Who Is Rajinder Kalia: खुद को भगवान का अवतार बताकर महिलाओं का करता था यौन शोषण, जानें कौन है ब्रिटेन में रहने वाला बाबा राजेंद्र कालिया?
Who Is Rajinder Kalia: धर्म की आड़ में महिलाओं की अपनी हवस का शिकार बनाने वाले बाबाओं की लंबी फेहरिस्त है। महिलाओं के साथ गलत कृत्य करने वाले कई बाबा जेल की सलाखों के पीछे हैं। ऐसा ही एक मामला ब्रिटेन से सामने आया है। भारतीय मूल के एक बाबा पर कई महिलाओं के साथ यौन शोषण करने के आरोप हैं। खुद को भगवान बताने वाले इस बाबा पर कई शिष्याओं से रेप का आरोप है। इस पर चमत्कार दिखाकर लड़कियों को बहकाने और उनका फायदा उठाने का आरोप लगा है। यह पूरा मामला ब्रिटेन की कोर्ट में है। इतना ही नहीं, बाबा पर 4 साल तक की बच्चियों के भी यौन शोषण के आरोप हैं।
ब्रिटेन से आ रही यह खबर उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान हुए हादसे के बाद आई है। जिसमें 121 लोगों की मौत हो चुकी है। इस पूरे मामले में यूपी की योगी सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। हाथरस में सत्संग सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक, सत्संग के बाद भोले बाबा की झलक पाने और उनकी चरणों की धूल को लेकर भक्तों में भगदढ़ मच गई। घटना के वक्त सत्संग स्थल पर लाखों की संख्या में लोग थे।
ब्रिटेन के कोवेंट्री स्थित हिंदू मंदिर के मुख्य पुजारी राजेंद्र कालिया पर महिला सेविकाओं से रेप, अपने मंदिर के सदस्यों, विशेषकर लड़कियों को बहकाने का आरोप लगा है। उसकी शिष्याओं ने राजेंद्र पर आर्थिक जुर्माने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। मुआवजे के तौर पर पीड़िताओं ने कोर्ट से 8 मिलियन पाउंड जुर्माने की मांग की है। राजेंद्र खुद को जिंदा भगवान बताता है। यौन शोषण की शिकार लड़कियों में कुछ की उम्र तो 4 साल तक है। पिछले हफ्ते रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस में जस्टिस मार्टिन स्पेंसर के समक्ष केस शुरू हुआ और अगले हफ्ते सुनवाई पूरी होने की उम्मीद है। आने वाले दिनों में कोर्ट का फैसला भी आ सकता है।
मेट्रो यूरे की रिपोर्ट के अनुसार, चार महिलाओं ने दावा किया है कि कालिया ने उनका यौन शोषण किया है। इनमें से एक पीड़िता ने दावा किया है कि दो दशकों से उसके साथ 1320 से ज्यादा बार उसके साथ यौन शोषण किया गया। एक पीड़िता का दावा है कि कालिया ने बर्मिघम के एक होटल में उसके साथ रेप किया था। एक अन्य ने दावा किया कि जब वो 4 साल की थी, तब कालिया बाबा ने उसे गलत तरीके से गले लगाया, चूमा और जब वो बड़ी हुई तो उसके साथ रेप किया। तीन अन्य पीड़िताओं का आरोप है कि कालिया के साथ रहने के दौरान उन्हें यौन शोषण के अलावा आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ा।
कालिया ने लग रहे आरोपों पर क्या कहा?
68 साल के कालिया ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है और खुद के फर्जी गुरु होने की बात भी नकारी है। उसने कहा कि मेरे ख़िलाफ़ जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वो पूरी तरह से निराधार हैं। यह बहुत दुख की बात है कि मुझे अपने समुदाय के भीतर मुझे नुकसान पहुंचाने की एक बड़ी साजिश का आभास हो रहा है... सच्चाई जल्द ही सामने आएगी। तब तक, मैं उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा जिन्होंने इस चुनौतीपूर्ण समय में मेरा और मेरे परिवार का साथ दिया है।
पंजाब में जन्मे कालिया ने ब्रिटेन में कैसे बनाया मंदिर?
कोर्ट को बताया गया है कि कैसे पंजाब में जन्मे कालिया का पैर किशोरावस्था में मोटरसाइकिल दुर्घटना में “बुरी तरह” टूट गया था और डॉक्टरों ने उसे बताया था कि वह फिर से नहीं चल पाएगा। हालांकि, हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के देओतसिद्ध - बाबा बालक नाथ की जन्मस्थली - की यात्रा के बाद उसने पाया कि वह बिना बैसाखी के फिर से चलने में सक्षम है। उनका मानना है कि यह एक चमत्कार था और इससे उनकी हिंदू आस्था, विशेष रूप से बाबा बालक नाथ में और बढ़ गई।
जनवरी 1977 में वे यू.के. चले गए और 1983 में अपने घर से ही प्रचार करना शुरू किया, उसके बाद उन्होंने कोवेंट्री में कुछ ज़मीन खरीदी और 1986 में बाबा बालक नाथ के सम्मान में एक "मंदिर" की स्थापना की। कोवेंट्री इंग्लैंड की सिद्ध बाबा बालक नाथ जी सोसाइटी देश के चैरिटी आयोग के साथ पंजीकृत है और ट्रस्टियों और स्वयंसेवकों द्वारा संचालित है।
मुकदमे के लिए अदालती दस्तावेजों के अनुसार, मंदिर सप्ताह में तीन बार भोजन परोसता है और समुदाय के बुजुर्गों की मदद करता है, जिसमें कालिया इसके मुख्य पुजारी या 'गुरु' हैं, जो खुद को भगवान का सेवक बताते हैं। मुकदमे में महिला दावेदारों ने आरोप लगाया है कि मंदिर में "पुजारी के कमरे" में कई वर्षों तक नियमित रूप से यौन शोषण हुआ, जिसमें सहमति से यौन संबंध बनाने का दावा भी शामिल है। कालिया ने आरोपों से इनकार किया है और उनकी कानूनी टीम मामले की लंबी सुनवाई के दौरान कई आधारों पर उन्हें चुनौती देगी।
राजेंद्र कालिया कौन है?
राजेंद्र कालिया कोवेंट्री के सिद्ध बाबा बालक नाथ जी सोसाइटी का चीफ है। वो खुद को भगवान का अवतार होने का दावा करता है। 1983 में वो पंजबा से ब्रिटेन आए थे, तब से धर्म गुरु का चोला ओढ़कर प्रचार शुरू कर दिया। कालिया का यह भी दावा है कि उसे किशोरावस्था से ही चमत्कारिक गुण महसूस होते थे।