होमताजा खबरराष्ट्रीयमनोरंजन
राज्य | उत्तर प्रदेशउत्तराखंडझारखंडछत्तीसगढ़मध्य प्रदेशमहाराष्ट्रपंजाबनई दिल्लीराजस्थानबिहारहिमाचल प्रदेशहरियाणामणिपुरपश्चिम बंगालत्रिपुरातेलंगानाजम्मू-कश्मीरगुजरातकर्नाटकओडिशाआंध्र प्रदेशतमिलनाडु
वेब स्टोरीवीडियोआस्थालाइफस्टाइलहेल्थटेक्नोलॉजीएजुकेशनपॉडकास्टई-पेपर

NEET कराएगा व‍िधानसभा चुनावों में बीजेपी का नुकसान?

NEET (UG) 2024 परीक्षा NTA द्वारा 5 मई को 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था।
Written by: shrutisrivastva
नई दिल्ली | Updated: June 13, 2024 19:10 IST
नीट पर बवाल (Source- PTI)
Advertisement

छात्रों के ल‍िए दाख‍िला परीक्षा कराने वाली नेशनल टेस्‍ट‍िंंग एजेंसी (NTA) द्वारा MBBS और उससे संबंधित कोर्सों में एडमिशन के लिए आयोजित की जाने वाली NEET- UG परीक्षा को लेकर बवाल मचा हुआ है। 67 लोगों को एक साथ पहली रैंक मिलने को लेकर स्टूडेंट्स और विपक्षी दल हंगामा कर रहे हैं।

ग्रेस मार्क्स और रिजल्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गईं। जिसके बाद केंद्र ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा नीट-यूजी 2024 के 1563 उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क्स देने का फैसला रद्द कर दिया गया है।

Advertisement

इन 1563 छात्रों को दोबारा परीक्षा देने का विकल्प भी दिया जाएगा। शीर्ष अदालत ने आज नीट-यूजी, 2024 परीक्षा के विवाद से संबंधित याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी।

यह बवाल ऐसे समय हुआ है जब नरेंद्र मोदी की अगुआई में एनडीए की तीसरी सरकार ने कार्यभार संभाला ही है और लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 63 सीटों का नुकसान झेलना पड़ा है। इस नुकसान के कई कारणों में से एक सरकार द्वारा सैन‍िकों की भर्ती के ल‍िए 2022 में लाई गई अग्‍न‍िपथ योजना को भी बताया जा रहा है।

Advertisement

ऐसे में आशंका जताई जा रही है क‍ि कहीं NEET में धांधली के आरोपों पर भड़के छात्रों का गुस्‍सा कुछ ही महीनों बाद होने वाले व‍िधानसभा चुनावों में भाजपा पर भारी न पड़ जाए। इस साल चार राज्‍यों में व‍िधानसभा चुनाव होने हैं। जम्‍मू-कश्‍मीर, महाराष्‍ट्र, हर‍ियाणा और झारखंड। लोकसभा चुनाव में इन राज्‍यों में भाजपा का प्रदर्शन बहुत उत्‍साहजनक नहीं रहा है।

NEET व‍िवाद: 67 छात्रों को मिले फुल मार्क्स

NEET (UG) 2024 परीक्षा NTA द्वारा 5 मई को 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था। हालाँकि शुरुआत में परिणाम 14 जून को घोषित होने की उम्मीद थी, लेकिन रिजल्ट 4 जून को जारी कर दिया गया था।

जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में पेपर लीक, ग्रेस मार्क्स से संबंधित कई याचिकाएं दायर की गईं। याचिका में ग्रेस मार्क्स देने पर सवाल उठाया गया, क्योंकि एनटीए द्वारा पहले ऐसा नहीं किया गया था। इसमें मांग की गई कि एनटीए उन 1,563 उम्मीदवारों की डीटेल्स दे जिन्हें ग्रेस मार्क्स मिले हैं। साथ ही उनके ओरिजिनल मार्क्स, ग्रेस मार्क्स और रिवाइस्ड मार्क्स की जानकारी दी जाये।

मार्क्स 2024 में AIR 2023 में AIR
72011
7152254
71040727
70554294
7001770294
650217246803
6008046828619

इन अनियमितताओं की जांच की मांग को लेकर 10 जून को बड़ी संख्या में छात्रों ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना है कि ग्रेस मार्क्स की वजह से 67 छात्रों की टॉप रैंक आई। 67 छात्रों को 720 फुल मार्क्स मिले।

साल सर्वोच्च मार्क्स स्टूडेंट्स की संख्या
2016685 0
20176970
20186910
20197010
20207202
2021 7203
20227150
2023 7202
202472067

आप ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

इन सबके बीच आम आदमी पार्टी ने शनिवार को आरोप लगाया कि नीट-यूजी में कई अनियमितताएं बिहार, गुजरात और हरियाणा में हुईं जो भाजपा या उससे जुड़ी पार्टियों द्वारा शासित राज्यों में बड़े घोटाले की ओर इशारा करती हैं। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जांच की मांग करते हुए आप प्रवक्ता जैस्मिन शाह ने कहा कि बिहार और गुजरात से पेपर लीक की खबरें सामने आई हैं और परीक्षा के 67 टॉपर्स में से छह हरियाणा के झज्जर के एक ही केंद्र से थे। ऐसे में आगामी विधानसभा चुनावों में इस मुद्दे का असर अदने की पूरी संभावना है और विपक्ष इसे उठाएगा भी।

