनाव में पवन कल्याण आंध्र प्रदेश में कम्मा और कापू समुदाय को एक साथ लाने में कामयाब रहे। आंध्र प्रदेश में 1980 से कम्मा और कापू समुदायों के बीच लड़ाई चलती आ रही थी। यह दोनों ही जातियां आंध्र प्रदेश में काफी ताकतवर हैं। राज्य में कापू समुदाय की आबादी 18% है जबकि कम्मा समुदाय की आबादी 6% है।
इन दोनों समुदायों के बीच आपसी लड़ाई की वजह से कापू समुदाय पारंपरिक रूप से टीडीपी से दूर रहता था और वाईएसआर कांग्रेस को इसका फायदा मिलता था। लेकिन इस बार कापू समुदाय पवन कल्याण के साथ खड़ा रहा और इससे एनडीए गठबंधन को फायदा हुआ।
असफल राजनेता से मैन ऑफ द मैच तक
राज्य में एनडीए के जोरदार प्रदर्शन के बाद पवन कल्याण को मैन ऑफ द मैच कहा जा रहा है। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में जब जनसेना पार्टी को सिर्फ एक विधानसभा सीट पर जीत मिली थी और पवन कल्याण खुद भी दोनों विधानसभा सीटों से चुनाव हार गए थे तो पवन कल्याण को राजनेता के तौर पर असफल माना गया था।
लेकिन इस चुनाव में अपने रणनीतिक कौशल से पवन कल्याण ने साबित कर दिया कि उनमें अभिनय के साथ ही बेहतर राजनेता बनने के भी सारे गुण हैं।