राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री की हेलिकॉप्टर हादसे में हुई मौत, PM मोदी ने जताया दुख
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई है। इस घटना के 16 घंटे बीतने के बाद हेलीकॉप्टर का मलबा मिला। एक ईरानी अधिकारी ने बताया कि हादसे में राष्ट्रपति के साथ विदेश मंत्री की भी मौत हो गई है। तुर्की के ड्रोन ने एक हीट सोर्स का पता लगाया, जिसके बाद रेस्क्यू टीम वहां पहुंची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ईरानी राष्ट्रपति की मौत पर दुख जताया है।
पीएम मोदी ने जताया दुख
पीएम मोदी ने दुख जताते हुए X पर लिखा, "इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी के दुखद निधन से गहरा दुख और सदमा लगा है। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।"
मिल गया मलबा
तुर्किश ड्रोन ने ईरान के अधिकारियों के साथ उस जगह के संबंध में जानकारी साझा की। उसके बाद उस जगह की भौगोलिक स्थिति का सटीक पता लगाया गया।
तुर्की ने छह वाहन और 32 पर्वतारोही और बचाव कर्मियों को ईरान भेजा था,जिन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद की। तस्नीम न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार रविवार को उत्तर पश्चिमी ईरान में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर में नौ लोग सवार थे, जिनमें तीन अधिकारी, एक इमाम और हेलीकॉप्टर के क्रू मेंबर और सुरक्षा दल के सदस्य शामिल थे।
बांध का उद्धाटन करके लौट रहे थे रईसी
यह घटना उस समय हुई जब रईसी अजरबैजान की सीमा पर बने बांध का उद्धाटन करके लौट रहे थे। रईसी का हेलिकॉप्टर ईरान के वरजेघन शहर में क्रैश हुआ, जो अजरबैजान की सीमा के बेहद करीब है।
इब्राहिम रईसी पहले ईरानी न्यायपालिका में थे। वह 2017 में मौलवी हसन रूहानी से राष्ट्रपति पद के चुनाव में हार गए थे। वर्ष 2021 में इब्राहिम रईसी ने फिर से चुनाव लड़ा, जिसमें उनके सभी संभावित प्रमुख विरोधियों को ईरान की जांच प्रणाली के तहत चुनाव लड़ने से रोक दिया गया था। इब्राहिम रईसी को 2.89 करोड़ मतों में से लगभग 62 प्रतिशत वोट मिले थे। चुनाव में ईरान के इतिहास में प्रतिशत के हिसाब से सबसे कम मतदान हुआ था।