होमताजा खबरराष्ट्रीयमनोरंजन
राज्य | उत्तर प्रदेशउत्तराखंडझारखंडछत्तीसगढ़मध्य प्रदेशमहाराष्ट्रपंजाबनई दिल्लीराजस्थानबिहारहिमाचल प्रदेशहरियाणामणिपुरपश्चिम बंगालत्रिपुरातेलंगानाजम्मू-कश्मीरगुजरातकर्नाटकओडिशाआंध्र प्रदेशतमिलनाडु
वेब स्टोरीवीडियोआस्थालाइफस्टाइलहेल्थटेक्नोलॉजीएजुकेशनपॉडकास्टई-पेपर

नेपाल में एक साल में तीसरी बार बदलेगा सरकार, प्रचंड को हटाने के लिए कॉमरेड ओली और नेपाली कांग्रेस ने मिलाया हाथ

नेपाल में सियासी उठापटक जारी है। साल में तीसरी बार वहां बड़ा परिवर्तन देखने को मिला है। देश की दो सबसे बड़ी पार्टियों- नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल ने आपस में समझौता कर लिया है।
Written by: न्यूज डेस्क
काठमांडू | July 02, 2024 15:05 IST
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। Express Photo
Advertisement

नेपाल में नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला है। यहां दो सबसे बड़े दलों नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल ने प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल को सत्ता से बेहखल कर दिया है। इसके लिए दोनों पार्टिओं ने एक नई 'राष्ट्रीय आम सहमति सरकार' बनाने के लिए आधी रात को सत्ता-साझाकरण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। हालांकि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने विश्वास मत का सामना करने और तत्काल इस्तीफा न देने का फैसला किया है। नेपाल में एक साल में तीसरी बार सरकार बदल रही है। नेपाल में पिछले 16 साल में 13 सरकारें बनी हैं जिससे इस हिमालयी देश की राजनीतिक प्रणाली की कमजोरी जाहिर होती है।

दोनों पार्टियों के बीच समझौते में क्या-क्या

नेपाल में 78 वर्षीय देउबा और 72 वर्षीय ओली ने संसद के बचे हुए कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री पद को बारी-बारी से साझा करने पर सहमति व्यक्त की है। नेपाल के प्रतिनिधि सदन में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस के पास 89 सीट जबकि सीपीएन-यूएमएल के पास 78 सीट हैं। दोनों दलों की संख्या को जोड़ा जाए तो यह 167 है जो 275 सदस्यीय सदन में बहुमत के 138 सीट के आंकड़े के लिए पर्याप्त है। मीडिया में आई खबरों में दोनों दलों के कई वरिष्ठ नेताओं के हवाले से कहा गया है कि दोनों नेता नयी सरकार बनाने, संविधान में संशोधन करने और सत्ता बंटवारे के फॉर्मूले पर बातचीत करने के लिए सहमत हुए।

Advertisement

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों देशों में जो समझौता हुआ है उसके मुताबिक ओली के कार्यकाल के दौरान, सीपीएन-यूएमएल प्रधानमंत्री पद और वित्त मंत्रालय सहित मंत्रालयों का नियंत्रण संभालेगी। वहीं नेपाली कांग्रेस गृह मंत्रालय सहित दस मंत्रालयों की देखरेख करेगी। सीपीएन-यूएमएल कोशी, लुम्बिनी और करनाली प्रांतों में प्रांतीय सरकारों का नेतृत्व करेगी और नेपाली कांग्रेस बागमती, गंडकी और सुदूरपश्चिम प्रांतों की प्रांतीय सरकारों का नेतृत्व करेगी।

8 मंत्री दे सकते हैं इस्तीफा

प्रचंड सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद प्रचंड कैबिनेट में शामिल (सीपीएन-यूएमएल) के आठ मंत्री मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। सीपीएन-यूएमएल नेता महेश बर्तौला ने कहा कि प्रधानमंत्री 'प्रचंड' भी जल्द ही इस्तीफा दे सकते हैं और देश में नई सरकार का गठन हो सकता है। सीपीएन-यूएमएल ने मंगलवार दोपहर तीन बजे पार्टी कार्यालय में बैठक बुलाई है, जिसमें बड़ा फैसला हो सकता है।

Advertisement

इनपुट-भाषा

Advertisement
Tags :
Nepal
विजुअल स्टोरीज
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
Advertisement