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'खुशनसीब हूं कि वह जिंदा है', माता-पिता हैरान, 4 साल की बच्ची को स्कूल बस में भूला स्टाफ

बच्ची की मां ने कहा कि इस साल बच्ची को स्कूल नहीं भेजने का फैसला किया है और ऑनलाइन पढ़ाई का ही ऑप्शन चुना है।
Written by: न्यूज डेस्क
May 26, 2024 12:38 IST
 खुशनसीब हूं कि वह जिंदा है   माता पिता हैरान  4 साल की बच्ची को स्कूल बस में भूला स्टाफ
प्रतीकात्मक तस्वीर। (इमेज-फाइल फोटो)
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Sharjah School: शारजाह के स्कूल में बस के कर्मचारी ने एक बच्ची को बस में अकेला ही छोड़ दिया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि वह सो रही थी। बस कंडक्टर ने अगली ट्रिप के दौरान बच्ची को रोते हुए देखा और उसके पेरेंट्स को इस बात की जानकारी दी। इसके बाद बच्ची को चेकअप के लिए अस्पताल में ले जाया गया। वह बच्ची सुबह 6 बजे से लेकर 8.40 बजे तक बस में ही थी और बाद में बीमार पड़ गई।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची सुबह करीब 6 बजे स्कूल की बस में चढ़ी, लेकिन अपने स्कूल टाइम पर वह नहीं पहुंच सकी। उसकी मां ने बताया कि सुबह 7:30 बजे कंडक्टर ने मुझे बताया कि मेरी बेटी सो गई है और बस में ही रह गई। इसी वजह से वह क्लास में नहीं पहुंच सकी। मैंने उसको तुरंत बेटी को घर पर लाने के लिए कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। फिर उसके बाद टीचर को फोन किया गया और तब जाकर उन्हें घटना के बारे में जानकारी मिल सकी। मां ने आगे बताया कि वह सुबह करीब 8.15 बजे स्कूल पहुंचे, लेकिन बेटी उस समय तक भी क्लास या स्कूल में नहीं पहुंची थी।

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सीट से टकराया सिर

बच्ची ने मां ने आगे बताया कि मेरी बेटी ने कहा कि उसका सिर आगे वाली सीट से टकरा गया था। इसके बाद जब उसकी आंखे खुली तो सभी सीनियर्स स्टूडेंट्स वहां पर मौजूद थे। इसके बाद वह तेजी से रोने लगी। फिर कंडक्टर को पता चला कि वह तो बस के अंदर ही रह गई है। इसके बाद हमें सूचना दी गई। मां ने बताया कि बच्ची करीब 8.40 बजे स्कूल पहुंची। स्टाफ ने इस घटना को मामूली बताया। इसके बाद पेरेंट्स ने बच्ची का एडमिशन रद्द कर दिया और स्थानीय अधिकारियों से इस बात की शिकायत भी की।

स्कूल नहीं भेजने का विकल्प चुना

उन्होंने आगे कहा कि इस साल बच्ची को स्कूल नहीं भेजने का फैसला किया है और ऑनलाइन पढ़ाई का ही ऑप्शन चुना है। मां ने बताया कि जब तक वग खुद की देखभाल करने के लिए थोड़ी बड़ी नहीं हो जाती है, तब तक मैं उसे स्कूल भेजने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही हूं।

मैंने भी इसी स्कूल में पढ़ाई की है, लेकिन कभी नहीं सोचा था कि मेरी बेटी के साथ ऐसा बर्ताव किया जाएगा। हमारा भरोसा टूट गया है। हम खुश नसीब है कि हमारी बच्ची जिंदा है। मै ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि ऐसी स्थिति किसी और माता-पिता के सामने ना बने।

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