जिसके बाद भाजपा की दिल्ली इकाई ने निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले दिल्ली के छात्रों की सफलता का श्रेय लेना "शर्मनाक" है।

भाजपा का पलटवार

दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा, "शुक्रवार शाम को शिक्षा मंत्री आतिशी ने परीक्षा प्रणाली की प्रशंसा की और दिल्ली के छात्रों के अच्छे प्रदर्शन का श्रेय लिया। इसके ठीक विपरीत जैस्मिन शाह आज नीट परीक्षा के पेपर लीक होने से जुड़े घोटाले का आरोप लगा रही हैं। इससे आप के दोहरे मापदंड उजागर हो गए हैं।"

उन्होंने यह भी सवाल किया कि आतिशी ने राजधानी के छह विद्यालयों के 100% सक्सेस रेट का श्रेय क्यों लिया था, जबकि शाह एक साथ हरियाणा के झज्जर के छह टॉपर्स पर सवाल उठा रही थीं। प्रवीण कपूर ने कहा, “यह अफसोस की बात है कि आप नेता जो हरियाणा में राजनीतिक रूप से लगातार विफल रहे हैं, अब झज्जर में कोचिंग सिस्टम की इमेज खराब करने पर उतर आए हैं।"

महाराष्ट्र में भी व‍िपक्ष बना रहा मुद्दा

महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने मंगलवार को नीट-यूजी मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई से कराने का आह्वान किया। पटोले ने मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "भाजपा के सत्ता में आने के बाद नीट अस्तित्व में आया, यह भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है। नीट की शुरुआत करके केंद्र सरकार ने देश भर में परीक्षाओं और प्रवेशों पर नियंत्रण कर लिया है। इसने अभिभावकों को नीट के ट्यूशन के लिए अधिक फीस का भुगतान करने के लिए मजबूर किया।" उन्होंने आगे आरोप लगाया कि परीक्षा में भ्रष्टाचार गरीब छात्रों को सरकारी कॉलेजों में एडमिशन नहीं लेने दे रहा है। पटोले ने कहा, "हम नीट परीक्षा की सीबीआई जांच कराने की मांग करते हैं।"

महाराष्‍ट्र वह राज्‍य है जहां एनडीए सत्‍ता में है और बीजेपी को लोकसभा चुनाव में काफी खराब नतीजों का सामना करना पड़ा है।

हालांकि, एनटीए ने किसी भी अनियमितता से इनकार किया है और छात्रों द्वारा प्राप्त उच्च अंकों के लिए एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों में किए गए बदलावों और परीक्षा केंद्रों पर समय बर्बाद करने के लिए दिए गए ग्रेस मार्क्स को जिम्मेदार ठहराया है। पर, इस मुद्दे ने राजनीतिक रंग ले लिया है और कई राजनीतिक दलों ने परीक्षा प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं।

लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन और अग्निवीर का कनेक्‍शन

भारत सरकार द्वारा जून 2022 में शुरू की गई अग्निपथ योजना के तहत चार साल की अवधि के लिए सशस्त्र बलों में अग्निवीरों की भर्ती की जाती है। चार साल के बाद केवल 25 फीसदी जवानों को आगे नौकरी जारी रखने का मौका म‍िलता है। बाकी जवान एकमुश्‍त रकम देकर नौकरी से बाहर कर द‍िए जाते हैं। इस योजना का बड़े पैमाने पर व‍िरोध हो रहा है और लोकसभा चुनाव 2024 में भी व‍िपक्ष ने इसे एक बड़ा मुद्दा बनाया।

पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश वे राज्‍य हैं जहां से भारतीय सेना में बड़ी संख्या में युवा शामिल होते हैं। देश भर से हर साल लगभग एक-चौथाई सैनिक इसी क्षेत्र से चुने जाते हैं।

अग्निपथ स्कीम से पहले सेना में चयनित हुए कैंडिडेट

सालपंजाबहरियाणाहिमाचलचंडीगढ़कुल
2017-18498836342376311,001
2018-19584332104202313,258
2019-20781350975097618,798

इन राज्‍यों के लोकसभा चुनाव परिणामों की बात करें तो पंजाब में बीजेपी को एक भी सीट नहीं म‍िली। हर‍ियाणा में उसकी सीटें घट कर आधी रह गईं और वोट भी करीब 12 प्रत‍िशत कम हुआ। हिमाचल प्रदेश की चारों सीटों पर तो बीजेपी ने कब्जा जमा ल‍िया, लेक‍िन राज्‍य में पार्टी का वोट प्रतिशत 12.67% गिर गया।

यूपी-ब‍िहार जैसे राज्‍यों से भी बड़ी संख्‍या में युवा फौज में जाते और जाना चाहते हैं। यहां भी लोकसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन अच्‍छा नहीं रहा।

Advertisement
Tags :
agnipathNEETNEET 2024
विजुअल स्टोरीज
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
Advertisement