Amethi Wayanad Chunav Analysis: वायनाड सांसद राहुल गांधी ने पूछे 99 सवाल, अमेठी से रहते हुए शून्य
लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर वायनाड (केरल) से लड़ रहे हैं। पिछली बार की तरह वह अमेठी से भी इस बार लड़ेंगे या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं है। वैसे, इस बात की संभावना ज्यादा है कि राहुल इस बार केवल वायनाड से ही लड़ें।
वायनाड में 2019 में राहुल पहली बार लोकसभा चुनाव लड़े थे। तब उन्हें करीब 65 प्रतिशत वोट मिले थे। 2000 में जब राहुल पहली बार अमेठी से लड़े थे, तब भी उन्हें लगभग बराबर (66 फीसदी) वोट ही मिले थे। 2009 में दूसरे चुनाव में उन्हें अमेठी में करीब 72 फीसदी वोट मिले, उसके बाद 2014 और 2019 में लगातार उन्हें मिलने वाला वोट प्रतिशत गिरता ही गया।
अमेठी में बीते पांच चुनावों में कांग्रेस की स्थिति
लोकसभा क्षेत्र अमेठी | |||
साल | विजेता | पार्टी | वोट शेयर(प्रतिशत में) |
1999 | सोनिया गांधी | कांग्रेस | 67.12 |
2004 | राहुल गांधी | कांग्रेस | 66.18 |
2009 | राहुल गांधी | कांग्रेस | 71.78 |
2014 | राहुल गांधी | कांग्रेस | 46.71 |
2019 | स्मृति ईरानी | बीजेपी | 49.71 |
2019 | कांग्रेस (राहुल गांधी) | 43.84 |
वायनाड पुरानी सीट नहीं है। यहां पहला चुनाव 2009 में हुआ था। तब से तीनों बार जीती कांग्रेस ही है, लेकिन शुरुआती दो चुनावों में वायनाड में कांग्रेस उम्मीदवार को अमेठी की तर्ज पर वोट नहीं मिले। 2019 में राहुल गांधी गए तो उन्हें जरूर करीब 65 फीसदी लोगों ने वोट दिया।
2014 से अमेठी में कांग्रेस का वोट प्रतिशत गिरने लगा तो वायनाड में भी 2009 की तुलना में कांग्रेस को करीब नौ फीसदी वोट कम मिले। हालांकि, राहुल को लोगों ने करीब 24 फीसदी ज्यादा वोट देकर संसद भेजा। उन्होंने 4 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी।
वायनाड में कांग्रेस की स्थिति
लोकसभा क्षेत्र वायनाड | |||
साल | विजेता | पार्टी | वोट शेयर (प्रतिशत में) |
1999 | |||
2004 | |||
2009 | एम. आई. शनावास | कांग्रेस | 49.86 |
2014 | एम. आई. शनावास | कांग्रेस | 41.21 |
2019 | राहुल गांधी | कांग्रेस | 64.94 |
राहुल ने भी वायनाड के लोगों की आवाज संसद में खूब उठाई। उन्होंने 99 सवाल पूछे, जबकि 2014 से 2019 के बीच अमेठी का सांसद रहते राहुल ने एक भी सवाल नहीं पूछा था। देखें ग्राफिक्स
![Rahul Gandhi Wayanad report card](https://www.jansatta.com/wp-content/uploads/2024/04/rahul-gandhi-waynad.jpg?w=220)
![Rahul Gandhi Amethi report card](https://www.jansatta.com/wp-content/uploads/2024/04/rahul-gandhi-6-1.jpg?w=220)
Congress Amethi: कांग्रेस की परंपरागत सीट है अमेठी
अमेठी कांग्रेस की परंपरागत सीट है। साल 1980 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी ने यहां से चुनाव जीता था। राजीव गांधी साल 1981 में पहली बार इस सीट से सांसद बने। इसके बाद 1984, 1989 में भी उन्होंने यहां से चुनाव जीता। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी साल 1999 से 2004 तक इस संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं और राहुल गांधी 2004, 2009 और 2014 में यहां से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे।
कांग्रेस ने हल्के में ले लिया अमेठी को
इन तमाम सवालों के बीच कि क्या राहुल गांधी इस बार अमेठी से चुनाव मैदान में उतरेंगे या नहीं, द इंडियन एक्सप्रेस ने अमेठी के कुछ मतदाताओं से बात की। बातचीत के दौरान अमेठी में कांग्रेस से सहानुभूति रखने वाले लोग भी इस बात को मानते हैं कि राहुल ने अमेठी के पर्याप्त दौरे न करने और दूसरी सीट (वायनाड) से चुनाव लड़ने के फैसले की कीमत चुकाई है।
गौरीगंज में दुकान चलाने वाले और राहुल गांधी के एक समर्थक का कहना है
राहुल गांधी ने अमेठी से खुद को दूर कर लिया। भले ही राहुल गांधी ज्यादा कुछ ना करें लेकिन एक सांसद को अक्सर अपने निर्वाचन क्षेत्र में रहना चाहिए।
Rahul Gandhi Amethi: 5 साल में सिर्फ 4 बार गए राहुल
साल 2019 में मिली हार के बाद पिछले 5 सालों में राहुल गांधी सिर्फ चार बार ही अमेठी गए। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान दिसंबर 2021 से फरवरी 2022 के बीच और फरवरी, 2024 में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के रायबरेली से गुजरने के दौरान।
साल 2022 के विधानसभा चुनाव के नतीजे अमेठी में कांग्रेस के लिए अच्छे नहीं रहे। इस संसदीय क्षेत्र की पांच विधानसभा सीटों में से बीजेपी को तीन सीटों पर जीत मिली जबकि समाजवादी पार्टी ने दो सीटें जीती। लेकिन समाजवादी पार्टी के दोनों विधायक गौरीगंज से राकेश प्रताप सिंह और अमेठी से महाराजी प्रजापति अब बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।
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Amethi Congress Office: सूना-सूना है कांग्रेस कार्यालय
इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्टर मनोज सीजी हाल में अमेठी के गौरीगंज गए तो देखा वहां जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय खाली है। इसके बगल में एक बड़ा केंद्रीय कांग्रेस कार्यालय है लेकिन 20 मई को पांचवें चरण में अमेठी में मतदान होने से ठीक एक महीने पहले यह वीरान पड़ा है।
सूने-सूने कांग्रेस कार्यालय के विपरीत, कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित भाजपा का कार्यालय गुलजार पाया। पार्टी ने अमेठी और रायबरेली में नए ऑफिस बनाए हैं।
स्मृति इरानी लगातार अमेठी का दौरा कर रही हैं। वह अमेठी की वोटर बन चुकी हैं। फरवरी में, उन्होंने गौरीगंज में खरीदे गए घर के लिए गृह-प्रवेश समारोह आयोजित किया। भाजपा इस बात को प्रचारित कर रही है, साथ ही इस तथ्य को भी कि ईरानी अब अमेठी से मतदाता हैं - इसके विपरीत राहुल को बाहरी बताया जा रहा है।