भारत में पीएम की हत्या करने वालों को भी माफ किया, यासीन मलिक की सजा पर हो पुनर्विचार: महबूबा मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक के समर्थन में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती एक बार फिर उतर आई हैं। उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया है कि इस देश में जब पीएम की हत्याओं करने वालों को माफ किया जा सकता है, तो यासीन मलिक की सजा पर भी पुनर्विचार होना चाहिए।
यासीन मलिक के बचाव में महबूबा
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर लिखा कि भारत जैसे लोकतंत्र में तो उन लोगों को भी माफ किया गया जिन्होंने पीएम की हत्या की, यहां तो मामला एक राजनीतिक कैदी का है, यासीन मलिक की सजा पर पुनर्विचार जरूरी है। जो लोग फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं, वो तो सामूहिक अधिकारों के लिए गंभीर खतरा है।
एनआईए की एक मांग और नाराज हुईं महबूबा
अब जानकारी के लिए बता दें कि शुक्रवार को एनआईए ने मांग की थी कि यासीन मलिक को फांसी की सजा दी जाए। हाई कोर्ट में जांच एजेंसी ने याचिका दायर कर ये मांग की थी। टेरर फंडिंग मामले में यासीन के लिए एनआईए ये सजा चाहती थी। इसके बाद ही अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने कहा था कि जो भी देश की सुरक्षा को खतरे डालेगा, उसे सख्त सजा मिलनी चाहिए। ऐसे में अपने एक ट्वीट से महबूबा मुफ्ती ने दोनों एनआईए और अल्ताफ बुखारी पर बड़ा हमला किया है।
यासीन पर क्या आरोप?
वैसे जिस यासीन मलिक को मुफ्ती इस समय बचाने का काम कर रही हैं, उन पर एक नहीं कई गंभीर मामले दर्ज हैं। रुबैया सईद के अपहरण से लेकर घाटी में 90 के दौर में हिंसा फैलाने तक, यासीन पर कई गंभीर आरोप लग चुके हैं, उस पर कोई केस भी दर्ज हैं। इसी वजह से पिछले साल 24 मई को यासीन मलिक को आजीवान कारावास की सजा सुनाई गई थी। तब भी महबूबा मुफ्ती ने इसका विरोध किया था और जब यासीन को फांसी देने की मांग उठी है तो एक बार फिर पीडीपी प्रमुख ही समर्थन में उतरी हैं।