Iron Dome Technology: क्या है इजरायल का आयरन डोम सिस्टम? दुश्मन की मिसाइल और ड्रोन को कैसे हवा में कर देता है ढेर
What is Iron Dome System: इजरायल और ईरान के बाच अब लड़ाई भीषण युद्ध में तब्दील होती जा रही है। इजरायल का दावा है कि ईरान ने उसके ऊपर कई ड्रोन और बेलेस्टिक मिसाइल से हमले किए। हालांकि उसके आयरन डोम ने सभी हमलों को नाकाम साबित कर दिया। इजरायल और हमास के बीच पिछले 6 महीने से जंग जारी है। अब मिसाइल हमलों के बीच जंग और तेज होती जा रही है। ईरान ने पहली बार अपनी जमीन से सीधे इजरायल पर हमला किया है। इजराइल के एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि ईरान ने 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दागी, जिनमें से 99 प्रतिशत को हवा में ही नष्ट कर दिया गया। इन खबरों से बीच सबसे अधिक चर्चा इजरायल के 'आयरन डोम' की हो रही है। आखिर यह सिस्टम क्या होता है और कैसे यह दुश्मन की मिसाइल हो हवा में ही ढेर कर देता है। इस खबर में विस्तार से जानते हैं।
क्या है इजरायल का आयरन डोम? What is Iron Dome
आयरन डोम इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम है। यह इजरायल की सुरक्षा को अभेद बनाता है। आयरन डोम एक तरह की एयर डिफेंस शील्ड है और इसका पूरा नाम ‘आयरन डोम एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम’ है। इजरायल ने इस सिस्टम को 2006 में बनाना शुरू किया था। तब लेबनानी आतंकी समूह हिजबुल्ला के रॉकेट हमले किए थे। जिसमें कई नागरिकों की मौत हुई थी। इसके बाद मिसाइल डिफेंस सिस्टम विकसित करने पर काम शुरू हुआ था। इजरायल ने इसे बनाने की जिम्मेदारी रक्षा कंपनी राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम को दी। 2011 से इजरायल इस सिस्टम का इस्तेमाल कर रहा है। इजराइल ने दावा किया था कि यह दुनिया का सबसे आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम है और यह काफी सफल साबित हुआ है।
क्या है आयरन डोम की खासियत?
इजरायल का आयरन डोम जमीन से हवा में वार करने वाला सिस्टम है। यह रॉकेट और मोर्टार हमलों को हवा में ही नष्ट कर देता है। आयरन डोम रक्षा प्रणाली बैटरियों द्वारा संचालित है जो लगभग 40 मील के भीतर फिलिस्तीनी क्षेत्रों से लॉन्च किए गए मोर्टार हमलों और रॉकेटों से बचाव कर सकती है। बैटरी से संचालित होने के कारण इसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। यह सिस्टम 20 इंटरसेप्टर मिसाइलों से लैस होता है। इस सिस्टम की खासियत यह है कि यह दिन हो या रात यह किसी भी मौसम में काम करने में सक्षम है। इसका सक्सेज रेट 90 फीसदी बताया जाता है। हालांकि कई मौकों इसने 99 फीसदी टारगेट को मार गिराया।
कैसे काम करता है आयरन डोम?
आयरन डोम में एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम लगा होता है। इस दुश्मन के हवाई हमलों को इंटरसेप्ट करने का काम करता है। इसमें लगे इंटरसेप्टर यह पता लगा लेते हैं कि दुश्मन की मिसाइल या रॉकेट किस इलाके में गिरने वाले हैं। इस सिस्टम की मदद से उसे हवा में ही मार गिराया जाता है। आयरन डोम में लगा एक रडार सिस्टम आने वाले रॉकेट या मोर्टार का पता लगा लेता है और इसे हवा में नष्ट करने के लिए नियंत्रण केंद्र के कंप्यूटर को कमांड भेजता है। इसके बाद फायर कर दुश्मन के रॉकेट, मिसाइल या ड्रोन का पीछा किया जाता है और उसे हवा में ही मार गिराया जाता है।
क्या है आयरन डोम की लागत?
आयरन डोम की गिनती दुनिया के सबसे महंगे एंटी मिसाइल सिस्टम में की जाती है। जानकारी के मुताबिक इस पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 3 लाख करोड़ रुपये की लागत आई है। अमेरिका ने भी प्रोजेक्ट को 20 करोड़ डॉलर की मदद दी। टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक आयरन डोम में जो इंटरसेप्टर लगे हैं, उन्हें तामिर (Tamir) नाम दिया गया है। इसके हर इंटरसेप्टर की कीमत 1.5 लाख डॉलर है।